पश्चिम बंगाल में फिर चढ़ा सियासी पारा, बीजेपी नेता रिमझिम मित्रा को हिरासत में लिया

बीजेपी नेता रिमझिम मित्रा बुधवार को 'डेंगू मुक्त कोलकाता' समेत कई मांगों को लेकर नगर निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रही थीं.
कोलकाता पुलिस (Kolkata Police) ने पूर्व अभिनेत्री और बीजेपी नेता रिमझिम मित्रा (Rimjhim Mitra) को धक्का-मुक्की के बाद हिरासत (Detained) में ले लिया. वह 'डेंगू मुक्त कोलकाता' समेत कई मांगों को लेकर नगर निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन (Protest) कर रही थीं. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज (Baton Charge) करने के साथ ही वाटर कैनन (Water Canan) का इस्तेमाल भी किया. वहीं, बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) जब दक्षिण 24 परगना में चक्रवात प्रभावित लोगों से मिलने पहुंचे तो उन्हें काले झंडे दिखाए गए.
- News18Hindi
- Last Updated: November 13, 2019, 8:00 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal) में करीब-करीब शांत हो चुका सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है. दरअसल, पूर्व अभिनेत्री और बीजेपी नेता रिमझिम मित्रा (Rimjhim Mitra) बुधवार को कुछ मांगों को लेकर कोलकाता (Kolkata) नगर निगम कार्यालय पर प्रदर्शन कर रही थीं. इसी दौरान पुलिस (Police) और बीजेपी कार्यकर्ताओं (BJP Workers) में झड़प हो गई. इसके बाद पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां बरसाईं (Baton Charge) और मित्रा को हिरासत (Detained) में ले लिया. वहीं, दक्षिण 24 परगना में चक्रवात प्रभावितों से मिलने पहुंचे बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) को तृणमूल कांग्रेस (TMC) कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए.
मित्रा कोलकाता नगर निगम कार्यालय पर कर रही थीं प्रदर्शन
बीजेपी नेता रिमझिम मित्रा बुधवार को 'डेंगू मुक्त कोलकाता' समेत कई मांगों को लेकर नगर निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रही थीं. उनके साथ बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता भी थे. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का प्रयोग किया. साथ ही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया. बीजेपी नेता रिमझिम मित्रा का कहना था, 'हम अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे. हमने प्रदर्शन से पहले इसकी अनुमति भी ले ली थी. पुरुष पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की और हिरासत में ले लिया.'
सुप्रियो को प्रदर्शनकारियों ने नमखाना पहुंचते ही रोक लिया
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो जब चक्रवात 'बुलबुल' से प्रभावित इलाकों में हालात का जायजा लेने के लिए बुधवार को दक्षिण 24 परगना पहुंचे तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा. लोगों ने उनके सामने वापस जाओ, वापस जाओ के नारे लगाए. सुप्रियो ने दावा किया कि प्रदर्शन करने वाले लोग पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता थे. उन्होंने मंगलवार को बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे पश्चिम बंगाल में चक्रवात प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए कहा है. बाबुल सुप्रियो के काफिले को चक्रवात से सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में एक नमखाना पहुंचने के फौरन बाद प्रदर्शनकारियों ने रोक दिया. उन्हें काले झंडे दिखाए. केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि वह जमीनी हकीकत का जायजा लेने जिले में आए हैं. फिर भी प्रदर्शनकारियों ने उन्हें वापस जाने के लिए कहा.
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मित्रा कोलकाता नगर निगम कार्यालय पर कर रही थीं प्रदर्शन
बीजेपी नेता रिमझिम मित्रा बुधवार को 'डेंगू मुक्त कोलकाता' समेत कई मांगों को लेकर नगर निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर रही थीं. उनके साथ बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता भी थे. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन का प्रयोग किया. साथ ही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया. बीजेपी नेता रिमझिम मित्रा का कहना था, 'हम अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे. हमने प्रदर्शन से पहले इसकी अनुमति भी ले ली थी. पुरुष पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की और हिरासत में ले लिया.'

बाबुल सुप्रियो को दक्षिण 24 परगना में भारी विरोध का सामना करना पड़ा.
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो जब चक्रवात 'बुलबुल' से प्रभावित इलाकों में हालात का जायजा लेने के लिए बुधवार को दक्षिण 24 परगना पहुंचे तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा. लोगों ने उनके सामने वापस जाओ, वापस जाओ के नारे लगाए. सुप्रियो ने दावा किया कि प्रदर्शन करने वाले लोग पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता थे. उन्होंने मंगलवार को बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे पश्चिम बंगाल में चक्रवात प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए कहा है. बाबुल सुप्रियो के काफिले को चक्रवात से सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में एक नमखाना पहुंचने के फौरन बाद प्रदर्शनकारियों ने रोक दिया. उन्हें काले झंडे दिखाए. केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि वह जमीनी हकीकत का जायजा लेने जिले में आए हैं. फिर भी प्रदर्शनकारियों ने उन्हें वापस जाने के लिए कहा.
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