Umesh Pal Kidnapping Case Atique Ahmed: माफिया अतीक अहमद को यूपी पुलिस का काफिला चित्रकूट से गुजर रहा है और वह सुबह 5 बजे झांसी तक पहुंच जाएगा. उसे गुजरात की साबरमती जेल पहुंचाने के लिए यूपी पुलिस का काफिला सफर पर है. उम्रकैद की सजा मिलने के बाद अतीक ने भी कोर्ट से आग्रह किया था कि उसे साबरमती जेल भेज दिया जाए. वहीं पुलिस का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने अतीक को साबरमती जेल में रखने का आदेश दिया था, इसलिए उसे अब वापस भेजा जा रहा है.
प्रयागराज. माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) को लेकर यूपी पुलिस का काफिला मंंगलवार शाम 8.35 मिनट पर रवाना हुआ और वह रात साढ़े दस बजे चित्रकूट से गुजर रहा है. इसके बुधवार सुबह 5 बजे झांसी पहुंचने की उम्मीद है. उसे नैनी जेल से वापस साबरमती जेल ले जाया जा रहा है. इस काफिले में 24 सदस्यीय पुलिस टीम शामिल है. अतीक का हेल्थ चेकअप हुआ है और उसे डॉक्टर ने कुछ दवाएं दीं हैं. इससे पहले दिन में उमेश पाल अपहरण मामले में माफिया अतीक अहमद, उसके करीबी शौकत हनीफ, दिनेश पासी को जिला न्यायालय की एमपी एमएलए विशेष न्यायाधीश डॉक्टर दिनेश चंद्र शुक्ला ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी. विशेष अदालत ने आईपीसी की धारा 364 ए के तहत दोषी करार दिया था. विशेष अदालत ने बाकी सभी आरोपियों को इस मामले में दोषमुक्त कर दिया है. अतीक के भाई अशरफ को बरेली और हनीफ को चित्रकूट जेल भेजा गया है.
अधिक पढ़ें ...माफिया अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस का काफिला चित्रकूट की ओर जा रहा है. यहां से शहर करीब 30 किमी दूर है. इसके बाद क़ाफ़िला बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे होते हुए बाँदा पहुँचेगा. प्रयागराज से बांदा की दूरी करीब 170 किमी है. बांदा से क़ाफ़िला उरई(जालौन) की तरफ़ रफ़्तार भरेगा. उरई(जालौन) पहुंचते ही क़ाफ़िला बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे छोड़ देगा और कानपुर-झांसी हाईवे पर दौड़ते हुए झाँसी की तरफ़ बढ़ेगा. प्रयागराज से झाँसी की दूरी करीब 380 किमी है. प्रयागराज से झाँसी पहुँचने में करीब 8 घंटे लगेंगे. सुबह 5 बजे के क़रीब क़ाफ़िला झाँसी पहुंच जाएगा. इसके बाद क़ाफ़िला शिवपुरी की तरफ़ से मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश कर जाएगा.
माफिया अतीक अहमद को लेकर यूपी पुलिस का काफिला मंगलवार शाम करीब 8. 35 पर नैनी जेल से रवाना हो गया. उसे गुजरात की साबरमती जेल पहुंचाया जाएगा. इस काफिले में यूपी पुलिस के 24 जवानों को तैनात किया गया है. इससे पहले सुरक्षा कारणों के कारण उसे कुछ समय के लिए नैनी जेल परिसर में रखा गया था. उम्र कैद की सजा मिलने के बाद से अतीक को साबरमती जेल भेजने की तैयारी हो रही थी.
माफिया अतीक अहमद को नैनी जेल परिसर से गुजरात की साबरमती जेल पहुंचाने की तैयारी पूरी हो गई है. उसे जिस वज्र वाहन से भेजा जा रहा है, उसमें पुलिस के जवान बैठ रहे हैं. पानी खाने की व्यवस्था वज्र वाहन में कर ली गई है. काफिले के अन्य वाहन भी तैयार हो चुके हैं. DCP रैंक के एक अधिकारी जेल में पहुंचे हैं. जेल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि 10-20 मिनट में ही अतीक को रवाना कर दिया जाएगा.
