BYJU'S Young Genius: लीडियन नधास्वरम् और मेघाली मालाबिका ने बताया अपनी सफलता का राज

लीडियन की प्रतिभा का अंदाजा इस बात से होता है कि महान संगीतकार ए. आर. रहमान ने उन्हें 'भारतीय संगीत का एंबेसडर' करार दिया है.
BYJU'S Young Genius के पहले एपिसोड में चमत्कारिक प्रतिभा के धनी दो बच्चों 15 वर्षीय लीडियन नधास्वरम् (Lydian Nadhasawaram) और 14 वर्षीय मेघाली मालाबिका (Meghali Malabika) ने अपनी मेहनत, सफलता हासिल करने के तरीके और भविष्य की योजनाओं को लेकर बात की.
- News18Hindi
- Last Updated: January 17, 2021, 4:28 PM IST
नई दिल्ली. BYJU'S Young Genius के पहले एपिसोड में कार्यक्रम के होस्ट आनंद नरसिम्हन ने विलक्षण प्रतिभा के धनी लीडियन नधास्वरम् (Lydian Nadhasawaram) का स्वागत करते हुए दर्शकों को उनकी प्रतिभा, लगन और सफलता से रूबरू कराया. लीडियन की प्रतिभा का अंदाजा इस बात से होता है कि महान संगीतकार ए. आर. रहमान ने उन्हें 'भारतीय संगीत का एंबेसडर' करार दिया है.
कार्यक्रम के दौरान लीडियन ने अपनी यात्रा के बारे में बताया कि किस तरह से एक संगीतकार के तौर पर उनकी यात्रा शुरू हुई. लीडियन के मुताबिक सिर्फ दो साल की उम्र में उन्होंने ड्रम बजाना शुरू कर दिया और उस समय उनके पिता और बहन ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और हौसलाअफजाई की. बाद में, 8 वर्ष की उम्र में लीडियन के पिता ने उन्हें पियानो बजाने के लिए प्रेरित किया.
15 साल की उम्र में लीडियन अब तक 500 के करीब कंसर्ट में हिस्सा ले चुके हैं. उनकी खासियत ये है कि आंखों पर पट्टी बांधकर भी पियानो बजा सकते हैं, यही नहीं वे एक साथ दो पियानो बजा सकते हैं. 2019 में उन्हें 'द वर्ल्ड बेस्ट' के खिताब से नवाजा गया.
लीडियन का सपना भारतीय फिल्म इंडस्ट्री और हॉलीवुड के लिए म्यूजिक कंपोजर बनने का है. साथ ही वे वर्ल्ड क्लास पियानिस्ट बनना चाहते हैं और उनकी इच्छा चांद पर पियानो बजाने की है.कार्यक्रम में वर्चुअली भाग लेते हुए जाने माने गायक और संगीतकार शंकर महादेवन ने कहा कि मुंबई में आयोजित इंटरनेशनल पियानो डे में लीडियन खास आकर्षण का केंद्र थे. शंकर महादेवन ने भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए लीडियन की प्रतिभा को और ज्यादा पहचान मिलने की कामना की.
कार्यक्रम में दूसरे मेहमान के तौर पर अद्भुत प्रतिभा की धनी और 'गूगल गर्ल ऑफ इंडिया' के नाम से विख्यात मेघाली मालाबिका (Meghali Malabika) ने शिरकत की. मेघाली का लक्ष्य स्पेस साइंटिस्ट बनने की है और अपने भौगोलिक ज्ञान का उपयोग वे मानवता के उत्थान में करना चाहती हैं.
अगर उन्हें दुनिया के मानचित्र को दोबारा से बनाने का मौका मिले? के सवाल पर मेघाली ने कहा कि वे आपस में लड़ रहे देशों को एक-दूसरे से अलग करते हुए उन्हें दूर कर देंगी. 14 वर्षीय ने मेघाली ने कार्यक्रम में तमाम सवालों के प्रभावी और सटीक जवाब देकर सबको अपनी प्रतिभा का मुरीद बना लिया.
चमत्कारिक प्रतिभा के धनी दोनों बच्चों को परफॉर्मिंग ऑर्ट और मेमोरी/आईक्यू के क्षेत्र में विलक्षण प्रतिभा के लिए क्रमशः एक वर्षीय BYJU's सब्सक्रिप्शन और अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया.

BYJU'S Young Genius नेटवर्क 18 का इनीशिएटिव हैं, जो हर शनिवार को प्रसारित होता है और रविवार को कार्यक्रम का रिपीट प्रसारण होता है.
कार्यक्रम के दौरान लीडियन ने अपनी यात्रा के बारे में बताया कि किस तरह से एक संगीतकार के तौर पर उनकी यात्रा शुरू हुई. लीडियन के मुताबिक सिर्फ दो साल की उम्र में उन्होंने ड्रम बजाना शुरू कर दिया और उस समय उनके पिता और बहन ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और हौसलाअफजाई की. बाद में, 8 वर्ष की उम्र में लीडियन के पिता ने उन्हें पियानो बजाने के लिए प्रेरित किया.
15 साल की उम्र में लीडियन अब तक 500 के करीब कंसर्ट में हिस्सा ले चुके हैं. उनकी खासियत ये है कि आंखों पर पट्टी बांधकर भी पियानो बजा सकते हैं, यही नहीं वे एक साथ दो पियानो बजा सकते हैं. 2019 में उन्हें 'द वर्ल्ड बेस्ट' के खिताब से नवाजा गया.
लीडियन का सपना भारतीय फिल्म इंडस्ट्री और हॉलीवुड के लिए म्यूजिक कंपोजर बनने का है. साथ ही वे वर्ल्ड क्लास पियानिस्ट बनना चाहते हैं और उनकी इच्छा चांद पर पियानो बजाने की है.कार्यक्रम में वर्चुअली भाग लेते हुए जाने माने गायक और संगीतकार शंकर महादेवन ने कहा कि मुंबई में आयोजित इंटरनेशनल पियानो डे में लीडियन खास आकर्षण का केंद्र थे. शंकर महादेवन ने भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए लीडियन की प्रतिभा को और ज्यादा पहचान मिलने की कामना की.
कार्यक्रम में दूसरे मेहमान के तौर पर अद्भुत प्रतिभा की धनी और 'गूगल गर्ल ऑफ इंडिया' के नाम से विख्यात मेघाली मालाबिका (Meghali Malabika) ने शिरकत की. मेघाली का लक्ष्य स्पेस साइंटिस्ट बनने की है और अपने भौगोलिक ज्ञान का उपयोग वे मानवता के उत्थान में करना चाहती हैं.
अगर उन्हें दुनिया के मानचित्र को दोबारा से बनाने का मौका मिले? के सवाल पर मेघाली ने कहा कि वे आपस में लड़ रहे देशों को एक-दूसरे से अलग करते हुए उन्हें दूर कर देंगी. 14 वर्षीय ने मेघाली ने कार्यक्रम में तमाम सवालों के प्रभावी और सटीक जवाब देकर सबको अपनी प्रतिभा का मुरीद बना लिया.
चमत्कारिक प्रतिभा के धनी दोनों बच्चों को परफॉर्मिंग ऑर्ट और मेमोरी/आईक्यू के क्षेत्र में विलक्षण प्रतिभा के लिए क्रमशः एक वर्षीय BYJU's सब्सक्रिप्शन और अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया.
BYJU'S Young Genius नेटवर्क 18 का इनीशिएटिव हैं, जो हर शनिवार को प्रसारित होता है और रविवार को कार्यक्रम का रिपीट प्रसारण होता है.