बर्ड फ्लू के कारण केरल के दो जिलों में मुर्गी, बत्तख को मारने की कार्रवाई शुरू

बर्ड फ्लू से देश के कई राज्यों में दहशत
Bird Flu: कोट्टायम जिले की प्रभावित नींदूर पंचायत में अब तक करीब 3,000 पक्षियों को मारा जा चुका है. नींदूर के एक बतख पालन केंद्र में बर्ड फ्लू वायरस संक्रमण के कारण करीब 1,700 बत्तखों की मौत हो गई थी.
- भाषा
- Last Updated: January 5, 2021, 10:30 PM IST
अलप्पुझा/कोझिकोड. बर्ड फ्लू (Bird Flu) की रोकथाम के लिए केरल (Kerala) के दो जिलों अलप्पुझा (Alapuza) और कोझिकोड (Kozikode) के कुछ हिस्सों में मंगलवार को मुर्गियों और बत्तखों को मारने की कार्रवाई शुरू की गई. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा गठित त्वरित प्रतिक्रिया दल ने सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के तहत मंगलवार सुबह से दोनों जिलों के प्रभावित क्षेत्र के एक किलोमीटर की परिधि में बत्तखों, मुर्गियों और अन्य घरेलू पक्षियों को मारने की कार्रवाई शुरू की.
दोनों जिलों से भोपाल (Bhopal) की प्रयोगशाला में भेजे गए नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के एक दिन बाद यह अभियान शुरू किया गया है. अलप्पुझा जिला प्रशासन ने कहा कि कुट्टनाड क्षेत्र की चार पंचायतों नेदुमुदी, तकाजी, पल्लिप्पद और करुवत्ता में अभियान शुरू किया गया, जोकि बुधवार शाम तक पूरा होने की संभावना है. इन्हीं इलाकों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए थे.
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एक अधिकारी ने कहा कि अकेले करुवत्ता पंचायत क्षेत्र में ही करीब 12,000 पक्षियों को मारा जाएगा. प्रशासन के मुताबिक, कोट्टायम जिले की प्रभावित नींदूर पंचायत में अब तक करीब 3,000 पक्षियों को मारा जा चुका है. नींदूर के एक बतख पालन केंद्र में बर्ड फ्लू वायरस संक्रमण के कारण करीब 1,700 बत्तखों की मौत हो गई थी.
वायरस की रोकथाम के लिए मारे जाएंगे 40,000 पक्षी
अधिकारियों के मुताबिक, वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए कुट्टनाड क्षेत्र में ही करीब 40,000 पक्षियों को मारा जाएगा. हालात काबू में होने के बावजूद प्रशासन ने जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है क्योंकि यह वायरस मनुष्य को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है.
ये भी पढ़ें- Bird Flu: केरल में बर्ड फ्लू को लेकर राजकीय आपदा घोषित, मंदसौर-बंगलुरु में चिकन शॉप बंद
अलप्पुझा के जिलाधिकारी ने कुट्टनाड और कार्थिकपल्ली तालुकाओं में मुर्गी और बत्तख समेत अन्य घरेलू पक्षियों के मांस, अंडों आदि की बिक्री और कारोबार पर रोक लगा दी है.

देश के चार राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश के बाद केरल में बर्ड फ्लू (Bird Flu) पैर पसार रहा है. केरल ने तो इसे राजकीय आपदा (State Disaster) घोषित कर दिया है. वहीं, मध्य प्रदेश के मंदसौर और कर्नाटक के बंगलुरु में चिकन और अंडे के शॉप फिलहाल बंद रहेंगे.
दोनों जिलों से भोपाल (Bhopal) की प्रयोगशाला में भेजे गए नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के एक दिन बाद यह अभियान शुरू किया गया है. अलप्पुझा जिला प्रशासन ने कहा कि कुट्टनाड क्षेत्र की चार पंचायतों नेदुमुदी, तकाजी, पल्लिप्पद और करुवत्ता में अभियान शुरू किया गया, जोकि बुधवार शाम तक पूरा होने की संभावना है. इन्हीं इलाकों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए थे.
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एक अधिकारी ने कहा कि अकेले करुवत्ता पंचायत क्षेत्र में ही करीब 12,000 पक्षियों को मारा जाएगा. प्रशासन के मुताबिक, कोट्टायम जिले की प्रभावित नींदूर पंचायत में अब तक करीब 3,000 पक्षियों को मारा जा चुका है. नींदूर के एक बतख पालन केंद्र में बर्ड फ्लू वायरस संक्रमण के कारण करीब 1,700 बत्तखों की मौत हो गई थी.
वायरस की रोकथाम के लिए मारे जाएंगे 40,000 पक्षी
अधिकारियों के मुताबिक, वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए कुट्टनाड क्षेत्र में ही करीब 40,000 पक्षियों को मारा जाएगा. हालात काबू में होने के बावजूद प्रशासन ने जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है क्योंकि यह वायरस मनुष्य को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है.
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अलप्पुझा के जिलाधिकारी ने कुट्टनाड और कार्थिकपल्ली तालुकाओं में मुर्गी और बत्तख समेत अन्य घरेलू पक्षियों के मांस, अंडों आदि की बिक्री और कारोबार पर रोक लगा दी है.
देश के चार राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश के बाद केरल में बर्ड फ्लू (Bird Flu) पैर पसार रहा है. केरल ने तो इसे राजकीय आपदा (State Disaster) घोषित कर दिया है. वहीं, मध्य प्रदेश के मंदसौर और कर्नाटक के बंगलुरु में चिकन और अंडे के शॉप फिलहाल बंद रहेंगे.