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हर हुनर में उस्ताद हैं फर्जीवाड़ा करने वाले, वीजा के लिए सर्जरी से बदलते थे फिंगरप्रिंट, ऐसे हुआ रैकेट का पर्दाफाश

फिंगरप्रिंट पैटर्न बदलने के लिए सर्जरी करने वाले अरेस्ट (सांकेतिक तस्वीर)

फिंगरप्रिंट पैटर्न बदलने के लिए सर्जरी करने वाले अरेस्ट (सांकेतिक तस्वीर)

पुलिस ने कहा कि जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उन्होंने राजस्थान के साथ-साथ केरल में भी फिंगरप्रिंट पैटर्न बदलने ...अधिक पढ़ें

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    हाइलाइट्स

    जिनको गिरफ्तार किया गया, उन्होंने फिंगरप्रिंट पैटर्न बदलने के लिए कम से कम 11 सर्जरी की हैं.
    ये आरोपी मामूली सर्जरी करके लोगों के फिंगर प्रिंट को बदलने का काम करते थे.
    फिंगर प्रिंट सर्जरी से कई ने कुवैत में नौकरी के लिए वीजा हासिल किया है.

    हैदराबाद. अगर आपको लगता है कि उंगलियों के निशान किसी अपराध के दोषियों को पकड़ने या किसी अपराध को सुलझाने का एक आसान तरीका है, तो आपको ये खबर सुनकर आपको झटका लग सकता है. तेलंगाना पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया है जो मामूली सर्जरी करके लोगों के फिंगर प्रिंट को बदलने का काम करते थे. इन लोगों ने कई ऐसे लोगों की फिंगर प्रिंट सर्जरी करके उनको कुवैत में नौकरी के लिए वीजा हासिल करने में मदद की है.

    एनडीटीवी डॉटकॉम की एक खबर के मुताबिक पुलिस ने कहा कि इन लोगों ने राजस्थान के साथ-साथ केरल में फिंगरप्रिंट पैटर्न बदलने के लिए कम से कम 11 ऐसी सर्जरी की हैं. जिनमें से हर एक के लिए  25,000 रुपये लिए गए हैं. पुलिस ने कहा कि कुवैत में फिर से जाने के लिए वीजा हासिल करने के लिए सर्जरी कराने वाले दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने कहा कि सर्जरी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मेडिकल किट और दूसरे सबूत जब्त कर लिए गए हैं.

    पुलिस ने बताया कि सोमवार को मलकाजगिरी जोन से एक विशेष अभियान दल ने घाटकेसर पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान चलाया और चार लोगों को पकड़ा. जिनकी पहचान गज्जालकोंडुगरी नागा मुनेश्वर रेड्डी, सागबाला वेंकट रमना, बोविला शिव शंकर रेड्डी और रेंडला राम कृष्ण रेड्डी के रूप में की गई. वे कडप्पा से आए थे और हैदराबाद के एक होटल में ठहरे थे, घाटकेसर में और लोगों की ऐसी सर्जरी करने के लिए तैयार थे. पुलिस के अनुसार गजलकोंडुगरी नागा मुनेश्वर रेड्डी वाईएसआर कडपा जिले के कृष्णा डायग्नोस्टिक्स में रेडियोलॉजिस्ट और एक्स-रे तकनीशियन हैं. 39 वर्षीय सागबाला वेंकट रमना तिरुपति के डीबीआर अस्पताल में एनेस्थीसिया टेक्नीशियन हैं.

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    25 वर्षीय बोविला शिव शंकर रेड्डी और 38 वर्षीय रेंडला रामा कृष्ण रेड्डी कुवैत में निर्माण श्रमिकों के रूप में काम करते थे. इस सर्जरी से उन लोगों को फिर से कुवैत का वीजा हासिल करने में मदद मिली, जिनको कुवैत से आपराधिक गतिविधियों के लिए निर्वासित किया गया था. सर्जरी करने के लिए गजलकोंडुगरी और सागबाला उंगलियों की ऊपरी परत को काट देते, ऊतक के एक हिस्से को हटा देते और इसे फिर से सिल देते हैं. एक या दो महीने में, घाव ठीक हो जाता है. इससे एक साल में फिंगरप्रिंट का पैटर्न थोड़ा बदल जाता है. पुलिस ने कहा कि जिन लोगों ने सर्जरी करवाई है, वे भारत की विशिष्ट पहचान प्रणाली आधार के तहत अपनी उंगलियों के निशान को अपडेट करवाते हैं और नए पते के साथ कुवैत के लिए नए वीजा के लिए आवेदन कर देते हैं.

    Tags: Fingerprint scan, Hyderabad, Kerala, Kuwait

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