बेटी वाले बयान पर बाबुल सुप्रियो बुरी तरह घिरे, बरस पड़ा विपक्ष

केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के एक बयान ने सियासी पारा बढ़ा दिया है.
पश्चिम बंगाल में होने जा रहे विधान सभा चुनावों में हो रही बयानबाजी में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के एक बयान ने सियासी पारा बढ़ा दिया है. विपक्ष को आलोचना का एक मौका मिल गया तो उसने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है. राज्य की महिला और बाल विकास मंत्री ने भी इस बयान को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है.
- News18Hindi
- Last Updated: February 28, 2021, 6:34 PM IST
कोलकाता. केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो (Babul Suprio) पर पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) बुरी तरह बरस रही है. बाबुल ने तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के 'बंगाल की बेटी' वाले स्लोगन पर 'बेटी पराया धन होती है' ट्वीट कर उपहास उड़ाया था. लेकिन इस ट्वीट पर आई प्रतिक्रिया को देखते हुए उन्हें यह ट्वीट हटाना पड़ गया. बाद में बाबुल ने इस बारे में सफाई देते हुए कहा कि 'मेरी दो बेटियां हैं, कोई भी राजनीतिक दल मुझे सिखाने की कोशिश न करे.'
बाबुल सुप्रिया ने भाजपा की आसनसोल इकाई द्वारा पोस्ट किए गए मीम को शेयर किया था. इस पोस्टर में ममता बनर्जी माइक लिए दिखाई दे रही थीं, साथ ही लिखा था मैं बंगाल की बेटी हूं. इसी पोस्टर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी थे, उनकी तस्वीर पर लिखा था ' बेटी पराया धन होती है, इस बार विदा कर देंगे'.
ये भी पढ़ें- बाबुल सुप्रियो का ममता बनर्जी पर निशाना, बोले- अलीपुर केंद्रीय जेल बनेगा TMC का कार्यालय
बाबुल सुप्रियो के ट्वीट पर तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने जमकर आलोचना की. टीएमसी के प्रवक्ता देबांगशु भट्टाचार्य ने कहा 'वाह! क्या यह एक केंद्रीय मंत्री है! शर्म करें, शर्म करें! वहीं राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ शशि पांजा ने भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री के बयान पर हमला बोला और कहा ' मैं हैरान हूं, कि भाजपा नेताओं के भीतर कितना गहरा और भयानक लिंगवाद चलता है.'ये भी पढ़ें- बाबुल सुप्रियो का ममता बनर्जी पर निशाना, बोले- अलीपुर केंद्रीय जेल बनेगा TMC का कार्यालय
पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने महिला मतदाताओं और बंगाली उप-राष्ट्रवाद पर ध्यान देने के साथ ममता बनर्जी को मस्कट के रूप में चित्रित करते हुए एक चुनावी नारे- “बंगला निजेर मेकेई चाय” ( बंगाल अपनी बेटी चाहता है ) का अनावरण किया था. पार्टी की कोशिश थी कि ममता बनर्जी की दीदी छबि को अब निजेर मेय (खुद की बेटी) में बदला जाए.

इस भारतीय जनता पार्टी ने काउंटर स्लोगन ' बंगला निजेर मेके चाई, पिशी नॉट' जारी किया था. इसका अर्थ है कि 'बंगाल अपनी बेटी को अपने चेहरे के रूप में चाहता है, लेकिन पिशी (ममता) नहीं. भाजपा के सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा 'बड़ा संदेश है कि हमारे राज्य में हर महिला, हमारे राज्य बंगाल का चेहरा है. चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक आठ चरण के चुनावों की घोषणा की है. तीन अन्य चुनावों वाले राज्यों और पुडुचेरी के केंद्र शासित प्रदेश के साथ 2 मई को परिणाम घोषित किए जाएंगे. पश्चिम बंगाल में 294 सदस्यीय विधानसभा है.
ऐसे दी सफाई
बाबुल सुप्रियो ने कहा कि हम सब के पास सोशल मीडिया संचालित करने के लिए टीम होती है , और हां, कुछ पोस्ट विवादित हो जाती हैं, जैसे कि यह हो गई. इस पोस्ट से राजनीतिक लाभ लेने के लिए इसका पूरी तरह से गलत वर्णन किया गया है.
बाबुल सुप्रिया ने भाजपा की आसनसोल इकाई द्वारा पोस्ट किए गए मीम को शेयर किया था. इस पोस्टर में ममता बनर्जी माइक लिए दिखाई दे रही थीं, साथ ही लिखा था मैं बंगाल की बेटी हूं. इसी पोस्टर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी थे, उनकी तस्वीर पर लिखा था ' बेटी पराया धन होती है, इस बार विदा कर देंगे'.
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पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने महिला मतदाताओं और बंगाली उप-राष्ट्रवाद पर ध्यान देने के साथ ममता बनर्जी को मस्कट के रूप में चित्रित करते हुए एक चुनावी नारे- “बंगला निजेर मेकेई चाय” ( बंगाल अपनी बेटी चाहता है ) का अनावरण किया था. पार्टी की कोशिश थी कि ममता बनर्जी की दीदी छबि को अब निजेर मेय (खुद की बेटी) में बदला जाए.
इस भारतीय जनता पार्टी ने काउंटर स्लोगन ' बंगला निजेर मेके चाई, पिशी नॉट' जारी किया था. इसका अर्थ है कि 'बंगाल अपनी बेटी को अपने चेहरे के रूप में चाहता है, लेकिन पिशी (ममता) नहीं. भाजपा के सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा 'बड़ा संदेश है कि हमारे राज्य में हर महिला, हमारे राज्य बंगाल का चेहरा है. चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक आठ चरण के चुनावों की घोषणा की है. तीन अन्य चुनावों वाले राज्यों और पुडुचेरी के केंद्र शासित प्रदेश के साथ 2 मई को परिणाम घोषित किए जाएंगे. पश्चिम बंगाल में 294 सदस्यीय विधानसभा है.
ऐसे दी सफाई
बाबुल सुप्रियो ने कहा कि हम सब के पास सोशल मीडिया संचालित करने के लिए टीम होती है , और हां, कुछ पोस्ट विवादित हो जाती हैं, जैसे कि यह हो गई. इस पोस्ट से राजनीतिक लाभ लेने के लिए इसका पूरी तरह से गलत वर्णन किया गया है.