वैक्सीन के स्वागत के लिए तैयार दिल्ली-हैदराबाद एयरपोर्ट, ठंडे कंटेनर और चैंबर जैसी सुविधाओं से हुए लैस

दिल्ली और हैदराबाद एयरपोर्ट पर वैक्सीन को स्टोर करने के लिए तैयारियां कर ली गई हैं. (सांंकेतिक तस्वीर)
Vaccine Update: दिल्ली एयरपोर्ट पर दो कार्गो टर्मिनल्स हैं, जो विश्व स्तरीय गुड डिस्ट्रीब्यूशन यानि जीडीपी प्रमाणित तापमान नियंत्रित सुविधा से लैस हैं. इसके अलावा दिल्ली एयरपोर्ट पर अलग से ठंडे चैंबर के अलावा तापमान नियंत्रित जोन हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: December 5, 2020, 6:04 PM IST
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी की शुरुआत से ही वैक्सीन (Corona Vaccine) का तैयार होना बड़ी चुनौती थी. अब जब वैक्सीन बनकर तैयार होने के संकेत मिले हैं, तो इनका ट्रांसपोर्टेशन भी मुश्किलों से भरा हुआ है. हालांकि, दिल्ली और हैदराबाद के एयरपोर्ट कोविड-19 (Covid-19) की वैक्सीन के सुरक्षित स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इस बात पर जोर दिया था कि कुछ ही हफ्तों में वैक्सीन मिल सकती हैं.
तापमान, स्टोरेज समेत सभी तैयारियां पूरी
दिल्ली एयरपोर्ट पर दो कार्गो टर्मिनल्स हैं, जो विश्व स्तरीय गुड डिस्ट्रीब्यूशन प्रैक्टिस (Good Distribution Practice) यानि जीडीपी प्रमाणित तापमान नियंत्रित सुविधा से लैस हैं. इसके अलावा दिल्ली एयरपोर्ट पर अलग से ठंडे चैंबर के अलावा तापमान नियंत्रित जोन हैं. यहां का तापमान -20 से लेकर -25 डिग्री सेल्सियस रहता है. दिल्ली एयरपोर्ट के अधिकारी बताते हैं कि यहां ठंडे चेंबर के अलावा डॉलीज भी हैं, जो टर्मिनल और हवाई जहाज के बीच वैक्सीन ठंडक देती रहेंगी.
वहीं, दिल्ली एयरपोर्ट पर क्यूआर कोड आधारित ईगेट पास सुविधा है. इससे कागजों का काम और इंसानों का दखल कम होता है. इससे वैक्सीन की आवक-जावक को रफ्तार मिलेगी. खास बात है कि महामारी के दौरान दिल्ली एयरपोर्ट ने लाखों पीपीई किट्स बांटने में भी बड़ी भूमिका निभाई थी.हैदराबाद एयरपोर्ट भी है तैयार
दिल्ली तरह जीएमआर हैदराबाद एयर कार्गो (GHAC) भी पूरी तरह से तैयार है. यहां भी तापमान का ध्यान रखने वाली आधुनिक फार्मा और वैक्सीन स्टोरेज और प्रोसेसिंग जोन हैं. हैदराबाद एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने कहा 'जीएमआर हैदराबाद एयर कार्गो भारत का पहला जीडीपी प्रमाणित तापमान नियंत्रित फार्मा जोन होने का दावा करता है. यहां टर्मिनल पर कई टेम्प्रेचर जोन हैं, जिसमें -20 डिग्री से लेकर -25 डिग्री सेल्सियस तक चीजों को रखने वाले ठंडे कंटेनर मौजूद हैं.'
हाल ही में एयरपोर्ट ने वैक्सीन के सफर के दौरान लगातार ठंडा बनाए रखने के लिए डॉलीज लॉन्च की हैं. इसके अलावा जीएचएसी एनवॉयरटेनर, सी-सेफ, यूनीकूलर और वैक्टेनर जैसे ठंडे कंटेनर के साथ भारत का सबसे बड़ी स्टोरेज सुविधा होने का भी दावा करता है. एयरपोर्ट पर यह सुविधा ग्राहकों के लिए हर समय उपलब्ध है. दिल्ली एयरपोर्ट की तरह ही जीएचएसी ने भी कागजों के उपयोग को कम से कम करने की कोशिश की है.