माफिया अतीक अहमद को साबरमती जेल शिफ्ट कराए जाने की तैयारी हो रही है. इसके लिए पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. कुछ ही देर में काफिला निकलने वाला है. हालांकि अतीक को फिलहाल नैनी जेल परिसर में रखा गया है. पुलिस ने बताया कि अतीक ने उम्रकैद की सजा मिलने के बाद कोर्ट से आग्रह किया था कि उसे साबरमती जेल वापस भेजा जाए.
सजा के ऐलान के बाद माफिया अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ और हनीफ को उनकी जेलों में वापस भेजा जा रहा है. अतीक को साबरमती जेल में भेजने की तैयारी हो गई है. यूपी पुलिस उसे लेकर जा रही है. वहीं उसके भाई अशरफ को बरेली जेल और हनीफ को चित्रकूट जेल भेजा गया है. हत्याकांड मामले में अतीक की कस्टडी नहीं मिलने के कारण उसे वापस साबरमती जेल भेजा जा रहा है.
वाराणसी पहुंचे जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि ऐसे गुंडे माफियाओं पर योगी सरकार में कार्रवाई होती रहेगी. योगी शासनकाल में कोई गुंडा माफिया नहीं बचने वाला है सभी दोषियों के ऊपर कार्रवाई होगी. प्रदेश में कानून का शासन है जबकि इससे पहले सपा बसपा सरकार में प्रदेश भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी के लिए जाना जाता था. अब प्रदेश में लोगों की सोच बदल गई है और उत्तर प्रदेश विकास के नाम से जाना जाता है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी और भाजपा सांसद बृज लाल ने फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा मिली है. इससे उमेश की आत्मा को शांति मिलेगी, आज इलाहाबाद में जश्न का माहौल है, वहां लोग सोचते थे कि अतीक को कोई सजा नहीं दे सकता, लेकिन यहां अब योगी सरकार है.
अतीक अहमद को सजा मिलने पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि हमारी सरकार अभियान चलाकर अपराधियों का सफाया कर रही है और कोर्ट से गुहार लगाई जा रही है कि हर अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा मिले. लोगों का मानना है कि राज्य में भयमुक्त माहौल बनेगा.
उमेश पाल की पत्नी ने कहा कि वो न्यायालय के फैसले को आगे चुनौती देंगी. क्योंकि वो चाहती हैं कि अतीक को फांसी की सजा हो. वहीं अतीक के वकील ने कहा कि MP-MLA कोर्ट के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे.
MP-MLA कोर्ट का फैसला आने के बाद उमेश पाल की मां ने कहा, ‘अपहरण केस में अतीक को आजीवन करावास हुआ है. मर्डर केस में फांसी की सजा होनी चाहिए. मुख्यमंत्री पर मुझे भरोसा है. अतीक को जेल में सुविधाएं मिलती हैं. वह कुछ भी करा सकता है. वहीं उमेश पाल की पत्नी ने सीएम से मांग की है कि मुख्यमंत्री अतीक और उसके परिवार पर सख्त कार्रवाई करें. उमेश पाल की पत्नी ने कहा कि अतीक को जड़ से खत्म करना जरूरी है. न्यायपालिका का सम्मान है.
उमेश पाल अपहरण मामले में प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट ने अतीक अहमद सहित तीनों अभियुक्तों को दोषी पाए जाने के बाद उम्रकैद की सजा सुनाई है. साथ ही तीनों दोषियों पर जुर्माना भी लगाया गया है.
364 A, 120 B के तहत माफिया अतीक अहमद, उसके करीबी शौकत हनीफ, दिनेश पासी को दोषी कारर दिया गया है. बता दें कि 364ए के तहत उम्रकैद, सजा-ए मौत और जुर्माना की सजा का प्रावधान है.
उमेश पाल अपहरण मामले में माफिया अतीक अहमद, उसके करीबी शौकत हनीफ और दिनेश पासी को जिला न्यायालय की एमपी एमएलए विशेष न्यायाधीश डॉक्टर दिनेश चंद्र शुक्ला ने दोषी करार दिया है. विशेष अदालत ने आईपीसी की धारा 364 ए के तहत दोषी पाया और अब वह तीनों दोषियों को ढाई बजे आज सजा सुनाएगी. विशेष अदालत ने बाकी सभी आरोपियों को इस मामले में दोषमुक्त कर दिया है. अतिक का भाई अशरफ भी दोषी नहीं पाया गया.
उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक अहमद को कोर्ट ने दोषी करार दे दिया है. कोर्ट ने सभी 10 आरोपितों को दोषी करार दे दिया है.
