कश्मीर के बाद अयोध्या फैसले पर टांग अड़ा रहा पाकिस्तान, कहा- ये भारत का आंतरिक मामला नहीं
News18Hindi Updated: November 13, 2019, 11:30 PM IST

कश्मीर के बाद पाकिस्तान एक बार फिर अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर टांग अड़ा रहा है.
भारत (India) ने शनिवार को अयोध्या (Ayodhya) के फैसले के समय को लेकर आपत्ति के लिए पाकिस्तान (Pakistan) की आलोचना की थी. भारत ने कहा था कि पाकिस्तान ने घृणा फैलाने के स्पष्ट इरादे के साथ हमारे आंतरिक मामलों पर टिप्पणी की है, यह बेहद निंदनीय है.
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- Last Updated: November 13, 2019, 11:30 PM IST
इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश सचिव ने अयोध्या (Ayodhya) के राम मंदिर (Ram Mandir) और बाबरी मस्जिद मामले (Babri Masjid Case) पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले को लेकर ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन (Organisation of Islamic Cooperation) के रेसिडेंट एंबेसेडर्स के साथ इस्लामाबाद (Islamabad) में बैठक की. पाकिस्तान ने कहा कि वह इसे आंतरिक मामला होने के भारतीय दावों को खारिज करते हैं. बाबरी मस्जिद विध्वंस (Babri Masjid Demolition) 1992 के बाद से ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ इस्लामिक को-ऑपरेशन के एजेंडे में रहा है.
इससे पहले भारत ने शनिवार को अयोध्या के फैसले के समय को लेकर आपत्ति के लिए पाकिस्तान की आलोचना की थी. भारत ने कहा था कि पाकिस्तान ने घृणा फैलाने के स्पष्ट इरादे के साथ हमारे आंतरिक मामलों पर टिप्पणी की है, वह बेहद निंदनीय है.

कुरैशी ने उठाए थे सवालपाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) ने करतारपुर गलियारा (Kartarpur Corridor) खोले जाने के दिन अयोध्या मामले में फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह इस तरह के खुशी के मौके पर दिखाए गई ‘‘असंवेदनशीलता’’ से ‘‘बेहद दुखी’’ हैं.
‘डॉन न्यूज टीवी’ ने कुरैशी के हवाले से कहा, ‘‘क्या इसको थोड़े दिन टाला नहीं जा सकता था? मैं इस खुशी के मौके पर दिखाए गई ‘‘असंवेदनशीलता’’ से ‘‘बेहद दुखी’’ हूं.’’ करतारपुर गलियारे के बहुप्रतीक्षित उद्घाटन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आपको इससे ध्यान भटकाने की बजाय इस खुशी के मौके का हिस्सा बनना चाहिए था. यह विवाद संवेदनशील था और उसे इस शुभ दिन का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए था.’’
भारत ने लगाई थी पाक को फटकारविदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘‘‘हम एक सिविल मामले पर भारत के उच्चतम न्यायालय के फैसले पर पाकिस्तान द्वारा की गई अनुचित और अनावश्यक टिप्पणियों को अस्वीकार करते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह कानून के शासन और सभी धर्मों के लिए समान आदर की अवधारणाओं से संबंधित है जो उनके लोकाचार का हिस्सा नहीं हैं. इसलिए पाकिस्तान की समझ की कमी कोई आश्चर्य की बात नहीं है, घृणा फैलाने के स्पष्ट इरादे के साथ हमारे आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने की उनकी यह आदत निंदनीय है.”
(भाषा के इनपुट के साथ)
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इससे पहले भारत ने शनिवार को अयोध्या के फैसले के समय को लेकर आपत्ति के लिए पाकिस्तान की आलोचना की थी. भारत ने कहा था कि पाकिस्तान ने घृणा फैलाने के स्पष्ट इरादे के साथ हमारे आंतरिक मामलों पर टिप्पणी की है, वह बेहद निंदनीय है.

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह ट्वीट किया है.
कुरैशी ने उठाए थे सवालपाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Shah Mehmood Qureshi) ने करतारपुर गलियारा (Kartarpur Corridor) खोले जाने के दिन अयोध्या मामले में फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह इस तरह के खुशी के मौके पर दिखाए गई ‘‘असंवेदनशीलता’’ से ‘‘बेहद दुखी’’ हैं.
‘डॉन न्यूज टीवी’ ने कुरैशी के हवाले से कहा, ‘‘क्या इसको थोड़े दिन टाला नहीं जा सकता था? मैं इस खुशी के मौके पर दिखाए गई ‘‘असंवेदनशीलता’’ से ‘‘बेहद दुखी’’ हूं.’’ करतारपुर गलियारे के बहुप्रतीक्षित उद्घाटन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आपको इससे ध्यान भटकाने की बजाय इस खुशी के मौके का हिस्सा बनना चाहिए था. यह विवाद संवेदनशील था और उसे इस शुभ दिन का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए था.’’
भारत ने लगाई थी पाक को फटकार
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(भाषा के इनपुट के साथ)
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First published: November 13, 2019, 11:30 PM IST
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