कून्नुर. सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) के हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) से जुड़े सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहे वीडियो को जांच के लिए फॉरेंसिक भेजा गया है. तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे का वीडियो बनाने वाले व्यक्ति का मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत सेना से जुड़े 13 लोगों की मौत हो गई थी.
शादी समारोहों की तस्वीरें खींचने और वीडियो बनाने का काम करने वाले कोयंबटूर निवासी जोए आठ दिसंबर को पर्वतीय नीलगिरि जिले के कट्टेरी इलाके में अपने दोस्त नजार और उसके परिवार के सदस्यों की तस्वीरें खींचने गए थे. इस दौरान उन्होंने अपने मोबाइल फोन पर हादसे से कुछ मिनट पहले हेलीकॉप्टर का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था और कोहरे में हेलीकॉप्टर के गायब हो जाने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिला पुलिस ने मामले में जांच के बाद जोए का मोबाइल फोन कोयंबटूर स्थित फॉरेंसिक लैब भेज दिया है.
फोटोग्राफर व अन्य लोगों से पूछताछ
पुलिस ने कहा कि यह पता लगाने के लिए भी जांच की जा रही है कि फोटोग्राफर और कुछ अन्य लोग घने जंगलों में क्यों गए थे जो जंगली जानवरों के आने-जाने के चलते प्रतिबंधित क्षेत्र है. इस बीच पुलिस विभाग ने चेन्नई के मौसम विभाग से हादसे वाले दिन के तापमान और मौसम से संबंधित जानकारियां मांगी हैं. पुलिस दुर्घटना के बारे में सुराग जुटाने के लिए प्रत्यक्षदर्शियों से भी सवाल-जवाब कर रही है.
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