पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर से बाहर रह रहे कश्मीरियों को कथित रूप से दी जा रही धमकियों की खबर को देखते हुए श्रीनगर स्थित सीआरपीएफ हेल्पलाइन ने उनकी मदद का हाथ बढ़ाया है. सीआरपीएफ ने ट्वीट कर कहा कि वे किसी भी तरह के उत्पीड़न के मामले में उनसे संपर्क करें.
सीआरपीएफ की 'मददगार' हेल्पलाइन ने इस सिलसिले में एक ट्वीट कर कहा है कि इस वक्त राज्य से बाहर कश्मीरी छात्र और आम लोग उसके ट्विटर हैंडल ‘@सीआरपीएफ मददगार' पर संपर्क कर सकते हैं. किसी भी मुश्किल या उत्पीड़न के मामले में शीघ्र सहायता के लिए वे 24 घंटे चलने वाले टोल फ्री नंबर 14411 या 7082814411 पर एसएमएस कर सकते हैं.
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बता दें कि जम्मू-कश्मीर के
पुलवामा में गुरुवार को CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए. जवानों की इस शहादत के बाद पूरे देश में गम और गुस्सा का माहौल है. इस बीच राज्य के कुछ लोगों और छात्रों ने शिकायत की है कि उन्हें डराया धमकाया जा रहा है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोई कश्मीरी इस टोल फ्री नंबर पर हमें मदद के लिए कॉल करता है तो उस पर तत्काल कदम उठाया जाएगा. उन्होंने कहा, 'भले ही आतंकी हमले में हमने अपने कई साथी खो दिए, लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोगों और खासकर राज्य के बाहर रह रहे लोगों की सुरक्षा भी हमारी जिम्मेदारी है. हम हमेशा उनकी मदद के लिए खड़े हैं.'
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वहीं इस बीच कई लोग शहीदों के घरवालों की आर्थिक मदद के लिए भी आगे आए हैं. इसके लिए केंद्र सरकार ने भारत के वीर www.bharatkeveer.gov.in नाम की वेबसाइट और मोबाइल एप लॉन्च किया है. लेकिन इसके जरिए भी कुछ लोग धोखाधड़ी में जुट गए हैं. जिसकी वजह से गृह मंत्रालय ने आज बयान जारी किया है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के ऑनलाइन पोर्टल का प्रबंधन देख रहे अधिकारियों ने नागरिकों से 'भारत के वीर' को छोड़ कर किसी अन्य मंच के लिए शहीद जवानों के लिए धनराशि नहीं देने का अनुरोध किया है. गृह मंत्रालय ने कहा है कि, 'भारत के वीर एक ट्रस्ट है, जिसमें जनता केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों- बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एनएसजी, एसएसबी और असम राइफल्स के शहीदों के परिवारों को सहायता दे सकती है. इसका प्रबंधन सीएपीएफ के निदेशक जनरलों की समिति द्वारा किया जाता है.'
गृह मंत्रालय ने ये भी कहा कि- 'पिछले कुछ दिनों में वेबसाइट के माध्यम से योगदान करने के इच्छुक लोगों की जबरदस्त प्रतिक्रिया आई है. MHA इस समर्थन के लिए आभारी है. हालांकि, भारी ट्रैफिक के कारण, कभी-कभी वेबसाइट के धीमा हो जाने की सूचना मिलती है.'
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Tags: CRPF, Home ministry, Jammu kashmir, Pulwama, Terrorist
FIRST PUBLISHED : February 17, 2019, 09:48 IST