दिल्ली सीमा पर जा चुकी है पंजाब के 88 किसानों की जान, सर्वदलीय बैठक में खुलासा

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जानकारी दी कि किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ संघर्ष के दौरान अभी तक पंजाब ने 88 किसानों को खो दिया है। (सांकेतिक तस्वीर: AP)
Punjab All Party Meet: सर्वदलीय बैठक में दिल्ली में किसान आंदोलन (Farmers Protest) के दौरान गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा, सिंघू बॉर्डर पर कृषकों पर हमले और उन्हें बदनाम कर प्रताड़ित करने को लेकर चर्चा हुई.
- News18Hindi
- Last Updated: February 3, 2021, 10:46 PM IST
चंडीगढ़. नए कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी दिल्ली की सरहदों पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) द्वारा सर्वदलीय बैठक में खुलासा हुआ है कि अभी तक दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों में से 88 लोगों की विकट परिस्थतियों में मौत हो चुकी है.
बैठक शुरू होने से पहले किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के दौरान मरने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देकर 2 मिनट का मौन रखा गया. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मौके पर कहा कि किसानों को इस तरह मरते देखना बहुत भी दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. कैप्टन ने जानकारी दी कि किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ संघर्ष के दौरान अभी तक पंजाब ने 88 किसानों को खो दिया है। बैठक में दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा, सिंघू बॉर्डर पर कृषकों पर हमले और उन्हें बदनाम कर प्रताड़ित करने को लेकर चर्चा हुई.
भाजपा नहीं हुई बैठक में शामिलकैप्टन ने सभी पंजाबियों और सभी राजनीतिक दलों से इस संकट से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एकजुट होने का आहवान किया है। इस बैठक का भाजपा ने बहिष्कार किया है, बैठक में एक भी भाजपा नेता नहीं पहुंचा. हालांकि अकाली दल और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस बैठक में शिरकत की.

कैप्टन पर बरसे भगवंत मान
उधर सर्वदलीय बैठक से बाहर आकर आम आदमी (Aam Aadami party) पार्टी के सांसद भगवंत मान (Bhagwant Maan) ने जारी बयान में किसान आंदोलन के मसले पर कैप्टन अमरिंदर सिंह को घेरा है. उन्होंने कहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री होने के नाते और आपको किसानों के साथ दिल्ली की सीमाओं पर होना चाहिए था.
उन्होंने कैप्टन से किसानों के लिए हेल्पडेस्क का स्थापित करने की मांग करते हुए कहा कि सीएम को किसानों के साथ कैंप में जा कर बैठना चाहिए. उन्होंने सवाल किया कि वह अभी तक गृह मंत्री को क्यों नहीं मिले. इसके अलावा वह वादे के मुताबिक पीएम मोदी से भी क्यों नहीं मिलते हैं.
बैठक शुरू होने से पहले किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के दौरान मरने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देकर 2 मिनट का मौन रखा गया. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मौके पर कहा कि किसानों को इस तरह मरते देखना बहुत भी दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. कैप्टन ने जानकारी दी कि किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ संघर्ष के दौरान अभी तक पंजाब ने 88 किसानों को खो दिया है। बैठक में दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा, सिंघू बॉर्डर पर कृषकों पर हमले और उन्हें बदनाम कर प्रताड़ित करने को लेकर चर्चा हुई.
भाजपा नहीं हुई बैठक में शामिलकैप्टन ने सभी पंजाबियों और सभी राजनीतिक दलों से इस संकट से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एकजुट होने का आहवान किया है। इस बैठक का भाजपा ने बहिष्कार किया है, बैठक में एक भी भाजपा नेता नहीं पहुंचा. हालांकि अकाली दल और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस बैठक में शिरकत की.
कैप्टन पर बरसे भगवंत मान
उधर सर्वदलीय बैठक से बाहर आकर आम आदमी (Aam Aadami party) पार्टी के सांसद भगवंत मान (Bhagwant Maan) ने जारी बयान में किसान आंदोलन के मसले पर कैप्टन अमरिंदर सिंह को घेरा है. उन्होंने कहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री होने के नाते और आपको किसानों के साथ दिल्ली की सीमाओं पर होना चाहिए था.
उन्होंने कैप्टन से किसानों के लिए हेल्पडेस्क का स्थापित करने की मांग करते हुए कहा कि सीएम को किसानों के साथ कैंप में जा कर बैठना चाहिए. उन्होंने सवाल किया कि वह अभी तक गृह मंत्री को क्यों नहीं मिले. इसके अलावा वह वादे के मुताबिक पीएम मोदी से भी क्यों नहीं मिलते हैं.