फानी तूफान में लोगों की मदद कर रहा Reliance Foundation

फाइल फोटो
2 मई को, आंध्र प्रदेश में, RF ने समुद्री पुलिस के साथ मिलकर, श्रीकाकुलम जिले के चिनगंगलपाटा, पेदांगलांगपेटा और नरसिम्हापेटा जैसे अस्थायी गावों में रहने वाले 350 परिवारों (657 व्यक्तियों) की सहायता की.
- News18Hindi
- Last Updated: May 3, 2019, 9:35 PM IST
फानी तूफान से प्रभावित लोगों की रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा मदद की जा रही है. फानी तूफान को बीते 20 वर्षों में भारत का सबसे बड़ा चक्रवाती तूफान बताया रहा है. ऐसे में तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा के लिए कनेक्टिविटी अनिवार्य है. चाहे वह प्रियजनों के बारे में जानकारी लेना हो या जलवायु की स्थिति का पता लगाना हो या मदद के लिए पहुंचना हो. इस तबाही का सामना कर रहे लोगों के लिए कनेक्टिविटी का अत्यधिक महत्व है.
स्थिति देखते हुए और सक्रिय होने के नाते, Jio और Reliance Foundation ने प्रभावित क्षेत्रों में सभी के लिए निर्बाध संपर्क बनाए रखने के लिए विशेष उपाय किए हैं. Jio बिजली की कमी के कारण आए नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर के डाउनटाइम को कम करने के लिए संभावित काम कर रहा है.
यह भी पढ़ें: फानी का कहर : टिकट कैंसिल करवाने पर इंडिगो करेगी पूरा पैसा रिफंड
योजना बना रहा है JIOJIO मल्टीवे रिडंडेंसी कार्यप्रणाली के माध्यम से फानी के दौरान प्रभावित टावरों या नेटवर्क नोड्स के लिए योजना बना रहा है, जो सहज संचार को संभव बनाने के लिए उपयुक्त है. किसी भी अप्रत्याशित घटना के लिए डीजल या ईंधन के साथ पर्याप्त रूप से स्टॉक किया गया है. 27 अप्रैल 2019 से तटीय क्षेत्रों में जोखिम वाले समुदायों के लिए सुरक्षात्मक संचार और समर्थन के लिए रिलायंस फाउंडेशन, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के साथ काम कर है. साथ ही Jio ने महत्वपूर्ण सूचनाओं को दूर-दूर तक प्रसारित करने के लिए अपनी डिजिटल सेवाएं प्रदान की हैं.
यह भी पढ़ें: इन कछुओं को पहले से पता था फानी के बारे में! इस ट्वीट ने सबको चौंकाया
27 अप्रैल, 2019 से Jio तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के चक्रवात के रास्ते वाले जिलों में लगभग 2.5 लाख मछुआरों और किसानों को नियमित रूप से चक्रवात अलर्ट देने के साथ ही उनसे नियमित संपर्क कर रहा है. इसमें मोबाइल आधारित ऑडियो सलाह (आउटबाउंडकॉल) , व्हाट्सएप, JioChat चैनल, स्थानीय केबल टीवी स्क्रॉल और प्रिंट मीडिया शामिल हैं.
यह है रिलायंस फाउंडेशन की हेल्पलाइन
रिलायंस फाउंडेशन हेल्पलाइन: RF टोल फ्री हेल्प लाइन 1800 419 8800 के माध्यम से 2,000 से अधिक लोगों ने पूछताछ की. ऑन-ग्राउंड RF के काम : जिला प्रशासन के साथ, RF निचले इलाकों से लोगों को निकाल कर उन्हें अस्थायी कैंपों में भेजने में लगा हुआ है.
यह भी पढ़ें: 'फानी' हुआ कमजोर, अब इन राज्यों में भारी बारिश की आशंका
2 मई को, आंध्र प्रदेश में, RF ने समुद्री पुलिस के साथ मिलकर, श्रीकाकुलम जिले के चिनगंगलपाटा, पेदांगलांगपेटा और नरसिम्हापेटा जैसे अस्थायी गावों में रहने वाले 350 परिवारों (657 व्यक्तियों) की सहायता की. 2 मई को ही, मछली पालन विभाग के साथ, ओडिशा के पुरी (पेंटाकाटा, पुरी जिला) में 20,000 समुद्री मछली पकड़ने वाले परिवारों के लिए निकासी (निचले इलाकों से अस्थायी शिविरों में ले जाने) के बारे में एक जागरूकता अभियान चलाया गया था. RF कर्मचारियों ने 2 मई को, जिला कलेक्टर, बालेश्वर, ओडिशा द्वारा आयोजित आपदा तैयारी और समन्वय बैठक में भाग लिया और इस बात पर चर्चा की कि RF डिजिटल प्लेटफॉर्म पोस्ट आपदा पुनर्वास में कैसे मदद करेंगे.
