किसान आंदोलन हिंसा: उपद्रवियों ने पुलिस को घेरकर ऐसे किया हमला, 86 जवान घायल...VIDEO

उपद्रवियों से बचने के लिए कई फीट लंबी दीवार से कूदते दिखे पुलिसकर्मी (Photo- Videograb)
Tractor Rally: दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई प्रदर्शनकारी किसान रैली में हंगामें के दौरान बड़ी संख्या में उपद्रवी लाल किले में पहुंच गए. लाल किले में उपद्रवियों और पुलिस के बीच हुए संघर्ष का एक वीडियो सामने आया है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 27, 2021, 6:28 AM IST
नई दिल्ली. ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के लिए निर्धारित मार्ग से हटकर लाल किले (Red Fort) पहुंचे प्रदर्शनकारी किसानों के समूह और पुलिस के बीच हुए संघर्ष का एक वीडियो सामने सामने आया है. वीडियो में उपद्रवियों से बचने के लिए पुलिसकर्मी लाल किले की कई फीट दीवार से कूदते नजर आ रहे हैं. वीडियो में उपद्रवी पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज करते दिख रहे हैं. बता दें प्रदर्शनकारियों के साथ हुई हिंसा में 86 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं.
वहीं दिल्ली पुलिस के जॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने हिंसा को लेकर बताया कि "एडिशनल (ईस्ट) डीसीपी मंजीत के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई, सुरक्षाबलों ने उन्हें समय रहते बचा लिया वरना बहुत बड़ा हादसा हो सकता है. इसके अलावा एक अन्य पुलिस अधिकारी के भी चोटें आई हैं. वहीं कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं.
इस हिंसा को लेकर ईस्टर्न रेंज में पुलिस ने 4 मुकदमे दर्ज किए हैं. इसमें मामला एक पांडव नगर थाने में, दो गाजीपुर थाने में और एक सीमापुरी थाने में दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक उपद्रवियों ने 8 DTC बस, 17 पब्लिक व्हिकल, 4 कंटेनर, 300 से ज्यादा लोहे के बेरीकेड्स तोड़े हैं. इसके अलावा किसानों के उग्र आंदोलन में आज द्वारका जिले में 30 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. द्वारका डिस्ट्रिक्ट में तीन एफआईआर उत्तम नगर, नजफगढ़ और बाबा हरीदास नगर थाने में दर्ज की जा रही हैं.
लाल किले में घुसकर फहराया झंडा
पुलिस द्वारा आईटीओ से खदेड़े गए प्रदर्शनकारी किसानों का एक समूह अपने ट्रैक्टर लेकर लालकिला परिसर पहुंच गया. ये प्रदर्शनकारी लालकिला परिसर में घुस गए और उस ध्वज-स्तंभ पर अपना झंडा लगाते दिखे जहां से प्रधानमंत्री 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं. उन्होंने लालकिले के कुछ गुंबदों पर भी अपने झंडे लगा दिए.
ये भी पढ़ें- लाल किला पर निशान साहिब लगाने पर कंगना का ट्वीट, प्रियंका-दिलजीत से मांगा जवाब
इससे पहले प्रदर्शनकारी किसान आईटीओ पहुंच गए और लुटियंस इलाके की तरफ बढ़ने की कोशिश की. इसपर पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा.
प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर परेड के निर्धारित समय से काफी पहले ही दिल्ली के विभिन्न सीमा बिन्दुओं से दिल्ली के भीतर बढ़ना शुरू कर दिया और अनुमति न मिलने के बावजूद वे मध्य दिल्ली स्थित आईटीओ पहुंच गए.
दिल्ली पुलिस ने किसानों को इस शर्त के साथ ट्रैक्टर परेड की अनुमति दी थी कि वे राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के समाप्त होने के बाद तय किए गए मार्गों पर ही अपनी परेड करेंगे.
हालांकि, आज किसान मध्य दिल्ली की ओर बढ़ने पर अड़ गए जिससे अफरातफरी मच गई.
वहीं दिल्ली पुलिस के जॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने हिंसा को लेकर बताया कि "एडिशनल (ईस्ट) डीसीपी मंजीत के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई, सुरक्षाबलों ने उन्हें समय रहते बचा लिया वरना बहुत बड़ा हादसा हो सकता है. इसके अलावा एक अन्य पुलिस अधिकारी के भी चोटें आई हैं. वहीं कई पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं.
इस हिंसा को लेकर ईस्टर्न रेंज में पुलिस ने 4 मुकदमे दर्ज किए हैं. इसमें मामला एक पांडव नगर थाने में, दो गाजीपुर थाने में और एक सीमापुरी थाने में दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक उपद्रवियों ने 8 DTC बस, 17 पब्लिक व्हिकल, 4 कंटेनर, 300 से ज्यादा लोहे के बेरीकेड्स तोड़े हैं. इसके अलावा किसानों के उग्र आंदोलन में आज द्वारका जिले में 30 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. द्वारका डिस्ट्रिक्ट में तीन एफआईआर उत्तम नगर, नजफगढ़ और बाबा हरीदास नगर थाने में दर्ज की जा रही हैं.
लाल किले में घुसकर फहराया झंडा
पुलिस द्वारा आईटीओ से खदेड़े गए प्रदर्शनकारी किसानों का एक समूह अपने ट्रैक्टर लेकर लालकिला परिसर पहुंच गया. ये प्रदर्शनकारी लालकिला परिसर में घुस गए और उस ध्वज-स्तंभ पर अपना झंडा लगाते दिखे जहां से प्रधानमंत्री 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं. उन्होंने लालकिले के कुछ गुंबदों पर भी अपने झंडे लगा दिए.
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इससे पहले प्रदर्शनकारी किसान आईटीओ पहुंच गए और लुटियंस इलाके की तरफ बढ़ने की कोशिश की. इसपर पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा.
प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर परेड के निर्धारित समय से काफी पहले ही दिल्ली के विभिन्न सीमा बिन्दुओं से दिल्ली के भीतर बढ़ना शुरू कर दिया और अनुमति न मिलने के बावजूद वे मध्य दिल्ली स्थित आईटीओ पहुंच गए.
दिल्ली पुलिस ने किसानों को इस शर्त के साथ ट्रैक्टर परेड की अनुमति दी थी कि वे राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के समाप्त होने के बाद तय किए गए मार्गों पर ही अपनी परेड करेंगे.
हालांकि, आज किसान मध्य दिल्ली की ओर बढ़ने पर अड़ गए जिससे अफरातफरी मच गई.