त्रिपुरा के CM के खिलाफ BJP में ही उठी आवाज़, लगे नारे- 'बिप्लब हटाओ, बीजेपी बचाओ'

बीजेपी में हो रहा बिप्लब देव का विरोध. (pic- Twitter)
Tripura BJP: बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव और केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद कुमार सोनकर ने कहा है कि पार्टी में ऐसा किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है.
- News18Hindi
- Last Updated: December 7, 2020, 2:22 PM IST
नई दिल्ली. त्रिपुरा (Tripura) के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बिप्लब देव (Biplab Deb) के खिलाफ उनकी पार्टी में ही विरोध के स्वर मुखर हो रहे हैं. रविवार को एक बैठक के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं (BJP) ने अगरतला में पार्टी के शीर्ष नेताओं के सामने 'बिप्लब हटाओ, बीजेपी बचाओ' जैसे नारे लगाए. हालांकि बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव और केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद कुमार सोनकर ने कहा है कि पार्टी में ऐसा किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है.
अगरतला पहुंचे विनोद कुमार सोनकर गेस्ट हाउस में पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे. तभी बाहर की ओर बड़ी संख्या लोग एकत्र हुए, कहा जा रहा है कि ये पार्टी के ही कार्यकर्ता थे. इन लोगों ने वहां बिप्लब देव के खिलाफ नारेबाजी की. त्रिपुरा में सीएम बिप्लब देव के नेतृत्व में बीजेपी और आईपीएफटी गठबंधन की सरकार है. कहा जा रहा है कि उनकी सरकार के खिलाफ लंबे समय से पार्टी में ही आवाज उठ रही है. इसका कारण प्रबंधन की कमी को बताया जा रहा है.
इससे पहले बिप्लब देव की सरकार पर खतरे जैसी आशंकाएं भी आ चुकी हैं. अक्टूबर में ही त्रिपुरा बीजेपी के असंतुष्ट विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. उन्होंने नड्डा से राज्य में खराब सरकार के प्रति चिंता भी व्यक्त की थी. चार विधायकों के दल ने भी उन्हें त्रिपुरा में राजनीतिक खींचतान को संगठन की स्थिति को लेकर जानकारी दी थी.
बिप्लब देव को लगातार सुदीप रॉय बर्मन से विरोध का सामना करना पड़ रहा है. सुदीप ने कई बार मुख्यमंत्री बिप्लब देव की आलोचना भी की है. जून में सुदीप को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के पद से हटाया भी जा चुका है. उन्हें असंतुष्ट नेताओं के समूह का नेता माना जा रहा है.
अगरतला पहुंचे विनोद कुमार सोनकर गेस्ट हाउस में पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे. तभी बाहर की ओर बड़ी संख्या लोग एकत्र हुए, कहा जा रहा है कि ये पार्टी के ही कार्यकर्ता थे. इन लोगों ने वहां बिप्लब देव के खिलाफ नारेबाजी की. त्रिपुरा में सीएम बिप्लब देव के नेतृत्व में बीजेपी और आईपीएफटी गठबंधन की सरकार है. कहा जा रहा है कि उनकी सरकार के खिलाफ लंबे समय से पार्टी में ही आवाज उठ रही है. इसका कारण प्रबंधन की कमी को बताया जा रहा है.
इससे पहले बिप्लब देव की सरकार पर खतरे जैसी आशंकाएं भी आ चुकी हैं. अक्टूबर में ही त्रिपुरा बीजेपी के असंतुष्ट विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. उन्होंने नड्डा से राज्य में खराब सरकार के प्रति चिंता भी व्यक्त की थी. चार विधायकों के दल ने भी उन्हें त्रिपुरा में राजनीतिक खींचतान को संगठन की स्थिति को लेकर जानकारी दी थी.