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दार्जिलिंग से पर्यटकों को सुरक्षित निकालने का काम शुरू

दार्जिलिंग में प्रदर्शनकारियों द्वारा फूंके गए वाहन: फाइल फोटो

दार्जिलिंग में प्रदर्शनकारियों द्वारा फूंके गए वाहन: फाइल फोटो

दार्जिलिंग में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए सेना की दो टुकड़ियां तैनात की गई हैं.

    गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के विरोध प्रदर्शन के बाद अशांत दार्जिलिंग में सेना तैनात कर दी गई है. राज्य सरकार ने हिल्स एरिया में फंसे 10 हजार से ज्यादा पर्यटकों को सुरक्षित निकालने का काम शुरू कर दिया है. ये पर्यटक देश के अलग अलग क्षेत्रों से छुट्टियों में पहाड़ों पर घूमने आए हुए थे.

    पर्यटकों की वापसी के लिए मुफ्त बसें

    पर्यटकों की सुरक्षा के लिए सेना की दो टुकड़ियां तैनात की गई हैं. वापसी के लिए खासतौर पर सरकारी बसों की व्यवस्था की गई है, ताकि पर्यटक सुरक्षित लौट सकें. हर दो घंटे पर बसों की व्यवस्था की जा रही है.

    उन्हें दार्जिलिंग से सीधे सिलिगुड़ी, कोलकाता और बागडोगरा एयरपोर्ट भेजा जा रहा है. एयरपोर्ट के आपरेशन सुबह पांच बजे से ही शुरू करने के इंतजाम किए गए हैं. दो दिनों तक पर्यटकों से बस का कोई किराया नहीं लिया जाएगा.

    हालात का डर पर्यटकों के चेहरों पर देखा जा सकता है. ज्यादातर के लिए रात मुश्किल भरी रही. बहुत से रात में सो भी नहीं सके.

    टैक्सी वाले ले रहे हैं तिगुना किराया

    तनावपूर्ण हालात में सुरक्षा के मद्देनजर बहुत से पर्यटक तिगुना किराया देकर भी टैक्सी और अन्य वाहनों से वापस लौट रहे हैं. जो टूरिस्ट दार्जिलिंग आने के लिए सीलदाह और सिलिगुड़ी स्टेशन पर पहुंच चुके थे, उन्हें अपना इरादा बदलना पड़ रहा है.

    गोरखा मोर्चा के बंद को देखते हुए पर्यटकों को यहीं से लौटाया जा रहा है. ऐसे में पर्यटकों की निराशा समझी जा सकती है, क्योंकि वो काफी दूर से यहां छुट्टियां मनाने आए थे. सरकार ने सिलिगुड़ी में एक हेल्प डेस्क शुरू किया है. प्रशासन होटल मालिकों के साथ टूरिस्ट कंपनियों से भी लगातार संपर्क में है.

    ममता ने दार्जिलिंग से वापसी टाली

    मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शुक्रवार को ही कैबिनेट मीटिंग के बाद दार्जिलिंग से वापस कोलकाता लौटना था, लेकिन हालात को देखते हुए उन्होंने वापसी टाल दी है. शुक्रवार को दिन में उन्होंने अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई. माना जा रहा है कि हालात सामान्य होने तक वह अभी यहीं ठहरेंगी.

    पर्यटन उद्योग को झटका

    दार्जिलिंग इन दिनों गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) की हिंसा का अखाड़ा बना हुआ है, जिससे यहां के पर्यटन को तगड़ा झटका लगा है. ये सीजन यहां पर्यटन के लिए अनुकूल माना जाता है.

    देशभर से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं. लिहाजा होटल मालिकों और पर्यटन से जुड़े व्यवसायों को काफी नुकसान हो रहा है. बृहस्‍पतिवार के उपद्रव के बाद होटल और दुकानें बंद कर दी गईं.

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