किसान आंदोलन: अब टिकरी बॉर्डर पर हुई एक किसान की मौत, 12 दिन में 8 किसानों की मौत

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है. (फोटो साभार-AP)
बुधवार को भी बहादुरगढ़ बॉर्डर (Bhadurgarh Border) पर एक किसान की मौत हो गई थी. सूत्रों की मानें तो बीते 12 दिन में यह आठवें किसान की मौत हुई है.
- News18Hindi
- Last Updated: December 8, 2020, 4:37 PM IST
नई दिल्ली. किसान आंदोलन (Farmer Movement) के दौरान अब एक और किसान की मौत (Farmer Death) का मामला सामने आया है. यह किसान टिकरी बॉर्डर (Tikri Border) पर प्रदर्शन कर रहा था. सोमवार को अचानक उनकी तबियत खराब हो गई. जहां से उन्हें बहादुरगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डाक्टरों के मुताबिक किसान को हॉर्ट अटैक आया था. लेकिन इलाज के दौरान किसान की आज सुबह मौत हो गई. जानकारों के मुताबिक यह किसान आंदोलन के पहले दिन से ही टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन में शामिल थे.
इससे पहले गज्जर सिंह की हुई थी मौत
किसानों के आंदोलन में शामिल एक और किसान गज्जर सिंह की मौत हो गई थी. किसान आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे किसान गज्जर सिंह की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी. बहादुरगढ़ बाईपास पर न्यू बस स्टैंड के पास उनकी मौत हुई थी. मृतक गज्जर सिंह लुधियाना समराला के खटरा भगवानपुरा गांव के रहने वाले थे. मृतक की उम्र करीबन 50 साल थी और वो किसान आंदोलन में शामिल थे.
पोल्ट्री फार्म मालिकों के ऐलान से आधे रेट पर आ गईं मुर्गियां, अंडे भी हुए सस्ते
आंदोलन में मदद करने आए ट्रैक्टर मिस्त्री की भी हुई थी मौत
दिल्ली कूच करने के लिए चले पंजाब के किसानों के ट्रैक्टर ठीक करने आए मैकेनिक की स्विफ्ट कार में आग लग गई थी. इसमें वह जिंदा जल गया था. जानकारी मिलने पर पुलिस ने पहुंचकर शव को गाड़ी से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया था. पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल ने बताया था कि जनकराज धनवाला मंडी निवासी अपने साथी किसानों हरप्रीत, गुरप्रीत व गुरजंट सिंह के साथ शनिवार रात करीब 11:30 बजे बहादुरगढ़ आये थे. वह आंदोलन में शामिल किसानों के ट्रैक्टरों की मरम्मत करने के लिए आये थे. रात को सभी अपने-अपने ठिकानों पर सोने चले गए. रात करीब 1:30 बजे गाड़ी में शार्ट सर्किट के कारण अचानक आग लग गई.

बावजूद इसके किसानों का आंदोलन लगातार जारी
अपने घरों से दूर, सर्दियों से बेपरवाह दिल्ली के बॉर्डर पर डटे किसानों का कहना है कि वे लंबे संघर्ष के लिए तैयार हैं. जब तक उनकी मांगें मान नहीं ली जातीं तब तक वे हटेंगे नहीं. इसके लिए उनको महीनों का समय सड़कों पर बिताना पड़े तो वो पीछे नहीं हटेंगे. इसके लिए राशन से लेकर दवाइयों तक हर चीज का इंतजाम है.
इससे पहले गज्जर सिंह की हुई थी मौत
किसानों के आंदोलन में शामिल एक और किसान गज्जर सिंह की मौत हो गई थी. किसान आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे किसान गज्जर सिंह की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी. बहादुरगढ़ बाईपास पर न्यू बस स्टैंड के पास उनकी मौत हुई थी. मृतक गज्जर सिंह लुधियाना समराला के खटरा भगवानपुरा गांव के रहने वाले थे. मृतक की उम्र करीबन 50 साल थी और वो किसान आंदोलन में शामिल थे.
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बावजूद इसके किसानों का आंदोलन लगातार जारी
अपने घरों से दूर, सर्दियों से बेपरवाह दिल्ली के बॉर्डर पर डटे किसानों का कहना है कि वे लंबे संघर्ष के लिए तैयार हैं. जब तक उनकी मांगें मान नहीं ली जातीं तब तक वे हटेंगे नहीं. इसके लिए उनको महीनों का समय सड़कों पर बिताना पड़े तो वो पीछे नहीं हटेंगे. इसके लिए राशन से लेकर दवाइयों तक हर चीज का इंतजाम है.