आंध्र प्रदेश: एलुरु में लेड और निकल ने फैलाई रहस्यमयी बीमारी, AIIMS के एक्सपर्ट्स ने दी जानकारी

एम्स और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों के एक्सपर्ट्स मामले की पड़ताल कर रहे हैं. (फोटो: ANI/Twitter)
Andhra Pradesh Mystery Disease: मुख्यमंत्री वाइएस जगन मोहन रेड्डी ने अथॉरिटीज को मरीजों के शरीर में मिले भारी मात्रा में धातु की जांच करने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा सीएम की तरफ से इलाज प्रक्रिया की निगरानी करने के लिए भी कहा गया है.
- News18Hindi
- Last Updated: December 8, 2020, 5:59 PM IST
अमरावती. आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के एलुरु शहर (Eluru City) में फैली एक रहस्यमयी बीमारी (Mystery Disease) को लेकर एक्सपर्ट्स के हाथों नई जानकारी लगी है. एम्स (AIIMS) समेत अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं के एक्सपर्ट्स ने पाया है कि यह बीमारी पानी और दूध में लेड (Lead) और निकल (Nickel) मिले होने के कारण फैली है. हालांकि, यह खोज के शुरुआती परिणाम हैं. मंगलवार को इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री वाइएस जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) को सौंपी जाएगी. खास बात है कि इस बीमारी से अब तक 500 लोग बीमार हो चुके हैं और 1 की मौत हो गई है.
आंध्र प्रदेश के सीएमओ ने कहा, 'अधिकारियों ने जानकारी दी है कि एम्स की टीम की जांच में मरीजों के खून में लेड और निकल मिले हैं.' उन्होंने जानकारी दी कि इसी तरह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी भी टेस्ट कर रही हैं और रिजल्ट आने बाकी हैं.
एम्स और दूसरे केंद्रीय और राजकीय संस्थाओं ने अपनी स्टडी में शुरुआती चरणों में पाया है कि इस रहस्यमयी बीमारी के पीछे का सबसे बड़ा कारण पानी और दूध में लीड और निकल का शामिल होना है. एम्स के एक्सपर्ट्स की रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए सीएमओ ने विज्ञप्ति में इस बात की जानकारी दी है. शनिवार रात के बाद से ही इस बीमारी के चलते लोग बेहोश हो रहे थे और उन्हें दौरे पड़ रहे थे. जीजीएच के डॉक्टरों के मुताबिक, इन लक्षणों में 3-5 मिनट का मिर्गी का दौरा, कुछ मिनटों के लिए याददाश्त खोना, घबराहट, उल्टी, सिरदर्द और कमरदर्द शामिल हैं.
सीएम के विज्ञप्ति के अनुसार, 'इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी और दूसरी संस्थाएं टेस्ट ज्यादा टेस्ट कर रही हैं और जल्दी ही परिणामों की उम्मीद की जा रही है. मुख्यमंत्री ने अथॉरिटीज को मरीजों के शरीर में मिले भारी मात्रा में धातु की जांच करने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा सीएम की तरफ से इलाज प्रक्रिया की निगरानी करने के लिए भी कहा गया है.' आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि यहां अब तक 505 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 120 लोगों का इलाज अभी भी जारी है. अच्छी खबर है 370 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है.
डब्ल्यूएचओ और स्वास्थ्य मंत्रालय की टीमें पहुंची
मामले की गंभीरता के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से गठित तीन सदस्यीय टीम मंगलवार को एलुरु पहुंची है. टीम ने यहां पहुंचकर प्रभावित इलाकों में जाकर सैंपल इकट्ठे किए. इसके अलावा क्षेत्र में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के भी एक्सपर्ट्स की टीम पहुंची है. डिप्टी सीएम एकेके श्रीनिवास ने कहा है कि प्रभावित लोग बीमारी से उबर रहे हैं और घबराने की कोई बात नहीं है. सावधानी के लिहाज से एलुरु शहर और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों और डेंडुलुरु में एक खास सैनिटेशन ड्राइव शुरू की गई है.
आंध्र प्रदेश के सीएमओ ने कहा, 'अधिकारियों ने जानकारी दी है कि एम्स की टीम की जांच में मरीजों के खून में लेड और निकल मिले हैं.' उन्होंने जानकारी दी कि इसी तरह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी भी टेस्ट कर रही हैं और रिजल्ट आने बाकी हैं.
एम्स और दूसरे केंद्रीय और राजकीय संस्थाओं ने अपनी स्टडी में शुरुआती चरणों में पाया है कि इस रहस्यमयी बीमारी के पीछे का सबसे बड़ा कारण पानी और दूध में लीड और निकल का शामिल होना है. एम्स के एक्सपर्ट्स की रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए सीएमओ ने विज्ञप्ति में इस बात की जानकारी दी है. शनिवार रात के बाद से ही इस बीमारी के चलते लोग बेहोश हो रहे थे और उन्हें दौरे पड़ रहे थे. जीजीएच के डॉक्टरों के मुताबिक, इन लक्षणों में 3-5 मिनट का मिर्गी का दौरा, कुछ मिनटों के लिए याददाश्त खोना, घबराहट, उल्टी, सिरदर्द और कमरदर्द शामिल हैं.
सीएम के विज्ञप्ति के अनुसार, 'इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी और दूसरी संस्थाएं टेस्ट ज्यादा टेस्ट कर रही हैं और जल्दी ही परिणामों की उम्मीद की जा रही है. मुख्यमंत्री ने अथॉरिटीज को मरीजों के शरीर में मिले भारी मात्रा में धातु की जांच करने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा सीएम की तरफ से इलाज प्रक्रिया की निगरानी करने के लिए भी कहा गया है.' आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि यहां अब तक 505 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 120 लोगों का इलाज अभी भी जारी है. अच्छी खबर है 370 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है.
डब्ल्यूएचओ और स्वास्थ्य मंत्रालय की टीमें पहुंची
मामले की गंभीरता के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से गठित तीन सदस्यीय टीम मंगलवार को एलुरु पहुंची है. टीम ने यहां पहुंचकर प्रभावित इलाकों में जाकर सैंपल इकट्ठे किए. इसके अलावा क्षेत्र में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के भी एक्सपर्ट्स की टीम पहुंची है. डिप्टी सीएम एकेके श्रीनिवास ने कहा है कि प्रभावित लोग बीमारी से उबर रहे हैं और घबराने की कोई बात नहीं है. सावधानी के लिहाज से एलुरु शहर और उसके आसपास के ग्रामीण इलाकों और डेंडुलुरु में एक खास सैनिटेशन ड्राइव शुरू की गई है.