Covid-19 ने शुरू कराया नया बिजनेस, घर पर अस्पतालों जैसी सुविधा, केवल 10 हजार रुपए रोजाना में

दिल्ली और मुंबई में उपलब्ध है यह सुविधा.सांकेतिक फोटो
कोरोना के दौरान कंपनियां घर पर अस्पतालों जैसी सुविधा उपलब्ध करा रही हैं. यह सुविधा उन मरीजों को दी जा रही है जो कोरोना पॉजिटिव हैं लेकिन किसी भी गंभीर बीमारी से ग्रसित नहीं हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: April 9, 2021, 2:37 PM IST
नई दिल्ली. कोविड-19 (covid 19) ने भले ही देशभर के लोगों को परेशानी में डाल रखा हो, वहीं दूसरी ओर यह बीमारी नए तरह के अवसर लेकर आई है. मेडिकल क्षेत्र की कुछ कंपनियां और अस्पताल दिल्ली और मुंबई में घर पर अस्पतालों (Hospital) जैसी सुविधा (Home Isolation) देने के लिए पैकेज (Package) ऑफर कर रही हैं. कोरोना (covid 19) के बढ़ते मामलों की वजह से पिछले कुछ दिनों में इस सुविधा की मांग में इजाफा हुआ है. कंपनियों के अनुसार सुविधा लेने के लिए वेटिंग शुरू हो गई है.
कंपनियों द्वारा यह सुविधा दिल्ली और मुंबई में दी जा रही है. निजी अस्पतालों में अधिक खर्च या बेड उपलब्ध न होने और सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त सुविधा न मिलने की वजह से सामान्य लोग कंपनी द्वारा दी जा रही सुविधाओं को लेकर होम आइसोलेशन हो रहे हैं. होम आइसोलेशन के लिए रोजाना का खर्च 10 हजार रुपए प्रति परिवार चुकाना होता है और सात दिन का एडवांस में जमा करना होता है.
इसी तरह की एक कंपनी के सीईओ अमरीष मिश्रा बताते हैं कि दिल्ली और मुंबई में रोजाना 25 से 30 मरीज होम आइसोलेशन के लिए संपर्क रहे हैं. 10 से 12 मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधा रोजाना दी जा रही है. हालत यह हो गई हैं कि होम आइसोलेशन सुविधा लेने के लिए लोगों को वेट करना पड़ रहा है. वे बताते हैं कि चूंकि बीमारी नई है, इसलिए सभी स्टाफ को ट्रेनिंग देकर मरीज के घर भेजते हैं. कम से कम 7 दिन का पैकेज दिया जा रहा है. यह सुविधा उन कोरोना पाजिटिव मरीजों को दी जा रही है, जिन्हें कोई गंभीर बीमारी नहीं है. कंपनी ने सुविधा के दौरान घर पर रहने वाले नर्स और कर्मचारियों का इंश्योरेंस कराया गया है.
इस संबंध में स्वास्तिक मेडिकल सेंटर वसुंधरा, गाजियाबाद के सीनियर फिजीशियन डॉक्टर राहुल गुप्ता बताते हैं कि अगर मरीज की कंडीशन ऐसी है कि वो कोरोना पॉजिटिव होने के बाद घर पर रह सकता है, उसे सामान्य लक्षणों के अलावा किसी तरह की परेशानी नहीं हो रही है, तो यह सुविधा ठीक है. क्योंकि सभी सामान्य लक्षणों वाले मरीजों के अस्पताल में जाने से गंभीर मरीजों के लिए बेड कम पड़ सकते हैं, इसलिए ऐसे मरीज घर पर रहते हुए डॉक्टर के संपर्क में रहकर इलाज करा सकते हैं. वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएम) के पूर्व प्रेसीडेंट डॉ. विनय अग्रवाल बताते हैं कि इस तरह की तरह होम केयर सुविधाएं कई अस्पताल और कंपनियां दे रही हैं. यह अच्छा प्रयास है. इससे अस्पतालों का बोझ भी कम होगा. लोग अनावश्यक रूप से अस्पताल न जाकर घर पर मेडिकल सुविधाएं ले सकते हैं.ये मिलेंगी सुविधाएं
- पहले दिन से 14 दिन तक निशुल्क डॉक्टर की कंसल्टेंसी.
- घर पर नर्स और सभी तरह की जरूर उपकरण.
-परिवार के लोगों को होम आइसोलेशन के लिए ट्रेनिंग.
- डॉक्टर रोजाना मरीज को मोनिटर करेंगे.
- दवा और जांच की जिम्मेदारी मरीज को उठानी होती है.
पैकेज में यह शामिल है
- 5 किलो का आक्सीजन सिलेंडर
- कॉर्डियक मोनिटर
- पीपीई किट
- एन 95 माक्स, सेनीटाइजर और ग्लब्स
-डॉक्टर की कंसल्टेंशी ऑन लाइन या व्हट्सअप पर
-थर्मामीटर, पल्स आक्सीमीटर, स्टेथोस्कोप, बीपी मशीन, स्टीमर
कंपनियों द्वारा यह सुविधा दिल्ली और मुंबई में दी जा रही है. निजी अस्पतालों में अधिक खर्च या बेड उपलब्ध न होने और सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त सुविधा न मिलने की वजह से सामान्य लोग कंपनी द्वारा दी जा रही सुविधाओं को लेकर होम आइसोलेशन हो रहे हैं. होम आइसोलेशन के लिए रोजाना का खर्च 10 हजार रुपए प्रति परिवार चुकाना होता है और सात दिन का एडवांस में जमा करना होता है.
इसी तरह की एक कंपनी के सीईओ अमरीष मिश्रा बताते हैं कि दिल्ली और मुंबई में रोजाना 25 से 30 मरीज होम आइसोलेशन के लिए संपर्क रहे हैं. 10 से 12 मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधा रोजाना दी जा रही है. हालत यह हो गई हैं कि होम आइसोलेशन सुविधा लेने के लिए लोगों को वेट करना पड़ रहा है. वे बताते हैं कि चूंकि बीमारी नई है, इसलिए सभी स्टाफ को ट्रेनिंग देकर मरीज के घर भेजते हैं. कम से कम 7 दिन का पैकेज दिया जा रहा है. यह सुविधा उन कोरोना पाजिटिव मरीजों को दी जा रही है, जिन्हें कोई गंभीर बीमारी नहीं है. कंपनी ने सुविधा के दौरान घर पर रहने वाले नर्स और कर्मचारियों का इंश्योरेंस कराया गया है.
- पहले दिन से 14 दिन तक निशुल्क डॉक्टर की कंसल्टेंसी.
- घर पर नर्स और सभी तरह की जरूर उपकरण.
-परिवार के लोगों को होम आइसोलेशन के लिए ट्रेनिंग.
- डॉक्टर रोजाना मरीज को मोनिटर करेंगे.
- दवा और जांच की जिम्मेदारी मरीज को उठानी होती है.
पैकेज में यह शामिल है
- 5 किलो का आक्सीजन सिलेंडर
- कॉर्डियक मोनिटर
- पीपीई किट
- एन 95 माक्स, सेनीटाइजर और ग्लब्स
-डॉक्टर की कंसल्टेंशी ऑन लाइन या व्हट्सअप पर
-थर्मामीटर, पल्स आक्सीमीटर, स्टेथोस्कोप, बीपी मशीन, स्टीमर