भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपने राष्ट्रीय बुलेटिन में बताया, ‘‘ इसके अगले कुछ घंटों में उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है. बुधवार को दोपहर से शाम के बीच इसके एक बार फिर जोर पकड़ने और नरसापुर, यानम, काकीनाड़ा, तुनी तथा विशाखापत्तनम तटों के साथ उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर धीरे-धीरे बढ़ने और रात में उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों से पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में समा जाने की संभावना है.’’
ओडिशा सरकार ने पांच दक्षिणी जिलों मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा, गंजाम और गजपति में ‘‘हाई अलर्ट’’ की घोषणा की है. इन इलाकों में चक्रवात का असर दिखने की आशंका है, जो ओडिशा से लगभग 200 किलोमीटर दूर काकीनाडा और विशाखापत्तनम के बीच पहुंच सकता है.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा, कालाहांडी, गंजाम, गजपति, कंधमाल, नयागढ़, खुर्दा, पुरी, कटक और भुवनेश्वर में हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान है. विशेष राहत आयुक्त पी. के. जेना ने बताया कि राज्य में उत्पन्न होती स्थिति के मद्देनजर ‘ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल’ (ओडीआरएएफ) की 60 इकाइयों और दमकल कर्मियों के 132 दलों को तैनात किया गया है.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्यों को अंजाम देने के लिए कुल 50 दलों का गठन किया है. एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि 50 में से 22 दलों को पश्विम बंगाल, ओडिशा तथा आंध्र प्रदेश में जमीनी स्तर पर तैनात किया गया है, जबकि अन्य 28 दलों को इन्हीं राज्यों में तैयार रहने को कहा गया है.
इस बीच, कोलकाता में मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि चक्रवात से पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.
विभाग ने कहा, ‘‘ पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र पूर्व तथा पश्चिम मेदिनीपुर, उत्तर तथा दक्षिण 24 परगना और नादिया जिलों में बृहस्पतिवार सुबह तक एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.’’ विभाग के अनुसार, कोलकाता में सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 44.8 मिमी बारिश हुई.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पश्चिम-मध्य और उससे सटी उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में समुद्र में बुधवार शाम तक काफी हलचल रहने और उसके बाद बृहस्पतिवार को उसी क्षेत्र में स्थिति बेहद खराब रहने का पूर्वानुमान है. मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक क्षेत्र से दूर रहने को कहा गया है. उसने कहा कि इस तूफान से आंध्र प्रदेश के कृष्णा के निचले इलाकों, पूर्वी तथा पश्चिम गोदावरी जिलों और पुडुचेरी के यानम में बाढ़ आ सकती है.
आईएमडी चक्रवाती तूफान पर नजर बनाए हुए है और सात मई से अभी तक 30 राष्ट्रीय बुलेटिन जारी कर चुका है, ताकि स्थानीय प्रशासन को तूफान के बारे में जानकारी और उससे निपटने के सुझाव दे पाए.
आंध्र प्रदेश सरकार ने बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान 'आसानी' से प्रभावित सात जिलों में लोगों की मदद के लिए 454 राहत शिविर खोले हैं.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने समुद्र किनारे बरे जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की. मुख्यमंत्री ने मीटिंग के दौरान अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने और आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने जानवरों के नुकसान से बचने के लिए ध्यान देने को कहा.
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FIRST PUBLISHED : May 11, 2022, 15:47 IST