वरुण नाम का शख्स प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट के बाहर जूतों की माला लेकर खड़ा है. मीडिया से बात करते हुए उसने कहा, “अगर मैं अतीक अहमद को जूतों की माला पहनाऊंगा तो पाल समुदाय और पूरा वकील समुदाय खुश होगा. उसने वकील समुदाय के एक सदस्य को मार डाला, वे खुश होंगे कि वह जूते की माला पहनकर उसकी सजा सुनने आया है. ये उमेश पाल और राजू पाल के परिवार के सदस्यों के जूते हैं.”
अतीक अहमद, अशरफ और अन्य आरोपी कोर्ट रूम पहुंच गए हैं. उनके वकील दयाशंकर पांडेय भी कोर्ट में मौजूद हैं. इसके अलावा अन्य अधिवक्ता भी साथ में हैं. कुछ देर में कोर्ट दोनों पक्षों को सुनने के बाद मामले में सजा का ऐलान कर सकता है. वहीं कोर्ट परिसर में पुलिस का सख्त पहरा है.
उमेश पाल अपहरण मामले में पुलिस आरोपितों को लेकर कोर्ट पहुंच गई हैं. इनमें अशरफ और फरहान भी शामिल हैं. वहीं अतीक अहमद को दूसरे वैन से कोर्ट लाया गया है. अब इन्हें कोर्ट में पेश किए जाने की कार्रवाई की जा रही है. कुछ देर बाद मामले में दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट सजा को लेकर ऐलान कर सकता है.
अतीक अहमद और अशरफ को कोर्ट ने जाने के लिए नैनी जेल से गाड़ियां रवाना हो गई हैं. जेल परिसर से वैन के जरिये अतीक को कोर्ट ले जाया जा रहा है. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. उमेश पाल अपहरण मामले में आज सुनाया जाएगा फैसला.
सुप्रीम कोर्ट में अतीक अहमद के वकील ने उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया है. अतीक के वकील ने कहा उनकी जान को लगातार खतरा है. इसपर टिप्पणी करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सुरक्षा राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।
अतीक अहमद को नैनी जेल से एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाया जा है. अतीक की गाड़ी को एस्कोर्ट करने वाले सभी पुलिस अधिकारी बुलेट प्रूफ जैकेट में हैं.
इधर, वाराणसी पहुंचे जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि ऐसे गुंडे माफियाओं पर योगी सरकार में कार्रवाई होती रहेगी. योगी शासनकाल में कोई गुंडा माफिया नहीं बचने वाला है सभी दोषियों के ऊपर कार्रवाई होगी. पूर्व डीजीपी और भाजपा सांसद बृज लाल ने इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि आज प्रयागराज में जश्न का माहौल है. केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल ने कहा कि न्यायपालिका के अधिकार और कर्तव्य स्पष्ट है, इस डिसीजन का स्वागत करते हैं. मंगलवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई. उस दौरान कोर्ट रूम और उसके बाहर कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी. हाई सिक्योरिटी के तहत अतीक और उसके भाई अशरफ को नैनी सेंट्रल जेल से ले आया गया था. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दोनों को अलग-अलग प्रिजन वैन से कोर्ट में ले आया गया था.
अतीक और उसके भाई की पेशी के लिए सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी. कोर्ट को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. वहीं उमेश पाल की पत्नी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अतीक अहमद को कोर्ट से फांसी की सजा मिलनी चाहिए. अपहरण मामले की सुनवाई को लेकर अतीक अहमद को गुजरात के साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया. वहीं उसके भाई अशरफ को बरेली सेंट्रल जेल से प्रयागराज लाया गया. दोनों भाइयों को नैनी जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया.
आरोप है कि साल 2006 में 28 फरवरी को बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में गवाह उमेश पाल को पूर्व सांसगस अतीक अहमद, उसका भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ अपने साथियों के साथ अपहरण कर अपने कार्यालय में ले गए थे. उमेश पाल ने अतीक अहमद सहित पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. इस मामले में मुख्य आरोपी पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसका भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम और फरहान जेल में बंद हैं. जबकि दिनेश पासी, खान सौलत हनीफ, जावेद उर्फ बज्जू, आबिद, इसरार, आशिक उर्फ मल्ली और एजाज अख्तर जमानत पर बाहर हैं.
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