कांग्रेस ने कहा- किसानों को धमाकाया जा रहा है, हम उनके साथ खड़े हैं

राहुल गांधी ने कहा कि वह किसानों एवं उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ खड़े हैं (File Photo)
Tractor Parade: दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर शहर में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में नामजद किसान नेताओं के विरुद्ध बृहस्पतिवार को ‘लुक आउट’ नोटिस जारी किया.
- Last Updated: January 29, 2021, 5:48 PM IST
नई दिल्ली. कांग्रेस (Congress) ने किसानों की ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान हिंसा को लेकर कई किसान नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज होने और गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर गतिरोध की पृष्ठभूमि में गुरुवार को आरोप लगाया कि किसानों को तोड़ने और धमकाने की कोशिश की जा रही है. पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह भी कहा कि अब एक पक्ष चुनने का समय है और वह किसानों एवं उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ खड़े हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ एक साइड चुनने का समय है. मेरा फ़ैसला साफ़ है. मैं लोकतंत्र के साथ हूं, मैं किसानों और उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ हूं.’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress General Seceratary Priyanka Gandhi Vadra) ने आरोप लगाया कि किसानों को धमकाया जा रहा है और जो लोग अन्नदाताओं को तोड़ना चाहते हैं वे देशद्रोही हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कल आधी रात में लाठी से किसान आंदोलन को ख़त्म करने की कोशिश की गई. आज गाजीपुर, सिंघू बॉर्डर पर किसानों को धमकाया जा रहा है. यह लोकतंत्र के हर नियम के विपरीत है.’’
ये भी पढ़ें- पीएम नरेंद्र मोदी का वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम समिट में ऐलान! डाटा सिक्योरिटी के लिए बनाएंगे सख्त कानूनकांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कहा, ‘‘कांग्रेस किसानों के साथ इस संघर्ष में खड़ी रहेगी. किसान देश का हित हैं. जो उन्हें तोड़ना चाहते हैं- वे देशद्रोही हैं.’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘ हिंसक तत्वों पर सख़्त कार्यवाही की जाए लेकिन जो किसान शांति से महीनो से संघर्ष कर रहे हैं, उनके साथ देश की जनता की पूरी शक्ति खड़ी है.’’
मल्लिकार्जुन खडगे ने की घटना की निंदा
गणतंत्र दिवस पर किसानों के एक समूह द्वारा लाल किले पर धार्मिक ध्वज लगाने का उल्लेख करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘‘ ये जो घटना हुई, उसकी हम निंदा करते हैं. लेकिन इसमें सरकार की नाकामी है. क्या उसके पास कोई खुफिया जानकारी नहीं थी? उसने क्या कदम उठाए?’’
ये भी पढ़ें- पड़ोसी देशों को 55 लाख डोज गिफ्ट में दिए, अब ओमान को वैक्सीन देगा भारत

गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर शहर में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में नामजद किसान नेताओं के विरुद्ध बृहस्पतिवार को ‘लुक आउट’ नोटिस जारी किया. इसके साथ ही अपनी जांच तेज करते हुए पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा के संबंध में राजद्रोह का मामला भी दर्ज किया है.
पुलिस ने किसान नेताओं को तीन दिनों का समय देते हुए यह बताने को कहा है कि क्यों नहीं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए क्योंकि उन्होंने परेड के लिए तय शर्तों का पालन नहीं किया.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress General Seceratary Priyanka Gandhi Vadra) ने आरोप लगाया कि किसानों को धमकाया जा रहा है और जो लोग अन्नदाताओं को तोड़ना चाहते हैं वे देशद्रोही हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कल आधी रात में लाठी से किसान आंदोलन को ख़त्म करने की कोशिश की गई. आज गाजीपुर, सिंघू बॉर्डर पर किसानों को धमकाया जा रहा है. यह लोकतंत्र के हर नियम के विपरीत है.’’
ये भी पढ़ें- पीएम नरेंद्र मोदी का वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम समिट में ऐलान! डाटा सिक्योरिटी के लिए बनाएंगे सख्त कानूनकांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कहा, ‘‘कांग्रेस किसानों के साथ इस संघर्ष में खड़ी रहेगी. किसान देश का हित हैं. जो उन्हें तोड़ना चाहते हैं- वे देशद्रोही हैं.’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘ हिंसक तत्वों पर सख़्त कार्यवाही की जाए लेकिन जो किसान शांति से महीनो से संघर्ष कर रहे हैं, उनके साथ देश की जनता की पूरी शक्ति खड़ी है.’’
मल्लिकार्जुन खडगे ने की घटना की निंदा
गणतंत्र दिवस पर किसानों के एक समूह द्वारा लाल किले पर धार्मिक ध्वज लगाने का उल्लेख करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘‘ ये जो घटना हुई, उसकी हम निंदा करते हैं. लेकिन इसमें सरकार की नाकामी है. क्या उसके पास कोई खुफिया जानकारी नहीं थी? उसने क्या कदम उठाए?’’
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गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर शहर में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में नामजद किसान नेताओं के विरुद्ध बृहस्पतिवार को ‘लुक आउट’ नोटिस जारी किया. इसके साथ ही अपनी जांच तेज करते हुए पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा के संबंध में राजद्रोह का मामला भी दर्ज किया है.
पुलिस ने किसान नेताओं को तीन दिनों का समय देते हुए यह बताने को कहा है कि क्यों नहीं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए क्योंकि उन्होंने परेड के लिए तय शर्तों का पालन नहीं किया.