एक माह में पश्चिम बंगाल की राजनीति ने देखे तीन दौर, अब यहां दूसरी बार पहुंच रहे अमित शाह

गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को कोलकाता पहुंच सकते हैं. (फोटो: News18 English)
West Bengal Election: अमित शाह (Amit Shah) शुक्रवार को बंगाल पहुंच सकते हैं. चुनावी माहौल के बीच यह उनका दूसरे दौरा होगा. उनके इस दौरे पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इन सभी में सबसे बड़ा अनुमान TMC के बागी नेताओं के बीजेपी में शामिल होने का है.
- News18Hindi
- Last Updated: December 18, 2020, 6:41 PM IST
कोलकाता. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार शाम फिर से पश्चिम बंगाल पहुंच रहे हैं. पहले के मुकाबले शाह का यह दौरा बेहद ही खास है. क्योंकि 2021 विधानसभा चुनाव (Assembly Election) से पहले बीजेपी की सक्रियता के चलते राज्य में बाद सियासी हलचलें तेज हो गई हैं. इससे पहले अक्टूबर में बंगाल पहुंचे शाह पहले थे, जिन्होंने बीजेपी की बड़ी जीत का दावा किया था. हालांकि, तब से लेकर अब तक बंगाल की राजनीति तीन दौर देख चुकी है. इसके अलावा केंद्र और बंगाल सरकार के बीच तनातनी भी जारी है.
बयानबाजी का दौर
गृहमंत्री शाह के पहले दौरे के बाद से ही बंगाल में सियासत गरमा गई थी. लगातार बयानबाजी की जा रही थी. एक ओर शाह ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) पर आरोप लगाए और दावा किया कि आगामी चुनावों में बीजेपी 200 सीटों पर जीत दर्ज करेगी. वहीं, दूसरी ओर ममता ने बीजेपी का नाम लिए बगैर उन्हें बाहरी लोगों की पार्टी बता दिया. इसके बाद से ही दोनों पार्टियों की बीच बयानबाजी का दौर जारी था. इसी बीच बंगाल की राजनीति के दिग्गज नेता माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) भी टीएमसी (TMC) में बागी सुर अपनाए हुए थे.
अब आया हिंसा का दौरपार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक राज्य में चुनावी कार्यालय का उद्घाटन करने दिसंबर में बंगाल पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के दौरे के दूसरे दिन काफिले पर हमला (Nadda Convoy Attacked) हो गया. बीजेपी ने इस मामले को गंभीरता से लिया. जबकि, ममता सरकार ने इसे भगवा दल की नौटंकी करार दिया. इस हमले के बाद केंद्र और राज्य सरकार के बीच जमकर तनाव हुआ. यह तनाव अभी भी जारी है. केंद्र ने लापरवाही को लेकर राज्य के तीन IPS अधिकारियों को डेपुटेशन पर दिल्ली बुलाया था. हालांकि, ममता सरकार ने साफ कर दिया है कि वह अधिकारियों को दिल्ली नहीं भेजेंगी.
यहां शुरू हुआ इस्तीफे का दौर
अब तक हालात ममता सरकार के लिए सीधे तौर पर खराब नहीं हुए थे. लेकिन टीएमसी में लगातार बागावत कर रहे शुभेंदु अधिकारी ने नवंबर में ट्रांसपोर्ट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद टीएमसी के शीर्ष नेताओं ने अधिकारी को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने. उन्होंने बुधवार को आखिरकार बंगाल विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया. अधिकारी के बाद भी इस्तीफे जारी हैं. शुक्रवार को नॉर्थ 24 परगना बैरकपोर सीट से टीएमसी विधायक शीलभद्र दत्त ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है. इससे पहले एक और विधायक जितेंद्र तिवारी ने भी पार्टी छोड़ने का फैसला किया था.
अब बात दूसरे दौरे की
शाह शुक्रवार को बंगाल पहुंच सकते हैं. चुनावी माहौल के बीच यह उनका दूसरा दौरा होगा. उनके इस दौरे पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इन सभी में सबसे बड़ा अनुमान TMC के बागी नेताओं के बीजेपी में शामिल होने का है. माना जा रहा है कि अधिकारी शनिवार को शाह की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. साल के दूसरे बंगाल दौरे पर शाह वीरभूम में एक रोड शो करेंगे और मिदनापुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे.

