क्या बंगाल में TMC लगा पाएगी जीत की हैट्रिक या लहराएगा भगवा? समझिए ममता के लिए क्यों मुश्किल है ये चुनाव

बीजेपी बनाम टीएमसी
Bengal Assembly Election 2021: अब तक ममता लगातार दो बार बंगाल की मुख्यमंत्री बन चुकी हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या दीदी इस बार जीत की हैट्रिक लगाएंगी या फिर बंगाल में भगवा लहराएगा.
- News18Hindi
- Last Updated: February 27, 2021, 1:18 PM IST
नई दिल्ली. पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Election 20201) के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव होने हैं वो है- पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, असम और पुडुचेरी. लेकिन हर किसी की निगाहें इस बार बंगाल पर टिकी हैं. साल 2011 में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में इतिहास रच दिया था. ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के नेतृत्व में पार्टी ने 34 साल बाद लेफ्ट की सरकार को उखाड़ फेंका. इसके बाद से लेकर अब तक ममता लगातार दो बार बंगाल की मुख्यमंत्री बन चुकी हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या दीदी इस बार जीत की हैट्रिक लगाएंगी या फिर बंगाल में भगवा लहराएगा.
पिछले 5 सालों से बीजेपी की नजर बंगाल पर है. साल 2016 में जब से ममता बनर्जी दूसरी बार बंगाल की मुख्यमंत्री बनीं तभी से बीजेपी ने उन्हें घेरने का प्लान तैयार कर लिया. साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी राज्य में बेहद आक्रामक हो गई है. पिछले 6 महीने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह और फिर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा हर किसी ने बंगाल का लगातार दौरा किया है. बीजेपी बार-बार बंगाल में परिवर्तन का नारा दे रही है.
TMC को घरने का प्लान
पिछले तीन महीनों के दौरान बीजेपी की रणनीति से टीएमसी में खलबली मच गई है. एक के बाद एक टीएमसी के दिग्गज बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेताओं के इस्तीफे के बाद ममता बनर्जी की चिंता बढ़ गई है. डायमंड हार्बर विधायक दीपक हलदर, पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी, टॉलीवुड अभिनेता यश दासगुप्ता, हीरन चटर्जी के अलावा करीब आधा दर्जन एक्टर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. इसके अलावा कई और नेता पार्टी छोड़ने की लगातार धमकी दे रहे हैं.

