आम लोगों के लिए मार्च के आखिर में लॉन्च होगा कोविन ऐप, इन्हें नहीं दी जाएगी वैक्सीन

देश में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान की शुरुआत होने जा रही है (प्रतीकात्मक फोटो)
Coronavirus Vaccination: देश में 16 जनवरी से कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान की शुरुआत होने जा रही है. कोविड-19 टीके (Covid-19 Vaccine) की आपूर्ति की निगरानी के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफार्म को-विन (Co-Win) बनाया गया है. आम लोगों के लिए ये प्लेटफॉर्म मार्च के अंत तक लॉन्च किया जाएगा.
- News18Hindi
- Last Updated: January 14, 2021, 7:01 PM IST
नई दिल्ली. देश में 16 जनवरी को कोविड-19 टीकाकरण अभियान (Covid-19 Vaccination Program) शुरू होने जा रहा है, इसे लेकर राज्यों ने तैयारी पूरी कर ली है. विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम के पहले चरण में करीब तीन करोड़ स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों एवं अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा. कोविड-19 टीके (Covid-19 Vaccine) की आपूर्ति की निगरानी के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफार्म को-विन (Co-Win) आधार होगा और यह नागरिक केंद्रित होगा. आम लोगों के लिए कोविन प्लेटफॉर्म मार्च में लॉन्च किया जाएगा, इस प्लेटफॉर्म पर लोग वैक्सीनेशन के लिए खुद को रजिस्टर कर सकेंगे.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक फिलहाल को-विन पर पहले चरण में वैक्सीनेशन करवाने जा रहे हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स का डाटा अपलोड किया जा रहा है. लिहाजा इसमें अभी किसी को व्यक्तिगत तौर पर रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं है. लेकिन जब आम लोगों को रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होगी तब उनको अपना रजिस्ट्रेशन को-विन पर करना होगा और यह ऐप स्वास्थ्य मंत्रालय मार्च महीने के अंत में लॉन्च करेगा.
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इन लोगों को नहीं दी जाएगी वैक्सीनसूत्रों के हवाले से यह जानकारी भी सामने आई है कि अगल चरण में किन लोगों का टीकाकरण होगा और किन लोगों का नहीं होगा. 50 साल से कम उम्र के जो लोग किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं और 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को लेकर निर्णय करने के लिए एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई जिसने अपनी रिपोर्ट नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल को सौंप दी है. इस रिपोर्ट में यह बताया गया है कि किस किस बीमारी से ग्रस्त लोग टीकाकरण करा सकते हैं और किस बीमारी से ग्रस्त लोग नहीं करा सकते हैं.
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इसके अलावा गर्भवती महिलाओं और 12 साल से कम उम्र के बच्चों को टीका नहीं दिया जाएगा. हालांकि भारत बायोटेक ने 12 साल से 18 साल के लोगों पर भी ट्रायल किया है. लेकिन इससे कम उम्र के बच्चों का फिलहाल वैक्सीनेशन नहीं होगा. इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि जो लोग बीमार होंगे उनको भी वैक्सीन नहीं दी जाएगी, जब वह बीमारी से उबर जाएंगे तब उनका वैक्सीनेशन किया जाएगा.

स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक जल्द ही आम लोगों को टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय का को-विन आईटी प्लेटफार्म ऐप के रूप में उपलब्ध होगा.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक फिलहाल को-विन पर पहले चरण में वैक्सीनेशन करवाने जा रहे हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स का डाटा अपलोड किया जा रहा है. लिहाजा इसमें अभी किसी को व्यक्तिगत तौर पर रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं है. लेकिन जब आम लोगों को रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होगी तब उनको अपना रजिस्ट्रेशन को-विन पर करना होगा और यह ऐप स्वास्थ्य मंत्रालय मार्च महीने के अंत में लॉन्च करेगा.
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इन लोगों को नहीं दी जाएगी वैक्सीनसूत्रों के हवाले से यह जानकारी भी सामने आई है कि अगल चरण में किन लोगों का टीकाकरण होगा और किन लोगों का नहीं होगा. 50 साल से कम उम्र के जो लोग किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं और 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को लेकर निर्णय करने के लिए एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई जिसने अपनी रिपोर्ट नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल को सौंप दी है. इस रिपोर्ट में यह बताया गया है कि किस किस बीमारी से ग्रस्त लोग टीकाकरण करा सकते हैं और किस बीमारी से ग्रस्त लोग नहीं करा सकते हैं.
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इसके अलावा गर्भवती महिलाओं और 12 साल से कम उम्र के बच्चों को टीका नहीं दिया जाएगा. हालांकि भारत बायोटेक ने 12 साल से 18 साल के लोगों पर भी ट्रायल किया है. लेकिन इससे कम उम्र के बच्चों का फिलहाल वैक्सीनेशन नहीं होगा. इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि जो लोग बीमार होंगे उनको भी वैक्सीन नहीं दी जाएगी, जब वह बीमारी से उबर जाएंगे तब उनका वैक्सीनेशन किया जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक जल्द ही आम लोगों को टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय का को-विन आईटी प्लेटफार्म ऐप के रूप में उपलब्ध होगा.