भारत ने कोरोना वायरस वैक्सीन के 160 करोड़ डोज बुक किए हैं. ड्यूक यूनिवर्सिटी के डेटा की मानें तो भारत में वैक्सीन के लिए तीन अंतरराष्ट्रीय उम्मीदवारों से डील की है. भारत ने सबसे ज्यादा भरोसा नोवावेक्स पर जताया है. सरकार ने इसकी 100 करोड़ डोज की डील की है. वहीं, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन पर दुनिया के कई बड़े देशों ने भरोसा जताया है. इसके कुल 150 करोड़ डोज बुक हुए हैं.
तापमान, स्टोरेज समेत सभी तैयारियां पूरी
दिल्ली एयरपोर्ट पर दो कार्गो टर्मिनल्स हैं, जो विश्व स्तरीय गुड डिस्ट्रीब्यूशन प्रैक्टिस (Good Distribution Practice) यानि जीडीपी प्रमाणित तापमान नियंत्रित सुविधा से लैस हैं. इसके अलावा दिल्ली एयरपोर्ट पर अलग से ठंडे चैंबर के अलावा तापमान नियंत्रित जोन हैं. यहां का तापमान -20 से लेकर -25 डिग्री सेल्सियस रहता है. दिल्ली एयरपोर्ट के अधिकारी बताते हैं कि यहां ठंडे चेंबर के अलावा डॉलीज भी हैं, जो टर्मिनल और हवाई जहाज के बीच वैक्सीन ठंडक देती रहेंगी.
वहीं, दिल्ली एयरपोर्ट पर क्यूआर कोड आधारित ईगेट पास सुविधा है. इससे कागजों का काम और इंसानों का दखल कम होता है. इससे वैक्सीन की आवक-जावक को रफ्तार मिलेगी. खास बात है कि महामारी के दौरान दिल्ली एयरपोर्ट ने लाखों पीपीई किट्स बांटने में भी बड़ी भूमिका निभाई थी.हैदराबाद एयरपोर्ट भी है तैयार
दिल्ली तरह जीएमआर हैदराबाद एयर कार्गो (GHAC) भी पूरी तरह से तैयार है. यहां भी तापमान का ध्यान रखने वाली आधुनिक फार्मा और वैक्सीन स्टोरेज और प्रोसेसिंग जोन हैं. हैदराबाद एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने कहा 'जीएमआर हैदराबाद एयर कार्गो भारत का पहला जीडीपी प्रमाणित तापमान नियंत्रित फार्मा जोन होने का दावा करता है. यहां टर्मिनल पर कई टेम्प्रेचर जोन हैं, जिसमें -20 डिग्री से लेकर -25 डिग्री सेल्सियस तक चीजों को रखने वाले ठंडे कंटेनर मौजूद हैं.'
हाल ही में एयरपोर्ट ने वैक्सीन के सफर के दौरान लगातार ठंडा बनाए रखने के लिए डॉलीज लॉन्च की हैं. इसके अलावा जीएचएसी एनवॉयरटेनर, सी-सेफ, यूनीकूलर और वैक्टेनर जैसे ठंडे कंटेनर के साथ भारत का सबसे बड़ी स्टोरेज सुविधा होने का भी दावा करता है. एयरपोर्ट पर यह सुविधा ग्राहकों के लिए हर समय उपलब्ध है. दिल्ली एयरपोर्ट की तरह ही जीएचएसी ने भी कागजों के उपयोग को कम से कम करने की कोशिश की है.
भारत ने कोरोना वायरस वैक्सीन के 160 करोड़ डोज बुक किए हैं. ड्यूक यूनिवर्सिटी के डेटा की मानें तो भारत में वैक्सीन के लिए तीन अंतरराष्ट्रीय उम्मीदवारों से डील की है. भारत ने सबसे ज्यादा भरोसा नोवावेक्स पर जताया है. सरकार ने इसकी 100 करोड़ डोज की डील की है. वहीं, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन पर दुनिया के कई बड़े देशों ने भरोसा जताया है. इसके कुल 150 करोड़ डोज बुक हुए हैं.