ओडिशा: जंगलों में लगी आग पर बीजेपी सांसदों ने जावड़ेकर से की मुलाकात, जल्द बुझाने की मांग

सांसदों ने आग की वजह बताई है.
Fire in Odisha Forest: प्रतिनिधि मंडल का कहना है कि ओडिशा के मयूरभंज बलांगीर काली हांडी आदि के जंगलों में पिछले 1 महीने से आग लगी हुई है लेकिन इसे बुझाने का प्रयास नहीं किया जा रहा है.
- News18Hindi
- Last Updated: March 10, 2021, 3:49 PM IST
नई दिल्ली. ओडिशा के जंगलों में पिछले एक महीने से लगी (Fire in Odisha Forest) आग को लेकर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Minister Dharmendra Pradhan) के नेतृत्व में बीजेपी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के साथ मुलाकात की. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने न्यूज़18 इंडिया को बताया कि ओडिशा के विभिन्न जंगलों में जिनकी संख्या लगभग 600 हैं, पिछले 1 महीने से आग लगी हुई है और इसको लेकर के किसी का ध्यान नहीं गया है.
प्रतिनिधि मंडल का कहना है कि ओडिशा के मयूरभंज बलांगीर काली हांडी आदि के जंगलों में पिछले 1 महीने से आग लगी हुई है लेकिन इसे बुझाने का प्रयास नहीं किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान प्रधान का कहना है कि इस आग के कारण ओडिशा का प्रमुख सिमलीपाल टाइगर रिजर्व भी इसकी चपेट में आ गया है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस आग पर जल्द से जल्द नियंत्रण करने के लिए पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से कदम उठाने की मांग की है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस आग पर जल्द से जल्द नियंत्रण करने के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही.
क्या हो सकते हैं आग लगने के कारण?
प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि आग के कारण प्राकृतिक हो सकते हैं या फिर विभिन्न माफियाओं इस आग को लगाया है इसकी भी जांच होनी चाहिए लेकिन उनका कहना है कि सबसे पहले सरकार का प्रयास आग पर काबू पाने के लिए किया जाना चाहिए. प्रतिनिधि मंडल का कहना है कि कई बार प्राकृतिक कारणों से ओडिशा के जंगलों में आग लग जाती है लेकिन कई बार जंगल माफिया भी अपने फायदे के लिए इस तरह की आग लगवा देते हैं.ये भी पढ़ेंः- केरल में चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा

आग के कारण प्रभावित हो रहे हैं जीव-जंतु
बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने ओडिशा के जंगलों में लगी आग की तुलना ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग से करते हुए कहा कि इससे प्रदेश के जंगल काफी प्रभावित हो रहे हैं साथ ही साथ जंगल में रहने वाले जीव जंतु और वनस्पति भी इससे काफी प्रभावित हो रही है. उन्होंने इसके लिए सभी को मिल कर काम करने की मांग की. प्रतिनिधि मंडल में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ साथ विशेश्वर टुडू, सुरेश पुजारी , अपराजिता सारंगी आदि शामिल थे.
प्रतिनिधि मंडल का कहना है कि ओडिशा के मयूरभंज बलांगीर काली हांडी आदि के जंगलों में पिछले 1 महीने से आग लगी हुई है लेकिन इसे बुझाने का प्रयास नहीं किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान प्रधान का कहना है कि इस आग के कारण ओडिशा का प्रमुख सिमलीपाल टाइगर रिजर्व भी इसकी चपेट में आ गया है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस आग पर जल्द से जल्द नियंत्रण करने के लिए पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से कदम उठाने की मांग की है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस आग पर जल्द से जल्द नियंत्रण करने के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही.
क्या हो सकते हैं आग लगने के कारण?
प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि आग के कारण प्राकृतिक हो सकते हैं या फिर विभिन्न माफियाओं इस आग को लगाया है इसकी भी जांच होनी चाहिए लेकिन उनका कहना है कि सबसे पहले सरकार का प्रयास आग पर काबू पाने के लिए किया जाना चाहिए. प्रतिनिधि मंडल का कहना है कि कई बार प्राकृतिक कारणों से ओडिशा के जंगलों में आग लग जाती है लेकिन कई बार जंगल माफिया भी अपने फायदे के लिए इस तरह की आग लगवा देते हैं.ये भी पढ़ेंः- केरल में चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा
आग के कारण प्रभावित हो रहे हैं जीव-जंतु
बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी ने ओडिशा के जंगलों में लगी आग की तुलना ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग से करते हुए कहा कि इससे प्रदेश के जंगल काफी प्रभावित हो रहे हैं साथ ही साथ जंगल में रहने वाले जीव जंतु और वनस्पति भी इससे काफी प्रभावित हो रही है. उन्होंने इसके लिए सभी को मिल कर काम करने की मांग की. प्रतिनिधि मंडल में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ साथ विशेश्वर टुडू, सुरेश पुजारी , अपराजिता सारंगी आदि शामिल थे.