चप्पल वाले बयान पर भड़की एआईएडीएमके, राजा ने कहा, मैंने ऐसा नहीं बोला

तमिलनाडु में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा के कथित बयान ने हंगामा कर दिया है.
तमिलनाडु में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा के कथित बयान ने हंगामा कर दिया है. AIADMK ने इस बयान की शिकायत चुनाव आयोग (Election Commission) से की है.
- News18Hindi
- Last Updated: March 27, 2021, 9:54 PM IST
चेन्नई. मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी (Edappadi K Palaniswami) की तुलना डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन (DMK chief MK Stalin) की चप्पलों से करने वाले बयान ने तमिलनाडु में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में हंगामा कर दिया है. यह बयान कथित तौर पर पूर्व मंत्री ए राजा (A RAJA) ने दिया है. इस बयान वाले वीडियो सोशल मीडिया में प्रसारित हुए हैं.
इससे भड़की एआईएडीएमके (AIADMK) ने राज्य के चीफ इलेक्टोरल अफसर से शिकायत की है. उसने इस बयान को "अश्लील" और "निंदनीय" बताया है. उसने कहा है कि राजा के इस बयान से पार्टी के नेताओं की प्रतिष्ठा को ठेस लगी है. अन्नाद्रमुक ने चुनाव आयोग से चुनावी अपराधों और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत राजा के खिलाफ मामला दर्ज करने का अनुरोध किया. हालांकि राजा ने इससे पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि उनका भाषण छेड़छाड़ कर बनाया गया है और उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया है.
चुनावी मीटिंग में राजा के इस बयान के एक दिन बाद यह हंगामा शुरू हुआ. राजा ने कहा था कि 'कल तक एडप्पादी के पलानीस्वामी गुड़ बाजार में काम कर रहे थे, वह स्टालिन के साथ प्रतिस्पर्धा कैसे कर सकते हैं? स्टालिन की चप्पल की कीमत भी आपसे एक रूपए ज्यादा होगी. और उन्होंने स्टालिन को चुनौती देने की हिम्मत की?" चुनावों के दौरान, राजा ने पलानीस्वामी पर हमले शुरू कर दिए हैं, जबकि पलानीस्वामी खुद स्टालिन के साथ एक अलग युद्ध में लगे हुए हैं. राजा ने आरोप लगाया कि पलानीस्वामी भाजपा के साथ जा रहे थे और जे जयललिता की मृत्यु के बाद तमिलनाडु में सत्ता में बने रहने के लिए राजनीतिक जोड़-तोड़ का इस्तेमाल कर रहे थे.
ये भी पढ़ें तमिलनाडु चुनाव: स्मृति ईरानी का खास प्रचार, BJP उम्मीदवार के साथ किया पारंपरिक नृत्यजब राजा की टिप्पणी ने राज्य में विवाद पैदा कर दिया है, तब राजा ने News18 को बताया कि उनके भाषण को संपादित, कट करके प्रसारित किया गया. उन्होंने कहा कि "क्या मेरा भाषण, संपादित और कट और सोशल मीडिया पर प्रसारित होना चाहिए? जैसे कि पलानीस्वामी की छवि को धूमिल करने के लिए बनाया गया है, तो मुझे इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है.'
ये भी पढ़ें क्या तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2021 के बाद भी बनी रहेगी पन्नीरसेल्वम की प्रासंगिकता?
“चुनाव प्रचार के दौरान, जब मैं राजनीति में एमके स्टालिन और एडप्पादी पलानीस्वामी की स्थिति बताने का प्रयास कर रहा था, तब एक विवाद बनाने के लिए विभिन्न जगहों पर मेरे भाषण को काट-छांट कर और संपादित करके इस नए वीडियो को बनाया गया है. मैं देख रहा हूं कि यह सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है. मेरा इरादा उनके जन्म के बारे में अपमानजनक तरीके से बोलने का नहीं था.

