Coronavirus Vaccine: शादी के हॉल से लेकर स्कूल तक, टीकाकरण के लिए सरकार की निगाह में ये जगहें

(AP Photo/Jacquelyn Martin, Pool)
Coronavirus Vaccine: केंद्र सरकार ने सोमवार को Vaccination से जुड़ी गाइडलाइन्स जारी की हैं. अब इस बात पर विचार हो रहा है कि आखिर किन जगहों पर वैक्सीन साइट यानी केंद्र के रूप में निर्धारित किया जाए.
- News18Hindi
- Last Updated: December 15, 2020, 7:38 AM IST
नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने सोमवार को कोरोना संक्रमण (Coronavirus In India) के टीकाकरण (Corona Vaccine) को लेकर दिशानिर्देश जारी किए. इसमें कहा गया है कि एक दिन में हर सेशन में 100-200 लोगों का टीकाकरण होगा. टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी. टीकाकरण केंद्र पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी. वहीं अब खबर है कि जिन जगहों पर संभावित टीकाकरण होगा उनमें पोलिंग बूथों से लेकर मैरिज हॉल तक सरकार और स्वास्थ्य विभाग की लिस्ट में है.
साल के मध्य तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार इन जगहों पर इस्तेमाल कर सकती है. इसके साथ ही निजी अस्पताल या नर्सिंग होम भी सरकार के ध्यान में है. हालांकि सरकार की योजना है कि वह स्टोरेज से लेकर ट्रांसपोर्ट और इसके प्रशासन पर पूरा नियंत्रण अपना रखे.
हर टीकाकरण केंद्र को कम से कम 100 लोगों के लिए डिजाइन किया जाएगा. चुने गए केंद्र काफी जगह वाले होंगे (कम से कम तीन कमरे हो). साथ ही सरकार की प्राथमिकता है कि यह टीकाकरण के लिए आने वाले लोगों के घर या दफ्तर के करीब हों. सभी केंद्रों पर सुबह 9 से शाम 5 बजे तक टीकाकरण अभियान चलेगा.
वैक्सीनेसन के लिए दो तरह के केंद्र!अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स के अनुसार एक अधिकारी ने बताया कि दो तरह के केंद्र होंगे. पहला फिक्स्ड सेशन केंद्र और दूसरा- लोगों के आस-पास बने केंद्र यानी आउटरीच साइट्स. केंद्रों की पहचान टीकाकरण में शामिल होने वाले लोगों की संख्या को ध्यान में रखते हुए टीके के डिलीवरी और प्रशासनिक सुविधा के आधार पर की जाएगी.
रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने कहा कि केंद्र लोगों की पहुंच के करीब हों इसके लिए मतदान केंद्र एक अच्छा विकल्प हैं. मतदाता सूची से टीकाकरण में शामिल होने वाले लोगों की पहचान की जा रही है. इसलिए मतदान केंद्रों में उनके लिए केंद्र आवंटित करना सबसे अच्छा होगा.'
ये भी जगहें सरकार की नजर में
मतदान केंद्रों के अलावा टीकाकरण के लिए स्कूलों, कॉलेजों, और सामुदायिक हॉलों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग अन्य विकल्पों पर विचार कर रहा है जो लोगों की पहुंच के दायरे में हों और टीकाकरण केंद्र बन सकते हैं.

रिपोर्ट के अनुसार केंद्र की गाइडलाइन में कहा गया है कि 'नगरपालिका कार्यालय, पंचायत भवन, विवाह स्थल (हॉल), कंटोनमेंट हॉस्पिटल / क्लीनिक, रेलवे अस्पताल, अर्धसैनिक बल, रेलवे और अन्य केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की कॉलोनी टीकाकरण केंद्र रूप में निर्धारित किया जा सकता है.
साल के मध्य तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार इन जगहों पर इस्तेमाल कर सकती है. इसके साथ ही निजी अस्पताल या नर्सिंग होम भी सरकार के ध्यान में है. हालांकि सरकार की योजना है कि वह स्टोरेज से लेकर ट्रांसपोर्ट और इसके प्रशासन पर पूरा नियंत्रण अपना रखे.
हर टीकाकरण केंद्र को कम से कम 100 लोगों के लिए डिजाइन किया जाएगा. चुने गए केंद्र काफी जगह वाले होंगे (कम से कम तीन कमरे हो). साथ ही सरकार की प्राथमिकता है कि यह टीकाकरण के लिए आने वाले लोगों के घर या दफ्तर के करीब हों. सभी केंद्रों पर सुबह 9 से शाम 5 बजे तक टीकाकरण अभियान चलेगा.
वैक्सीनेसन के लिए दो तरह के केंद्र!अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स के अनुसार एक अधिकारी ने बताया कि दो तरह के केंद्र होंगे. पहला फिक्स्ड सेशन केंद्र और दूसरा- लोगों के आस-पास बने केंद्र यानी आउटरीच साइट्स. केंद्रों की पहचान टीकाकरण में शामिल होने वाले लोगों की संख्या को ध्यान में रखते हुए टीके के डिलीवरी और प्रशासनिक सुविधा के आधार पर की जाएगी.
रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने कहा कि केंद्र लोगों की पहुंच के करीब हों इसके लिए मतदान केंद्र एक अच्छा विकल्प हैं. मतदाता सूची से टीकाकरण में शामिल होने वाले लोगों की पहचान की जा रही है. इसलिए मतदान केंद्रों में उनके लिए केंद्र आवंटित करना सबसे अच्छा होगा.'
ये भी जगहें सरकार की नजर में
मतदान केंद्रों के अलावा टीकाकरण के लिए स्कूलों, कॉलेजों, और सामुदायिक हॉलों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग अन्य विकल्पों पर विचार कर रहा है जो लोगों की पहुंच के दायरे में हों और टीकाकरण केंद्र बन सकते हैं.
रिपोर्ट के अनुसार केंद्र की गाइडलाइन में कहा गया है कि 'नगरपालिका कार्यालय, पंचायत भवन, विवाह स्थल (हॉल), कंटोनमेंट हॉस्पिटल / क्लीनिक, रेलवे अस्पताल, अर्धसैनिक बल, रेलवे और अन्य केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की कॉलोनी टीकाकरण केंद्र रूप में निर्धारित किया जा सकता है.