साल 2019 के चुनाव से बदली तस्वीर
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी के हौसले बुलंद हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य में अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन किया था. बीजेपी को 18 सीटों पर जीत मिली थी. जबकि इससे पहले पार्टी को 2014 के चुनाव में सिर्फ 2 सीटों पर जीत मिली थी. इस चुनाव में बीजेपी को 40.7 फीसदी वोट मिले थे. जबकि टीएमसी के खाते में 43.3 प्रतिशत वोट आए थे. बीजेपी इसी कामयाबी को इस बार विधानसभा के चुनाव में बदलना चाहती है.
सीएम कौन?
बंगाल में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती ये है कि उनके पास ममता को टक्कर देने के लिए कोई सीएम पद का चेहरा नहीं हैं. बीजेपी दूसरे राज्यों की तरह यहां भी पीएम मोदी के नाम पर चुनाव लड़ रही है. हाल के दिनों पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली का नाम सीएम के दावेदारों के तौर पर उठा था. लेकिन हाल के दिनों में वो बीमारी के चलते ज्यादा सक्रिय नहीं दिख रहे हैं.
पिछले चुनाव के नतीजे
पिछली बार यानी 2016 के चुनाव में टीएमसी को 203 सीटों पर जीत मिली थी. बीजेपी 291 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे सिर्फ 3 पर ही जीत मिली थी. सीपीएम 148 सीटों पर चुनाव लड़ी और 23 पर कामयाबी मिली थी. कांग्रेस ने 92 सीटों पर किस्मत आजमाई और उन्हें 43 सीटों पर जीत मिली थी.
जानें बंगाल में कब-कब चुनाव
राजनीतिक रूप से सबसे गर्म माने जा रहे पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में वोटिंग की जाएगी. 294 सीटों वाली विधानसभा के लिए वोटिंग 27 मार्च (30 सीट), 1 अप्रैल (30 सीट), 6 अप्रैल (31 सीट), 10 अप्रैल (44 सीट), 17 अप्रैल (45 सीट), 22 अप्रैल (43 सीट), 26 अप्रैल (36 सीट), 29 अप्रैल (35 सीट) को होगी. पश्चिम बंगाल में भी काउंटिंग 2 मई को की जाएगी.
पिछले 5 सालों से बीजेपी की नजर बंगाल पर है. साल 2016 में जब से ममता बनर्जी दूसरी बार बंगाल की मुख्यमंत्री बनीं तभी से बीजेपी ने उन्हें घेरने का प्लान तैयार कर लिया. साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी राज्य में बेहद आक्रामक हो गई है. पिछले 6 महीने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह और फिर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा हर किसी ने बंगाल का लगातार दौरा किया है. बीजेपी बार-बार बंगाल में परिवर्तन का नारा दे रही है.
TMC को घरने का प्लान
पिछले तीन महीनों के दौरान बीजेपी की रणनीति से टीएमसी में खलबली मच गई है. एक के बाद एक टीएमसी के दिग्गज बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेताओं के इस्तीफे के बाद ममता बनर्जी की चिंता बढ़ गई है. डायमंड हार्बर विधायक दीपक हलदर, पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी, टॉलीवुड अभिनेता यश दासगुप्ता, हीरन चटर्जी के अलावा करीब आधा दर्जन एक्टर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. इसके अलावा कई और नेता पार्टी छोड़ने की लगातार धमकी दे रहे हैं.


साल 2019 के चुनाव से बदली तस्वीर
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से बीजेपी के हौसले बुलंद हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य में अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन किया था. बीजेपी को 18 सीटों पर जीत मिली थी. जबकि इससे पहले पार्टी को 2014 के चुनाव में सिर्फ 2 सीटों पर जीत मिली थी. इस चुनाव में बीजेपी को 40.7 फीसदी वोट मिले थे. जबकि टीएमसी के खाते में 43.3 प्रतिशत वोट आए थे. बीजेपी इसी कामयाबी को इस बार विधानसभा के चुनाव में बदलना चाहती है.
सीएम कौन?
बंगाल में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती ये है कि उनके पास ममता को टक्कर देने के लिए कोई सीएम पद का चेहरा नहीं हैं. बीजेपी दूसरे राज्यों की तरह यहां भी पीएम मोदी के नाम पर चुनाव लड़ रही है. हाल के दिनों पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली का नाम सीएम के दावेदारों के तौर पर उठा था. लेकिन हाल के दिनों में वो बीमारी के चलते ज्यादा सक्रिय नहीं दिख रहे हैं.
पिछले चुनाव के नतीजे
पिछली बार यानी 2016 के चुनाव में टीएमसी को 203 सीटों पर जीत मिली थी. बीजेपी 291 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे सिर्फ 3 पर ही जीत मिली थी. सीपीएम 148 सीटों पर चुनाव लड़ी और 23 पर कामयाबी मिली थी. कांग्रेस ने 92 सीटों पर किस्मत आजमाई और उन्हें 43 सीटों पर जीत मिली थी.
जानें बंगाल में कब-कब चुनाव
राजनीतिक रूप से सबसे गर्म माने जा रहे पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में वोटिंग की जाएगी. 294 सीटों वाली विधानसभा के लिए वोटिंग 27 मार्च (30 सीट), 1 अप्रैल (30 सीट), 6 अप्रैल (31 सीट), 10 अप्रैल (44 सीट), 17 अप्रैल (45 सीट), 22 अप्रैल (43 सीट), 26 अप्रैल (36 सीट), 29 अप्रैल (35 सीट) को होगी. पश्चिम बंगाल में भी काउंटिंग 2 मई को की जाएगी.