नई दिल्ली. देश में बुधवार को फिर से कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के नए मामलों में बेहद बढ़ोतरी देखने को मिली है. हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि इस महीने के अंत तक भारत में कोरोना संक्रमण (Corona Peak In India) के मामले चरम पर पहुंच जाएंगे. यह जानकारी भी सामने आ रही है कि अब संक्रमण छोटे शहरों में भी बढ़ रहा है. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना जांच की कम रफ्तार पर चिंता जाहिर की है और सभी राज्यों को कोरोना की रणनीतिक जांच बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
केंद्र ने कई राज्यों कोविड-19 जांच की संख्या में गिरावट को बताते हुए उन्हें जांच बढ़ाने को कहा ताकि महामारी के प्रसार पर प्रभावी ढंग से नजर रखी जा सके और तत्काल नागरिक केंद्रित कार्रवाई शुरू की जा सके. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सोमवार को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने उन्हें इस पहलू पर तुरंत ध्यान देने और विशिष्ट क्षेत्रों में मामले की सकारात्मकता के रुझान को ध्यान में रखते हुए रणनीतिक तरीके से जांच बढ़ाने की सलाह दी.
वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण आमतौर पर बड़े शहरों से बढ़ता है. इसके बाद वह टियर 2 या टियर 3 श्रेणी के शहरों की ओर जाता है. ऐसे में कोरोना को पहचानने के लिए हमारे पास टेस्टिंग ही एक प्रमुख हथियार है. जितना जल्द मरीज के बारे में पता चलेगा, उनता ही जल्दी हम उसे आइसोलेट करके उसका इलाज कर सकेंगे.
आरती आहूता ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ओमिक्रॉन वर्तमान में पूरे देश में फैल रहा है. मंत्रालय के पहले के पत्रों और पिछले साल 27 दिसंबर 2021 को ओमिक्रॉन के संदर्भ में महामारी प्रबंधन की व्यापक रूपरेखा तैयार करने की गृह मंत्रालय की सलाह का उल्लेख करते हुए आहूजा ने कहा कि जांच कराना एक महत्वपूर्ण चीज है.
उन्होंने पत्र में लिखा, ‘हालांकि, आईसीएमआर पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों से यह देखा गया है कि कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जांच में गिरावट आई है.’ उन्होंने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा जारी सभी परामर्शों में मूल उद्देश्य त्वरित आइसोलेशन और मामलों का जल्द पता लगाना है.
आहूजा ने कहा, ‘बीमारी को उन लोगों में गंभीर श्रेणी में बढ़ने से रणनीतिक जांच के जरिये रोका जा सकता है, जिनमें उच्च जोखिम हैं और जो संवेदनशील हैं, साथ ही उन क्षेत्रों में जहां प्रसार अधिक होने की आशंका है.’ उन्होंने कहा कि परामर्श को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के पहले के दिशा-निर्देशों और सलाह के साथ पढ़ने की जरूरत है, जिसमें यह सिफारिश की गई है कि उन लोगों की रणनीतिक और केंद्रित जांच की जानी चाहिए, जो कमजोर हैं और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रहते हैं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Coronavirus, COVID 19, Omicron