बिप्लब देब का नया ज्ञान, कहा- बतखों के तैरने से पानी में बढ़ता है ऑक्सीजन

बिप्लब देब की नयी थ्योरी, बतखों के तैरने से पानी में बढ़ता है ऑक्सीजन का स्तर (File photo)
विशेषज्ञ मुख्यमंत्री के इस बयान से सहमत नहीं हैं. रिटायर्ड जूलॉजी प्रोफेसर ज्योति प्रकाश रॉय चौधरी ने इस बयान को अवैज्ञानिक करार दिया है.
- News18Hindi
- Last Updated: August 28, 2018, 6:10 PM IST
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने एक बार फिर अजीबोगरीब बयान दिया है. उन्होंने दावा किया है कि बतखों के तैरने से पानी में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है. उन्होंने कहा कि इसी वजह से वह पूरे राज्य के ग्रामीणों में बतख वितरित करना चाहते हैं.
सोमवार शाम को रुद्रसागर झील पर आयोजित पारंपरिक नौका दौड़ के दौरान वहां इकट्ठा हुए लोगों को संबोधित करते हुए देब ने कहा कि बतख जब तैरते हैं, तो पानी की रीसाइकलिंग होती है, जिससे जल निकायों में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाता है. इस ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने से मछलियों की तादात बढ़ती है. इसके साथ ही उन्होंने उस इलाके में रहने वाले मछुआरों को 50,000 सफेद बतखों के वितरण का वादा किया.
आगे देब ने कहा कि बतख पालने से बच्चों को काफी फायदा पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि इलाके में अगर हर परिवार कम से कम 5 बतख रखता है तो अतिरिक्त प्रोटीन और विटामिन का सप्लिमेंट मिलेगा. देब ने दावा किया कि बतख और पॉलट्री गांव की संस्कृति का हिस्सा रहे हैं. यहीं परंपरा पिछले 25 सालों से नष्ट हो गया था.
हालांकि, विशेषज्ञ मुख्यमंत्री के इस बयान से सहमत नहीं हैं. रिटायर्ड जूलॉजी प्रोफेसर ज्योति प्रकाश रॉय चौधरी ने इस बयान को अवैज्ञानिक करार दिया है.गौरतलब है त्रिपुरा के सीएम बनने के बाद से ही बिप्लब देब अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं. हाल में उन्होंने मॉब लिंचिग की वारदात को अंतरराष्ट्रीय साजिश करार देते हुए कहा कि त्रिपुरा में अब इस तरह की घटनाओं पर लगाम लग गई है.
बिप्लब देब सबसे पहले महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट होने का दावा कर सुर्खियों में आए थे. इसके बाद उन्होंने कहा था कि डायना हेडन इंडियन ब्यूटी नहीं हैं. डायना हेडन की जीत फिक्स थी. उन्होंने कहा था कि डायना हेडन भारतीय महिलाओं की सुंदरता की नुमाइंदगी नहीं करतीं.
सोमवार शाम को रुद्रसागर झील पर आयोजित पारंपरिक नौका दौड़ के दौरान वहां इकट्ठा हुए लोगों को संबोधित करते हुए देब ने कहा कि बतख जब तैरते हैं, तो पानी की रीसाइकलिंग होती है, जिससे जल निकायों में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाता है. इस ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने से मछलियों की तादात बढ़ती है. इसके साथ ही उन्होंने उस इलाके में रहने वाले मछुआरों को 50,000 सफेद बतखों के वितरण का वादा किया.
आगे देब ने कहा कि बतख पालने से बच्चों को काफी फायदा पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि इलाके में अगर हर परिवार कम से कम 5 बतख रखता है तो अतिरिक्त प्रोटीन और विटामिन का सप्लिमेंट मिलेगा. देब ने दावा किया कि बतख और पॉलट्री गांव की संस्कृति का हिस्सा रहे हैं. यहीं परंपरा पिछले 25 सालों से नष्ट हो गया था.
हालांकि, विशेषज्ञ मुख्यमंत्री के इस बयान से सहमत नहीं हैं. रिटायर्ड जूलॉजी प्रोफेसर ज्योति प्रकाश रॉय चौधरी ने इस बयान को अवैज्ञानिक करार दिया है.गौरतलब है त्रिपुरा के सीएम बनने के बाद से ही बिप्लब देब अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं. हाल में उन्होंने मॉब लिंचिग की वारदात को अंतरराष्ट्रीय साजिश करार देते हुए कहा कि त्रिपुरा में अब इस तरह की घटनाओं पर लगाम लग गई है.
बिप्लब देब सबसे पहले महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट होने का दावा कर सुर्खियों में आए थे. इसके बाद उन्होंने कहा था कि डायना हेडन इंडियन ब्यूटी नहीं हैं. डायना हेडन की जीत फिक्स थी. उन्होंने कहा था कि डायना हेडन भारतीय महिलाओं की सुंदरता की नुमाइंदगी नहीं करतीं.