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केरल: मंदिर के टॉयलेट पर लिखा 'ये केवल ब्राह्मणों के लिए, सोशल मीडिया पर मचा बवाल

वायरल तस्वीर में यह टॉयलेट ‘पुरुष’, ‘महिला’ और ‘ब्राह्मण’ लिखा के लिए है.

वायरल तस्वीर में यह टॉयलेट ‘पुरुष’, ‘महिला’ और ‘ब्राह्मण’ लिखा के लिए है.

त्रिशूर के शोध छात्र अरविंद जी क्रिस्टो ने मंदिर परिसर में लगे एक साइन बोर्ड की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की थी. जिसमे ...अधिक पढ़ें

    तिरुवनंतपुरम. केरल के त्रिशूर जिले के एक मंदिर परिसर में ब्राह्मणों के लिए अलग से बनाए गए शौचालय को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया हुआ है. इस मामले में कोचीन देवस्वम बोर्ड (CDB) ने जांच के आदेश दिए हैं. हालांकि, विवाद बढ़ता देख साइन बोर्ड को हटा दिया गया है.

    ये मामला तब सामने आया जब त्रिशूर के निवासी और शोध छात्र अरविंद जी क्रिस्टो ने बुधवार को कुट्टुमुक्कू महादेव मंदिर परिसर में लगे एक साइन बोर्ड की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की. साइन बोर्ड में लिखा था कि इस शौचालय का इस्तेमाल सिर्फ पुरुष, महिला और ब्राह्मणों के लिए है. इसके बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया. लोगों ने इसे अनैतिक कार्य बताया, जिससे प्रगतिशील राज्य का नाम खराब होगा.

    सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल
    क्रिस्टो ने पोस्ट में लिखा, 'मैं मंदिर के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गया था. तभी में मैंने मंदिर परिसर में ब्राह्मणों के लिए अलग शौचालय का साइन बोर्ड देखा. साइन बोर्ड को देखकर में चौंक गया और उसकी तस्वीर खींच ली. इसके बाद मैंने फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जो वायरल हो गई. मुझे खुशी है कि अब उस साइन बोर्ड को हटा दिया जाएगा.'

    CBD ने दिए जांच के आदेश
    वहीं, कोचीन देवस्वम बोर्ड के अध्यक्ष एबी मोहनन ने News18 से कहा, 'यह मामला जब मेरे संज्ञान में आया, तो मैंने मंदिर के अधिकारियों को इसे तत्काल हटाने का निर्देश दिया. साथ ही सीडीबी के सहायक आयुक्त जयकुमार को इस मामले की जांच करने और एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि इस साइन बोर्ड को 2003 में लगाया गया था. हम ऐसी चीजों को CDB के मंदिरों में नहीं होने देते.'

    मंदिर समिति के अधिकारी कन्नन ने कहा कि बोर्ड करीब दो दशक पहले लगा और इसके खिलाफ अभी तक किसी ने शिकायत नहीं की थी. उन्होंने कहा, ‘उस शौचालय का इस्तेमाल पुजारी और मंदिर के अन्य कर्मचारी करते थे. हमने उस बोर्ड को भी नहीं देखा... हमें जैसे ही इसके बारे में पता चला, हमने इसे हटा दिया और ‘केवल कर्मचारियों के लिए’ बोर्ड लगा दिया. कन्नन ने कहा कि मंदिर और इसका प्रबंधन किसी भी तरह की अनैतिक प्रथा के खिलाफ है.
    (PTI इनपुट के साथ)

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    Tags: Kerala, Social media, Viral news, Viral Photo

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