बीजेपी ने बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए 117 लोगों की टीम गठित की है. खास बात है कि 31 इकाइयों में बंटने वाली इस टीम की निगरानी गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे. इतना ही नहीं बंगाल में चुनाव पूरे होने तक भगवा दल के ये दोनों नेता हर माह कुछ दिनों के लिए दौरे पर जाते रहेंगे. खास बात है कि पहली बार है जब बीजेपी ने बंगाल में इतनी बड़ी चुनावी व्यवस्था तैयार की है.
बयानबाजी का दौर
गृहमंत्री शाह के पहले दौरे के बाद से ही बंगाल में सियासत गरमा गई थी. लगातार बयानबाजी की जा रही थी. एक ओर शाह ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) पर आरोप लगाए और दावा किया कि आगामी चुनावों में बीजेपी 200 सीटों पर जीत दर्ज करेगी. वहीं, दूसरी ओर ममता ने बीजेपी का नाम लिए बगैर उन्हें बाहरी लोगों की पार्टी बता दिया. इसके बाद से ही दोनों पार्टियों की बीच बयानबाजी का दौर जारी था. इसी बीच बंगाल की राजनीति के दिग्गज नेता माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) भी टीएमसी (TMC) में बागी सुर अपनाए हुए थे.
अब आया हिंसा का दौरपार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक राज्य में चुनावी कार्यालय का उद्घाटन करने दिसंबर में बंगाल पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के दौरे के दूसरे दिन काफिले पर हमला (Nadda Convoy Attacked) हो गया. बीजेपी ने इस मामले को गंभीरता से लिया. जबकि, ममता सरकार ने इसे भगवा दल की नौटंकी करार दिया. इस हमले के बाद केंद्र और राज्य सरकार के बीच जमकर तनाव हुआ. यह तनाव अभी भी जारी है. केंद्र ने लापरवाही को लेकर राज्य के तीन IPS अधिकारियों को डेपुटेशन पर दिल्ली बुलाया था. हालांकि, ममता सरकार ने साफ कर दिया है कि वह अधिकारियों को दिल्ली नहीं भेजेंगी.
यहां शुरू हुआ इस्तीफे का दौर
अब तक हालात ममता सरकार के लिए सीधे तौर पर खराब नहीं हुए थे. लेकिन टीएमसी में लगातार बागावत कर रहे शुभेंदु अधिकारी ने नवंबर में ट्रांसपोर्ट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद टीएमसी के शीर्ष नेताओं ने अधिकारी को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने. उन्होंने बुधवार को आखिरकार बंगाल विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया. अधिकारी के बाद भी इस्तीफे जारी हैं. शुक्रवार को नॉर्थ 24 परगना बैरकपोर सीट से टीएमसी विधायक शीलभद्र दत्त ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है. इससे पहले एक और विधायक जितेंद्र तिवारी ने भी पार्टी छोड़ने का फैसला किया था.
अब बात दूसरे दौरे की
शाह शुक्रवार को बंगाल पहुंच सकते हैं. चुनावी माहौल के बीच यह उनका दूसरा दौरा होगा. उनके इस दौरे पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इन सभी में सबसे बड़ा अनुमान TMC के बागी नेताओं के बीजेपी में शामिल होने का है. माना जा रहा है कि अधिकारी शनिवार को शाह की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. साल के दूसरे बंगाल दौरे पर शाह वीरभूम में एक रोड शो करेंगे और मिदनापुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे.
बीजेपी ने बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए 117 लोगों की टीम गठित की है. खास बात है कि 31 इकाइयों में बंटने वाली इस टीम की निगरानी गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे. इतना ही नहीं बंगाल में चुनाव पूरे होने तक भगवा दल के ये दोनों नेता हर माह कुछ दिनों के लिए दौरे पर जाते रहेंगे. खास बात है कि पहली बार है जब बीजेपी ने बंगाल में इतनी बड़ी चुनावी व्यवस्था तैयार की है.