Corona Vaccine: भारत बायोटेक की कोवैक्सीन पर थरूर ने उठाया सवाल, पूछा- फेज 3 ट्रायल के बिना कैसे दे दी मंजूरी

कोविशील्ड की मंजूरी पर शशि थरूर ने उठाए सवाल
DCGI की ओर से भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन (Covishield) को मंजूरी देने को लेकर कांग्रेस (Congress) नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने सवाल खड़े किए हैं, जिसके जवाब में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने स्पष्टीकरण दे दिया है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 3, 2021, 1:44 PM IST
नई दिल्ली. ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भारत में दो कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. DCGI ने सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) और भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) के आपातकाल इस्तेमाल की अंतिम मंजूरी दे दी है. DCGI की ओर से भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन को मंजूरी देने को लेकर कांग्रेस (Congress) नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने सवाल खड़े किए हैं, जिसके जवाब में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने स्पष्टीकरण दे दिया है.
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए कहा, 'भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण अभी तक नहीं हुआ है. कोवैक्सीन को समय से पहले मंजूरी देना खतरनाक हो सकता है. डॉ हर्षवर्धन इस संबंध में स्पष्टीकरण दें. कोरोना वैक्सीन का ट्रायल पूरा होने तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए. भारत को इस दौरान एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का इस्तेमाल करना चाहिए.'
वहीं भारत बायोटेक की वैक्सीन को लेकर उठ रहे सवालों पर डीसीजीआई को भी स्पष्टीकरण देना पड़ा है. DCGI की ओर से कहा गया है कि जब तक इस वैक्सीन का इस्तेमाल करने वाला लाभार्थी वैक्सीन की जानकारी होने के बाद सहमति पर हस्ताक्षर नहीं करेगा तब तक भारत बायोटेक के टीके को मंजूरी नहीं दी जाएगी. वैक्सीन जब तक अपना ट्रायल पूरा नहीं कर लेती तब तक इसे पूरी तरह से मंजूरी नहीं दी जाएगी.

इसे भी पढ़ें :- कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी यूज की मंजूरी पर पीएम मोदी ने दी बधाई, कहा- पूरे देश के लिए गर्व का पल
डीसीजीआई वीजी सोमानी ने मीडिया से बातचीत में कहा, अगर किसी भी चीज में जरा सी भी खामी होगी तो हम उसे अनुमति नहीं देंगे. वैक्सीन 110 फीसदी सुरक्षित हैं. इसके कुछ सामान्य साइड इफेक्ट हैं. जैसे हल्का बुखार, दर्द और एलर्जी. इससे नपुंसकता होने की बात बिलकुल गलत है.'
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए कहा, 'भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण अभी तक नहीं हुआ है. कोवैक्सीन को समय से पहले मंजूरी देना खतरनाक हो सकता है. डॉ हर्षवर्धन इस संबंध में स्पष्टीकरण दें. कोरोना वैक्सीन का ट्रायल पूरा होने तक इसके उपयोग से बचा जाना चाहिए. भारत को इस दौरान एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का इस्तेमाल करना चाहिए.'
The Covaxin has not yet had Phase 3 trials. Approval was premature and could be dangerous. @drharshvardhan should please clarify. Its use should be avoided till full trials are over. India can start with the AstraZeneca vaccine in the meantime. https://t.co/H7Gis9UTQb
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) January 3, 2021
वहीं भारत बायोटेक की वैक्सीन को लेकर उठ रहे सवालों पर डीसीजीआई को भी स्पष्टीकरण देना पड़ा है. DCGI की ओर से कहा गया है कि जब तक इस वैक्सीन का इस्तेमाल करने वाला लाभार्थी वैक्सीन की जानकारी होने के बाद सहमति पर हस्ताक्षर नहीं करेगा तब तक भारत बायोटेक के टीके को मंजूरी नहीं दी जाएगी. वैक्सीन जब तक अपना ट्रायल पूरा नहीं कर लेती तब तक इसे पूरी तरह से मंजूरी नहीं दी जाएगी.
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डीसीजीआई वीजी सोमानी ने मीडिया से बातचीत में कहा, अगर किसी भी चीज में जरा सी भी खामी होगी तो हम उसे अनुमति नहीं देंगे. वैक्सीन 110 फीसदी सुरक्षित हैं. इसके कुछ सामान्य साइड इफेक्ट हैं. जैसे हल्का बुखार, दर्द और एलर्जी. इससे नपुंसकता होने की बात बिलकुल गलत है.'