केरल सरकार के 'जल्दबाजी में उठाए गए कदम' के खिलाफ बीजेपी की 'सबरीमला बचाओ यात्रा'

केरल सरकार के 'जल्दबाजी में उठाए गए कदम' के खिलाफ बीजेपी की 'सबरीमला बचाओ यात्रा' (फाइल फोटो- पीटीआई)
बीजेपी के केरल अध्यक्ष पी एस श्रीधरन पिल्लई ने पंडालम से तिरुवनंतपुर के बीच पांच दिवसीय 'सबरीमला बचाओ यात्रा' आयोजित करने की घोषणा की.
- भाषा
- Last Updated: October 8, 2018, 11:05 PM IST
सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश देने के उच्चतम न्यायालय के आदेश को लागू कराने के सीपीएम के नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार के जल्दीबाजी में उठाए गए कदम के खिलाफ बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए पांच दिन की यात्रा का आयोजन करेगी. बीजेपी ने सोमवार को ये जानकारी दी.
बीजेपी के राज्य अध्यक्ष पी एस श्रीधरन पिल्लई ने पंडालम से तिरुवनंतपुर के बीच पांच दिवसीय 'सबरीमला बचाओ यात्रा' आयोजित करने की घोषणा की. उन्होंने आरोप लगाया कि एलडीएफ सरकार भगवान अयप्पा के भक्तों के आंदोलन को परास्त करने के लिए हिंदुओं को विभाजित करने की कोशिश कर रही है.
पिल्लई ने बताया कि 'सबरीमला बचाओ यात्रा' पंडालम से 10 अक्टूबर को शुरू होगी और 15 अक्टूबर को तिरुवनंतपुरम में उसका समापन होगा. पंडालम में भगवान अयप्पा का प्रासाद है.
यहां पार्टी की कोर समिति की बैठक के बाद बीजेपी राज्य प्रमुख ने कहा, 'सरकार हिन्दू आस्था और श्रद्धालुओं की भावनाओं को दबा कर उच्चतम न्यायालय के आदेश को लागू करने का प्रयास कर रही है.' उन्होंने कहा कि एनडीए की 'सबरीमला बचाओ यात्रा' गांधी के सिद्धांतों पर आधारित एक आंदोलन होगी.
बीजेपी के राज्य अध्यक्ष पी एस श्रीधरन पिल्लई ने पंडालम से तिरुवनंतपुर के बीच पांच दिवसीय 'सबरीमला बचाओ यात्रा' आयोजित करने की घोषणा की. उन्होंने आरोप लगाया कि एलडीएफ सरकार भगवान अयप्पा के भक्तों के आंदोलन को परास्त करने के लिए हिंदुओं को विभाजित करने की कोशिश कर रही है.
पिल्लई ने बताया कि 'सबरीमला बचाओ यात्रा' पंडालम से 10 अक्टूबर को शुरू होगी और 15 अक्टूबर को तिरुवनंतपुरम में उसका समापन होगा. पंडालम में भगवान अयप्पा का प्रासाद है.
यहां पार्टी की कोर समिति की बैठक के बाद बीजेपी राज्य प्रमुख ने कहा, 'सरकार हिन्दू आस्था और श्रद्धालुओं की भावनाओं को दबा कर उच्चतम न्यायालय के आदेश को लागू करने का प्रयास कर रही है.' उन्होंने कहा कि एनडीए की 'सबरीमला बचाओ यात्रा' गांधी के सिद्धांतों पर आधारित एक आंदोलन होगी.