Budget Session: राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे कांग्रेस समेत 16 दल

संसद का बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू होकर 8 अप्रैल तक चलेगा. (File Photo)
संसद के बजट सत्र (Budgest Session) के दौरान विपक्षी दल राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 29 जनवरी को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे.
- News18Hindi
- Last Updated: January 28, 2021, 2:43 PM IST
नई दिल्ली. संसद के बजट सत्र (Budgest Session) के दौरान विपक्षी दल राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे. विपक्षी दलों का कहना है कि जिस तरह से बीते सत्र में तीन कृषि कानूनों को पारित किया गया, उसके विरोध में यह कदम उठाया जा रहा है.
राष्ट्रपति के अभिभाषण का विरोध करने वाले राजनीतिक दलों में कांग्रेस, एनसीपी, जेकेएनसी, डीएमके, एआईटीसी, शिवसेना, समाजवादी पार्टी, आरजेडी, सीपीआईएमएल, सीपीआई,आईयूएमएल, आरएसपी,पीडीपी, MDMK , केरल कॉंग्रेस और AIUDF शामिल हैं.
राज्यसभा में कांग्रेस के सदस्य और नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने इस बाबत कहा 'हम 16 राजनीतिक दलों की ओर से एक बयान जारी कर रहे हैं कि कल संसद में दिया जाने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे. इस फैसले के पीछे प्रमुख कारण यह है कि कृषि कानूनों को विपक्ष के बिना सदन में जबर्दस्ती पास किया गया.
कल संसद का संयुक्त सत्र संबोधित करेंगे राष्ट्रपतिआजाद ने कहा कि राष्ट्रपति के संसद की संयुक्त बैठक के संबोधन का 16 विपक्षी दल किसानों के मुद्दे को लेकर बहिष्कार करेंगे. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन हिंसा के मामले में केंद्र की भूमिका की जांच की मांग की है.

गौरतलब है कि नियम के तौर पर बजट सत्र के पहले दिन, राष्ट्रपति राज्यसभा और लोकसभा के संयुक्त सदन को संबोधित करते हैं. सामान्य तौर पर राष्ट्रपति के अभिभाषण के दिन संसद स्थित सेंट्रल हॉल में राज्यसभा और लोकसभा के सदस्य एक साथ बैठते हैं. हालांकि इस बार कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस बार विशेष इंतजाम किए गए हैं. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 29 जनवरी को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे.
यह भी पढ़ें: Budget 2021: बजट के लिए कांग्रेस ने सरकार को दिए 10 सुझाव
राष्ट्रपति के अभिभाषण का विरोध करने वाले राजनीतिक दलों में कांग्रेस, एनसीपी, जेकेएनसी, डीएमके, एआईटीसी, शिवसेना, समाजवादी पार्टी, आरजेडी, सीपीआईएमएल, सीपीआई,आईयूएमएल, आरएसपी,पीडीपी, MDMK , केरल कॉंग्रेस और AIUDF शामिल हैं.
राज्यसभा में कांग्रेस के सदस्य और नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने इस बाबत कहा 'हम 16 राजनीतिक दलों की ओर से एक बयान जारी कर रहे हैं कि कल संसद में दिया जाने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे. इस फैसले के पीछे प्रमुख कारण यह है कि कृषि कानूनों को विपक्ष के बिना सदन में जबर्दस्ती पास किया गया.
कल संसद का संयुक्त सत्र संबोधित करेंगे राष्ट्रपतिआजाद ने कहा कि राष्ट्रपति के संसद की संयुक्त बैठक के संबोधन का 16 विपक्षी दल किसानों के मुद्दे को लेकर बहिष्कार करेंगे. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन हिंसा के मामले में केंद्र की भूमिका की जांच की मांग की है.
गौरतलब है कि नियम के तौर पर बजट सत्र के पहले दिन, राष्ट्रपति राज्यसभा और लोकसभा के संयुक्त सदन को संबोधित करते हैं. सामान्य तौर पर राष्ट्रपति के अभिभाषण के दिन संसद स्थित सेंट्रल हॉल में राज्यसभा और लोकसभा के सदस्य एक साथ बैठते हैं. हालांकि इस बार कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस बार विशेष इंतजाम किए गए हैं. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 29 जनवरी को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे.
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