थ्रीजी से बदल जाएगी मोबाइल की दुनिया
Agency:एजेंसियां
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बीएसएनएल ने देश के 11 शहरों में एक साथ थ्रीजी सेवाएं शुरू की हैं।

पटना। विश्व में सबसे तेजी से उभरते भारतीय टेलीकॉम बाजार में विभिन्न कंपनियां अभी तक उपभोक्ताओं को टूजी आधारित दूसरी पीढ़ी की मोबाइल सेवाएं ही उपलब्ध करा रही हैं लेकिन साल की शुरुआत में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने देश के 11 शहरों में एक साथ थ्रीजी सेवाएं शुरू करके इस क्षेत्र में नए युग का सूत्रपात कर दिया है।
थ्रीजी की शुरुआत सबसे पहले तकनीकी और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपना लोहा मनवाने वाले एशियाई देश जापान में साल 2001 में हुई थी। धीरे-धीरे इस तकनीक का विस्तार विश्व के अन्य देशों में भी हुआ। साल 2002 में यह तकनीक दक्षिण कोरिया पहुंची जबकि पांच साल पूर्व यह विश्व की एकमात्र महाशक्ति अमेरिका में आरंभ की गई। इस समय वैश्विक स्तर पर करीब चालीस देशों में विभिन्न टेलीकॉम कंपनियां अपने उपभोक्ताओं को यह सुविधा उपलब्ध करा रही है।
एक अनुमान के मुताबिक इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों के मामले में भारत इस समय तीसरे स्थान पर हैं लेकिन आज भी देश के अधिकतर शहर और गांव हाई स्पीड इंटरनेट सेवा से वंचित है। हालांकि पिछले पांच सालों के दौरान देश के विभिन्न क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड आधारित इंटरनेट सेवा का विस्तार हुआ है लेकिन विभिन्न कारणों से इसकी पहुंच अब भी अधिकतर शहरों तक ही सीमित है। थ्रीजी आधारित सेवाओं के शुरू हो जाने से लोग सुदूर क्षेत्रों में हाई स्पीड इन्टरनेट का इस्तेमाल आसानी से करने लगेंगे।
थ्रीजी की शुरुआत सबसे पहले तकनीकी और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपना लोहा मनवाने वाले एशियाई देश जापान में साल 2001 में हुई थी। धीरे-धीरे इस तकनीक का विस्तार विश्व के अन्य देशों में भी हुआ। साल 2002 में यह तकनीक दक्षिण कोरिया पहुंची जबकि पांच साल पूर्व यह विश्व की एकमात्र महाशक्ति अमेरिका में आरंभ की गई। इस समय वैश्विक स्तर पर करीब चालीस देशों में विभिन्न टेलीकॉम कंपनियां अपने उपभोक्ताओं को यह सुविधा उपलब्ध करा रही है।
एक अनुमान के मुताबिक इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों के मामले में भारत इस समय तीसरे स्थान पर हैं लेकिन आज भी देश के अधिकतर शहर और गांव हाई स्पीड इंटरनेट सेवा से वंचित है। हालांकि पिछले पांच सालों के दौरान देश के विभिन्न क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड आधारित इंटरनेट सेवा का विस्तार हुआ है लेकिन विभिन्न कारणों से इसकी पहुंच अब भी अधिकतर शहरों तक ही सीमित है। थ्रीजी आधारित सेवाओं के शुरू हो जाने से लोग सुदूर क्षेत्रों में हाई स्पीड इन्टरनेट का इस्तेमाल आसानी से करने लगेंगे।
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