IGI Airport: मेक्सिको बार्डर पर जैसे ही अमेरिकन इमीग्रेशन अधिकारी को पता चला कि सामने खड़े दोनों शख्स भारतीय है, तो उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उसने लगभग दहाड़ते हुए सुरक्षा अधिकारियों को आवाज लगाई और दोनों को हिरासत में लेकर डिटेंशन सेंटर भेजने का हुक्म सुना दिया. अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों ने एक बार फिर फिर सारे दस्तावेजों को परखा और दोनों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया गया और बैरंग भारत वापस भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई.
अब तक जो आपने पढ़ा, वह तो सही है, लेकिन मामला वैसा नहीं है, जैसा आप समझ रहे हैं. यहां अंदर की कहानी कुछ और ही है. दरअसल, कोमिल और सैजिल कमलुद्दीन सुरानी अमेरिका जाने की चाहत लेकर मेक्सिको पहुंचे थे. इमीग्रेशन जांच के दौरान, दोनों ने मेक्सिकन अधिकारी को रोमानियन पासपोर्ट सौंपे. इमीग्रेशन अधिकारी ने जांच की तो पाया कि दोनों शख्स के पास मौजूद रोमानियन पासपोर्ट न केवल फर्जी हैं, बल्कि उसमें लगा वीजा भी जाली है. जांच में यह भी खुलासा हो गया कि दोनों रोमानिया मूल के नहीं, बल्कि भारतीय हैं.
पहले लंदन के लिए डिपोर्ट किए गए दोनों शख्स
मामले का खुलासा होते ही मेक्सिकन अधिकारियों ने दोनों को हिरासत में ले लिया. चूंकि, हिरासत में लिए गए दोनों शख्स लंदन से मेक्सिको पहुंचे थे, लिहाजा इमीग्रेशन अधिकारियों ने इन्हें लंदन डिपोर्ट करने का फैसला किया. फैसले के तहत, दोनों को अगली लंदन जाने वाली फ्लाइट से लंदन के लिए रवाना कर दिया गया. वहीं लंदन पहुंचते ही एयरलाइन अधिकारियों ने दोनों को यूनाइटेड किंगडम के इमीग्रेशन अधिकारियों के हवाले कर दिया. लंदन में नए सिरे से इन दोनों को लेकर पड़ताल शुरू की गई.
जांच के बाद लंदन से दिल्ली के लिए किया गया डिपोर्ट
पड़ताल में पता चला कि मेक्सिको से जिन पासपोर्ट और वीजा के साथ दोनों को डिपोर्ट किया गया था, उस नाम से उनका डिपार्चर तो था, लेकिन भारत से लंदन का एराइवल नहीं था. पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि मूल रूप से दोनों भारत के हैदराबाद शहर के वाशिंदे हैं. वह अपने वास्तविक पासपोर्ट पर हैदराबाद एयरपोर्ट से लंदन पहुंचे थे. यहां पर दोनों ने एक एजेंट की मदद से रोमानियन पासपोर्ट की व्यवस्था की और फिर मेक्सिको के लिए रवाना हो गए. इस खुलासे के बाद लंदन के इमीग्रेशन अधिकारियों ने दोनों को भारत के लिए डिपोर्ट कर दिया.
वतन वापसी के साथ हिरासत में लिए गए दोनों, गए जेल
एयरपोर्ट के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोमिल और सैजिल कमलुद्दीन सुरानी को ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट BA-257 से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट भेजा गया था. डिपोर्टेशन डॉक्यूमेंट की पड़ताल और पूछताछ में दोनों के खुलासे के बाद उन्हें एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया गया था. एयरपोर्ट पुलिस ने दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420/468/471/419 के तहत एफआईआर दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.
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