Coal Scam: अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा के जवाबों से संतुष्ट नहीं सीबीआई, टालती रहीं कई अहम सवाल- सूत्र

कोयला घोटाले में बढ़ सकती है ममता बनर्जी और अभिषेक की मुश्किलें
Coal Scam: केंद्रीय जांच ब्यूरो की एक टीम इससे पहले रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के घर पर पहुंची थी.
- News18Hindi
- Last Updated: February 23, 2021, 2:12 PM IST
कोलकाता. कोयला घोटाले में तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. TMC के सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) की पत्नी रुजिरा बनर्जी से सीबीआई (CBI) टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ की. सीबीआई की टीम उनके घर से निकल चुकी है. सूत्रों के मुताबिक, रुजिरा से पूछताछ से सीबीआई की टीम संतुष्ट नहीं है. रुजिरा ने कई सवालों के जवाब नहीं दिए. सूत्रों ने बताया कि बैंक अकाउंट से जुड़े सवालों पर जानकारी न होने की बात को टाल गईं, जिसके बाद सीबीआई की टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और निकल गए.
उनके बाहर आते ही अब सीबीआई की टीम दाखिल हो गई है. कोयला तस्करी मामले में अभिषेक बनर्जी की पत्नी को सोमवार को समन जारी किया गया था. CBI सूत्रों के मुताबिक अभिषेक को अभी फिलहाल समन नहीं दिया गया है. नरूला से पूछताछ के बाद अभिषेक को जल्द ही समन दिया जा सकता है.
सीबीआई की कार्रवाई से बंगाल की राजनीति में हंगामा खड़ा हो गया है. तृणमूल कांग्रेस ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है. सोमवार को सीबीईआई का नोटिस मिलने के बाद अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि उन्हें देश के कानून पर पूरा भरोसा है. उन्होंने ये भी कहा था कि उन्हें इन हथकंडों का इस्तेमाल कर डराने की कोशिश की जा रही है.
इस घोटाले में क्या है रुजिरा की भूमिका?सूत्रों के मुताबिक, गवाहों और संदिग्धों के कुछ बयानों में रुजिरा की भूमिका सामने आई है. सीबीआई को जांच के दौरान पता चला है कि रुजिरा की कंपनी के अकाउंट में कुछ ऐसे लेनदेन हुए हैं, जिनके तार सीधे तौर पर कोल स्कैम से जुड़े हैं. बता दें कि अभिषेक बनर्जी ने अपनी मां लता के नाम से साल 2010 में 'लीप्स एंड बाउंड्स मैनेजमेंट सर्विस' फर्म की शुरुआत की थी. 4 मई, 2011 को इस कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया गया था.
कंपनी पर पोंजी स्कीम चलाने का आरोप
साल 2013 में माकपा की ओर से भी आरोप लगाया गया कि ममता बनर्जी की मदद से अभिषेक ने अपनी फर्म का इस्तेमाल पोंजी स्कीम में किया. आरोप ये भी है कि कुछ ही सालों में इस फर्म का कारोबार 300 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.

क्या कहा ममता बनर्जी ने?
सीबीआई की कार्रवाई के बाद ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम में कहा है कि वो डरने वाली नहीं हैं. उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'हमें जेल से डराने की कोशिश न करें, हमने बंदूकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और हम चूहों के खिलाफ लड़ाई से नहीं डरते. जब तक मैं जिंदा हूं, मैं किसी डर या धमकी से नहीं डरने वाली.’ (एजेंसी इनपुट के साथ)
उनके बाहर आते ही अब सीबीआई की टीम दाखिल हो गई है. कोयला तस्करी मामले में अभिषेक बनर्जी की पत्नी को सोमवार को समन जारी किया गया था. CBI सूत्रों के मुताबिक अभिषेक को अभी फिलहाल समन नहीं दिया गया है. नरूला से पूछताछ के बाद अभिषेक को जल्द ही समन दिया जा सकता है.
सीबीआई की कार्रवाई से बंगाल की राजनीति में हंगामा खड़ा हो गया है. तृणमूल कांग्रेस ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है. सोमवार को सीबीईआई का नोटिस मिलने के बाद अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि उन्हें देश के कानून पर पूरा भरोसा है. उन्होंने ये भी कहा था कि उन्हें इन हथकंडों का इस्तेमाल कर डराने की कोशिश की जा रही है.
इस घोटाले में क्या है रुजिरा की भूमिका?सूत्रों के मुताबिक, गवाहों और संदिग्धों के कुछ बयानों में रुजिरा की भूमिका सामने आई है. सीबीआई को जांच के दौरान पता चला है कि रुजिरा की कंपनी के अकाउंट में कुछ ऐसे लेनदेन हुए हैं, जिनके तार सीधे तौर पर कोल स्कैम से जुड़े हैं. बता दें कि अभिषेक बनर्जी ने अपनी मां लता के नाम से साल 2010 में 'लीप्स एंड बाउंड्स मैनेजमेंट सर्विस' फर्म की शुरुआत की थी. 4 मई, 2011 को इस कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया गया था.
कंपनी पर पोंजी स्कीम चलाने का आरोप
साल 2013 में माकपा की ओर से भी आरोप लगाया गया कि ममता बनर्जी की मदद से अभिषेक ने अपनी फर्म का इस्तेमाल पोंजी स्कीम में किया. आरोप ये भी है कि कुछ ही सालों में इस फर्म का कारोबार 300 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
क्या कहा ममता बनर्जी ने?
सीबीआई की कार्रवाई के बाद ममता बनर्जी ने एक कार्यक्रम में कहा है कि वो डरने वाली नहीं हैं. उन्होंने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'हमें जेल से डराने की कोशिश न करें, हमने बंदूकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और हम चूहों के खिलाफ लड़ाई से नहीं डरते. जब तक मैं जिंदा हूं, मैं किसी डर या धमकी से नहीं डरने वाली.’ (एजेंसी इनपुट के साथ)