अपने बचाव में, पलानीस्वामी ने कहा कि 'जरा राजा की भाषा तो तो देखिए.' उन्होंने मुझे स्टालिन की चप्पलों की कीमत से भी कम आंका है. हां ऐसा हो सकता है, मैं स्टालिन की पहनी गई चप्पलों से भी कम कीमत का हूं. मैं किसान हूं और गरीब हूं. हम खेतों में शौच करते हैं, जो संभव है उसे खरीद पाते हैं. और वे लोग 1.76 लाख करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला करते हैं. जो लाभ कमाना चाहते हैं, उसे कर लेते हैं. डीएमके नेताओं को लगता है कि राजा, पलानीस्वामी की आलोचना करते हुए बहक गए थे. डीएमके के एक वरिष्ठ नेता, जो राजा और स्टालिन दोनों के ही करीबी हैं, ने कहा, 'किसी भी टिप्पणी में एक निश्चित स्तर की गरिमा होनी चाहिए.'
इससे भड़की एआईएडीएमके (AIADMK) ने राज्य के चीफ इलेक्टोरल अफसर से शिकायत की है. उसने इस बयान को "अश्लील" और "निंदनीय" बताया है. उसने कहा है कि राजा के इस बयान से पार्टी के नेताओं की प्रतिष्ठा को ठेस लगी है. अन्नाद्रमुक ने चुनाव आयोग से चुनावी अपराधों और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत राजा के खिलाफ मामला दर्ज करने का अनुरोध किया. हालांकि राजा ने इससे पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि उनका भाषण छेड़छाड़ कर बनाया गया है और उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया है.
चुनावी मीटिंग में राजा के इस बयान के एक दिन बाद यह हंगामा शुरू हुआ. राजा ने कहा था कि 'कल तक एडप्पादी के पलानीस्वामी गुड़ बाजार में काम कर रहे थे, वह स्टालिन के साथ प्रतिस्पर्धा कैसे कर सकते हैं? स्टालिन की चप्पल की कीमत भी आपसे एक रूपए ज्यादा होगी. और उन्होंने स्टालिन को चुनौती देने की हिम्मत की?" चुनावों के दौरान, राजा ने पलानीस्वामी पर हमले शुरू कर दिए हैं, जबकि पलानीस्वामी खुद स्टालिन के साथ एक अलग युद्ध में लगे हुए हैं. राजा ने आरोप लगाया कि पलानीस्वामी भाजपा के साथ जा रहे थे और जे जयललिता की मृत्यु के बाद तमिलनाडु में सत्ता में बने रहने के लिए राजनीतिक जोड़-तोड़ का इस्तेमाल कर रहे थे.
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“चुनाव प्रचार के दौरान, जब मैं राजनीति में एमके स्टालिन और एडप्पादी पलानीस्वामी की स्थिति बताने का प्रयास कर रहा था, तब एक विवाद बनाने के लिए विभिन्न जगहों पर मेरे भाषण को काट-छांट कर और संपादित करके इस नए वीडियो को बनाया गया है. मैं देख रहा हूं कि यह सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है. मेरा इरादा उनके जन्म के बारे में अपमानजनक तरीके से बोलने का नहीं था.
अपने बचाव में, पलानीस्वामी ने कहा कि 'जरा राजा की भाषा तो तो देखिए.' उन्होंने मुझे स्टालिन की चप्पलों की कीमत से भी कम आंका है. हां ऐसा हो सकता है, मैं स्टालिन की पहनी गई चप्पलों से भी कम कीमत का हूं. मैं किसान हूं और गरीब हूं. हम खेतों में शौच करते हैं, जो संभव है उसे खरीद पाते हैं. और वे लोग 1.76 लाख करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला करते हैं. जो लाभ कमाना चाहते हैं, उसे कर लेते हैं. डीएमके नेताओं को लगता है कि राजा, पलानीस्वामी की आलोचना करते हुए बहक गए थे. डीएमके के एक वरिष्ठ नेता, जो राजा और स्टालिन दोनों के ही करीबी हैं, ने कहा, 'किसी भी टिप्पणी में एक निश्चित स्तर की गरिमा होनी चाहिए.'