Covid-19: राज्य बढ़ाएं RT-PCR टेस्टिंग की रफ्तार, बढ़ते मामलों के बीच केंद्र ने दी सलाह

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं.
Coronavirus in India: केरल में अलप्पुझा जिले, महाराष्ट्र में मुंबई उपनगरीय इलाकों की हालत खराब है. पूरे देश में साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर (Positivity Rate) में बढ़त देखी गई है. केंद्र ने म्यूटेंट स्ट्रेन पर भी निगरानी करने के लिए कहा है.
- News18Hindi
- Last Updated: February 21, 2021, 4:16 PM IST
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) मामलों में लगातार बढ़त का सामना कर रहे राज्यों को केंद्र सरकार ने RT-PCR टेस्टिंग बढ़ाने की सलाह दी है. साथ ही सरकार ने राज्यों को लिखे पत्र में नियमित रूप से म्यूटेंट स्ट्रेन्स (Mutant Strains) पर भी निगरानी रखने की बात कही है. बीते कुछ दिनों से देश में एक्टिव मामले (Active Cases) बढ़ने लगे हैं. पूरे देश के मुकाबले महाराष्ट्र (Maharashtra) और केरल (Kerala) में हालात ज्यादा बिगड़ते नजर आ रहे हैं. महाराष्ट्र सरकार राज्य में जल्द ही नाइट कर्फ्यू पर फैसला ले सकती है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा 'देश में 74 फीसदी से ज्यादा एक्टिव मामले केरल और महाराष्ट्र में हैं.' साथ ही मंत्रालय ने जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी नए मामलों में इजाफा देखा जा रहा है. बीते चार हफ्तों में केरल में साप्ताहिक औसतन मामले 42 हजार और 34 हजार 800 के बीच घटे-बढ़े हैं. वहीं, राज्य में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 13.9 प्रतिशत से 8.9 फीसदी के बीच रहा.
यह भी पढ़ें: कोविड-19: मुंबई के लिए अगले 15 दिन अहम, महाराष्ट्र के कई जिलों में दो नए वैरिएंट्स का खतरा
केरल में अलप्पुझा जिले ने सबसे ज्यादा चिंता बढ़ाई है. यहां साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 10.7 फीसदी पर हो गया है. वहीं, महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 4.7 फीसदी से लेकर 8 प्रतिशत तक रहा है. महाराष्ट्र में मुंबई उपनगरीय इलाकों की हालत खराब है. यहां साप्ताहिक मामलों में 19 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. इसके अलावा साप्ताहिक मामले नागपुर में 33, अमरावती में 47, नाशिक में 23, अकोला में 55 और यवतमाल में 48 फीसदी बढ़ गए हैं.
पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट राष्ट्रीय औसत 1.79 फीसदी से ज्यादा है. महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 8.10 प्रतिशत पर है. इन राज्यों को RT-PCR टेस्टिंग के अनुपात को बढ़ाकर अपने आंकड़ों में सुधार करने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही जिन जिलों में मौत के आंकड़े ज्यादा देखे जा रहे हैं, वहां, क्लीनिकल प्रबंधन करने के लिए भी कहा गया है. देश में वैक्सीन प्रोग्राम भी बीती 16 जनवरी से शुरू हो गया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा 'देश में 74 फीसदी से ज्यादा एक्टिव मामले केरल और महाराष्ट्र में हैं.' साथ ही मंत्रालय ने जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में भी नए मामलों में इजाफा देखा जा रहा है. बीते चार हफ्तों में केरल में साप्ताहिक औसतन मामले 42 हजार और 34 हजार 800 के बीच घटे-बढ़े हैं. वहीं, राज्य में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 13.9 प्रतिशत से 8.9 फीसदी के बीच रहा.
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केरल में अलप्पुझा जिले ने सबसे ज्यादा चिंता बढ़ाई है. यहां साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 10.7 फीसदी पर हो गया है. वहीं, महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 4.7 फीसदी से लेकर 8 प्रतिशत तक रहा है. महाराष्ट्र में मुंबई उपनगरीय इलाकों की हालत खराब है. यहां साप्ताहिक मामलों में 19 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. इसके अलावा साप्ताहिक मामले नागपुर में 33, अमरावती में 47, नाशिक में 23, अकोला में 55 और यवतमाल में 48 फीसदी बढ़ गए हैं.
पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट राष्ट्रीय औसत 1.79 फीसदी से ज्यादा है. महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 8.10 प्रतिशत पर है. इन राज्यों को RT-PCR टेस्टिंग के अनुपात को बढ़ाकर अपने आंकड़ों में सुधार करने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही जिन जिलों में मौत के आंकड़े ज्यादा देखे जा रहे हैं, वहां, क्लीनिकल प्रबंधन करने के लिए भी कहा गया है. देश में वैक्सीन प्रोग्राम भी बीती 16 जनवरी से शुरू हो गया है.