स्थिति देखते हुए और सक्रिय होने के नाते, Jio और Reliance Foundation ने प्रभावित क्षेत्रों में सभी के लिए निर्बाध संपर्क बनाए रखने के लिए विशेष उपाय किए हैं. Jio बिजली की कमी के कारण आए नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर के डाउनटाइम को कम करने के लिए संभावित काम कर रहा है.
यह भी पढ़ें: फानी का कहर : टिकट कैंसिल करवाने पर इंडिगो करेगी पूरा पैसा रिफंड
योजना बना रहा है JIOJIO मल्टीवे रिडंडेंसी कार्यप्रणाली के माध्यम से फानी के दौरान प्रभावित टावरों या नेटवर्क नोड्स के लिए योजना बना रहा है, जो सहज संचार को संभव बनाने के लिए उपयुक्त है. किसी भी अप्रत्याशित घटना के लिए डीजल या ईंधन के साथ पर्याप्त रूप से स्टॉक किया गया है. 27 अप्रैल 2019 से तटीय क्षेत्रों में जोखिम वाले समुदायों के लिए सुरक्षात्मक संचार और समर्थन के लिए रिलायंस फाउंडेशन, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के साथ काम कर है. साथ ही Jio ने महत्वपूर्ण सूचनाओं को दूर-दूर तक प्रसारित करने के लिए अपनी डिजिटल सेवाएं प्रदान की हैं.
यह भी पढ़ें: इन कछुओं को पहले से पता था फानी के बारे में! इस ट्वीट ने सबको चौंकाया
27 अप्रैल, 2019 से Jio तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के चक्रवात के रास्ते वाले जिलों में लगभग 2.5 लाख मछुआरों और किसानों को नियमित रूप से चक्रवात अलर्ट देने के साथ ही उनसे नियमित संपर्क कर रहा है. इसमें मोबाइल आधारित ऑडियो सलाह (आउटबाउंडकॉल) , व्हाट्सएप, JioChat चैनल, स्थानीय केबल टीवी स्क्रॉल और प्रिंट मीडिया शामिल हैं.
यह है रिलायंस फाउंडेशन की हेल्पलाइन
रिलायंस फाउंडेशन हेल्पलाइन: RF टोल फ्री हेल्प लाइन 1800 419 8800 के माध्यम से 2,000 से अधिक लोगों ने पूछताछ की. ऑन-ग्राउंड RF के काम : जिला प्रशासन के साथ, RF निचले इलाकों से लोगों को निकाल कर उन्हें अस्थायी कैंपों में भेजने में लगा हुआ है.
यह भी पढ़ें: 'फानी' हुआ कमजोर, अब इन राज्यों में भारी बारिश की आशंका
2 मई को, आंध्र प्रदेश में, RF ने समुद्री पुलिस के साथ मिलकर, श्रीकाकुलम जिले के चिनगंगलपाटा, पेदांगलांगपेटा और नरसिम्हापेटा जैसे अस्थायी गावों में रहने वाले 350 परिवारों (657 व्यक्तियों) की सहायता की. 2 मई को ही, मछली पालन विभाग के साथ, ओडिशा के पुरी (पेंटाकाटा, पुरी जिला) में 20,000 समुद्री मछली पकड़ने वाले परिवारों के लिए निकासी (निचले इलाकों से अस्थायी शिविरों में ले जाने) के बारे में एक जागरूकता अभियान चलाया गया था. RF कर्मचारियों ने 2 मई को, जिला कलेक्टर, बालेश्वर, ओडिशा द्वारा आयोजित आपदा तैयारी और समन्वय बैठक में भाग लिया और इस बात पर चर्चा की कि RF डिजिटल प्लेटफॉर्म पोस्ट आपदा पुनर्वास में कैसे मदद करेंगे.
डिस्क्लेमर: हिंदी न्यूज़ 18 डॉट कॉम रिलायंस इंडस्ट्रीज की कंपनी नेटवर्क18 मीडिया एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का हिस्सा है. नेटवर्क18 मीडिया एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का स्वामित्व रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास ही है.