प्रांजल बरुआ
ऑल असाम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) ने
भूपेन हजारिका को दिए जाने वाले भारत रत्न का स्वागत करते हुए सरकार से अपील की है कि वह नागरिकता (संशोधन) विधेयक को खत्म करके असम की संस्कृति और भाषा की रक्षा करे. छात्र संगठन आसू को लगता है कि भूपेन हजारिका के विचारों को अपनाकर ही असम की संस्कृति को बचाया जा सकता है.
आसू के मुख्य सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य ने कहा कि अगर सरकार असम की संस्कृति, भाषा और इतिहास को बचाना चाहती है तो इसे नागरिकता (संशोधन) विधेयक को खत्म करना होगा. आसू असम सरकार के साथ मिलकर 2010 से ही उन्हें भारत रत्न देने की मांग कर रही है. इससे पहले हजारिका को पद्म विभूषण, पद्म श्री और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भी मिल चुका है. असम गण परिषद ने भी हज़ारिका को भारत रत्न दिए जाने पर खुशी ज़ाहिर की है लेकिन साथ ही उसने ये भी कहा है कि सरकार को नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर खड़ी हुई परेशानी को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए.
असम गण परिषद के नेता समरजीत बर्मन ने कहा कि अगर नागरिकता (संशोधन) विधेयक को पारित किया जाता है तो यह हजारिका के खुशहाल और अखंड असम के सपने के खिलाफ होगा. बता दें कि गुरुवार को असम गण परिषद ने पूरे दिन नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ भूख हड़ताल किया और इस दौरान भूपेन हज़ारिका के गाने बजते रहे.
प्रणब दा, क्लर्क से करियर शुरू किया और भारत रत्न तक पहुंच गए
भूपने हज़ारिका भारत रत्न पाने वाले लोकप्रिय गोपीनाथ बॉरदोलोई के बाद दूसरे असम के नागरिक होंगे. हज़ारिका को असम की संस्कृति में योगदान के लिए उन्हें 1977 में पद्मश्री दिया गया था. असमी लोक संगीत को प्रसिद्ध करने के लिए उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा गया था.
हज़ारिका ने राजनीति में भी कदम रखा और 1967 में वो निर्दलीय विधायक बने. बाद में 2004 में बीजेपी से उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी लड़ा लेकिन हार गए. भूपेन हज़ारिका के छोटे भाई समर हज़ारिका ने परिवार की तरफ से पूरे देश को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, 'भूपेन दा ने अपने संगीत से पूर्वोत्तर को लोगों के सामने लेकर आए. भूपेन हज़ारिका ट्रस्ट की संयुक्त सचिव मंजुला हज़ारिका ने कहा कि भारत रत्न दिए जाने की घोषणा पूरे राज्य के लिए अच्छी खबर है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, भूपेन हज़ारिका के गाने और संगीत को पूरी सभी उम्र के लोग पसंद करते हैं. उनके संगीत से न्याय व भाईचारे का संदेश मिलता है. उन्होंने भारत के संगीत की परंपरा को पूरी दुनिया में प्रसिद्ध किया. भूपने दा को भारत रत्न दिए जाने पर खुश हूं.
जब अटल बिहारी वाजपेयी ने ठुकरा दिया था भारत रत्न
शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मरणोपरांत हज़ारिका को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा की. हजारिका के साथ ही भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख को भी भारत रत्न दिया जाएगा.
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि डॉक्टर भूपने हज़ारिका को भारत रत्न दिया जाना पूरे असम और इसकी संस्कृति के लिए सम्मान की बात है.
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Tags: Assam, Bharat ratna, Bhupen hazarika, Padma awards
FIRST PUBLISHED : January 26, 2019, 11:24 IST