मुंबई। बम्बई उच्च न्यायालय परिसर में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक अज्ञात फोन कॉल से किसी ने वहां बम रखे होने की जानकारी दी। फौरन सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं, लेकिन बाद में पता चला कि यह एक फर्जी फोन था।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) देवेन भारती ने बताया कि आज सुबह उच्च न्यायालय में पुलिस एक्सटेंशन लाइन पर एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। उसने उच्च न्यायालय परिसर में बम रखे होने का दावा किया। एहतियात के तौर पर उच्च न्यायालय इमारत में तलाशी की।
पुलिस ने बताया कि फोन आने के तुरंत बाद पुलिसकर्मी दो खोजी कुत्तों के साथ हरकत में आ गए और दोपहर करीब 12 बजे न्यायमूर्ति वी. एम. कानाडे और बी. पी. कोलाबावल्ला की खंडपीठ के अदालत कक्ष की जांच की, लेकिन वहां कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। सुबह 11 बजे अदालती कार्यवाही के लिए आए दोनों न्यायाधीश अपने कक्ष से बाहर चले गए, ताकि पुलिसकर्मी वहां जांच कर सकें।
भारती ने बताया कि यह एक आम सूचना थी, जिसमें उच्च न्यायालय में बम रखे जाने की बात कही गई थी। गौरतलब है कि न्यायमूर्ति कानाडे ने गौमांस पर प्रतिबंध, नेस्ले मैगी मामला, बेस्ट बेकरी अभियुक्तों की दोषसिद्धि, हाजी अली में महिलाओं के प्रवेश जैसे कई संवेदनशील मामलों से संबंधित कई याचिकाओं पर सुनवाई की है।
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Tags: Bombay high court
FIRST PUBLISHED : August 10, 2015, 16:32 IST