5 राज्यों में शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए केंद्रीय बल रवाना, अकेले बंगाल में तैनात होंगी 125 कंपनियां

इस बार चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के हर जिले में बल को तैनात करने का फैसला किया है. (सांकेतिक तस्वीर: Shutterstock)
2021 Assembly Elections: साल 2021 में तमिलनाडु, असम, पुडुचेरी, केरल, पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं. इन राज्यों में शांति से चुनाव पूरे कराने के लिए केंद्रीय बल (Central Forces) शनिवार को रवाना हो रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: February 20, 2021, 6:37 PM IST
नई दिल्ली. इस साल 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होने हैं. चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से पूरा कराए जाने के लिए राज्यों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) की तैनाती शुरू हो गई है. शनिवार को बलों ने राज्यों में पहुंचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. खास बात है कि चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सुरक्षा को लेकर खासा चिंतित नजर आ रहा है. आयोग ने राज्य में सीएपीएफ की 125 कंपनियां भेजने का फैसला किया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, पांच राज्यों के लिए सीएपीएफ की कंपनियां रवाना हो गईं हैं. न्यूज एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार, तमिलनाडु (Tamil Nadu) में 45, असम (Assam) में 40, पुडुचेरी (Puducherry) में 10 और केरल (Kerala) में 30 कंपनियां भेजी जा रहीं हैं. फिलहाल किसी भी राज्य में चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है. इसके अलावा चुनाव आयोग ने इन राज्यों में चुनावी अधिकारियों की तैनाती को लेकर एडवाइजरी पहले ही जारी कर चुकी है.
यह भी पढ़ें: तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले समर्थन जुटा रहे कमल हासन, रजनीकांत से की मुलाकातबंगाल में सबसे बड़ी कंपनी
बंगाल को लेकर चुनाव आयोग खासा सतर्क नजर आ रहा है. यहां सीएपीएफ की 125 कंपनियां भेजी गईं हैं. चुनाव आयोग अधिकारियों के अनुसार, यहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 60, सशस्त्र सीमा बल की 30, सीमा सुरक्षा बल की 25 और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की पांच-पांच कंपनियां होंगी. बंगाल में टुकड़ियों के जल्दी पहुंचने से राज्य प्रशासन हैरान हुआ है.
आमतौर पर सीएपीएफ की तैनाती इलाके में वर्चस्व और संवेदनशील इलाके में रहने वाले लोगों में भरोसा जगाने के लिए होती है. इस बार चुनाव आयोग ने बंगाल के हर जिले में बल को तैनात किया है. इससे पता चलता है कि आयोग बंगाल के सभी जिलों को काफी संवेदनशील मान रहा है. इससे पहले भी आयोग ने संकेत दिए थे कि वे बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर कड़ी निगरानी करेंगे.

फिलहाल किसी भी राज्य में चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है. आयोग की तरफ से 18 दिसंबर 2020 को जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, विधानसभा का कार्यकाल तमिलनाडु में 24 मई, केरल में 1 जून, पश्चिम बंगाल में 30 मई, पुडुचेरी में 8 जून और असम में 31 मई 2021 को खत्म हो रहा है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, पांच राज्यों के लिए सीएपीएफ की कंपनियां रवाना हो गईं हैं. न्यूज एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार, तमिलनाडु (Tamil Nadu) में 45, असम (Assam) में 40, पुडुचेरी (Puducherry) में 10 और केरल (Kerala) में 30 कंपनियां भेजी जा रहीं हैं. फिलहाल किसी भी राज्य में चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है. इसके अलावा चुनाव आयोग ने इन राज्यों में चुनावी अधिकारियों की तैनाती को लेकर एडवाइजरी पहले ही जारी कर चुकी है.
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बंगाल को लेकर चुनाव आयोग खासा सतर्क नजर आ रहा है. यहां सीएपीएफ की 125 कंपनियां भेजी गईं हैं. चुनाव आयोग अधिकारियों के अनुसार, यहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 60, सशस्त्र सीमा बल की 30, सीमा सुरक्षा बल की 25 और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की पांच-पांच कंपनियां होंगी. बंगाल में टुकड़ियों के जल्दी पहुंचने से राज्य प्रशासन हैरान हुआ है.
आमतौर पर सीएपीएफ की तैनाती इलाके में वर्चस्व और संवेदनशील इलाके में रहने वाले लोगों में भरोसा जगाने के लिए होती है. इस बार चुनाव आयोग ने बंगाल के हर जिले में बल को तैनात किया है. इससे पता चलता है कि आयोग बंगाल के सभी जिलों को काफी संवेदनशील मान रहा है. इससे पहले भी आयोग ने संकेत दिए थे कि वे बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर कड़ी निगरानी करेंगे.
फिलहाल किसी भी राज्य में चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है. आयोग की तरफ से 18 दिसंबर 2020 को जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, विधानसभा का कार्यकाल तमिलनाडु में 24 मई, केरल में 1 जून, पश्चिम बंगाल में 30 मई, पुडुचेरी में 8 जून और असम में 31 मई 2021 को खत्म हो रहा है.