कोविड-19 का टीका लगवाने वाली डॉक्टर बीमार, डॉक्टरों ने कहा-लिवर, किडनी में था संक्रमण

देश में अब तक 23 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. प्रतीकात्मक फोटो
कोविड-19 का टीका लगवाने वाली दंत चिकित्सक के बीमार पड़ने और फिर हालत नाजुक होने के समाचार पर स्वास्थ्य विभाग ने साफ किया है कि दोनों के बीच कोई समानता नहीं है. टीके लगवाने से ऐसा कोई असर नहीं होता, डॉक्टर पहले से बीमार थी और उसने बीमारी संबंधी दवाएं भी ली थीं.
- News18Hindi
- Last Updated: January 27, 2021, 9:08 PM IST
ओंगोल. आंध्र प्रदेश में एक महिला दंत चिकित्सक के कोविड-19 का टीका लगवाने के कुछ दिन बाद बीमार होने का मामला सामने आया है. महिला की हालत नाजुक है और उसका चेन्नई के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि महिला के बीमार होने का उसे टीका लगाए जाने से कोई ताल्लुक नहीं है.
प्रकाशम के जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (डीएमएचओ) पी. रत्नावली ने बताया कि दंत चिकित्सक धना लक्ष्मी ने सरकारी अस्पताल में जब टीका लगवाया था तब उसके मूत्रमार्ग और यकृत में संक्रमण था. उन्होंने बताया कि टीका लगवाने के बाद दंत चिकित्सक ने बुखार होने की शिकायत की और उसके लिए कुछ दवाइयां भी लीं.
डीएमएचओ ने बताया कि मंगलवार को रक्तचाप गिरने और बुखार बढ़ने के बाद, उन्हें चेन्नई के ‘अपोलो अस्पताल’ में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि चेन्नई में भर्ती कराने से पहले एक स्थानीय अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था, जहां उनके गुर्दे और यकृत में संक्रमण होने की बात पता चली थी. ऐसे में उनके स्वास्थ्य को कोविड-19 का टीके लगने से नहीं जोड़ा जा सकता.
प्रकाशम के जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (डीएमएचओ) पी. रत्नावली ने बताया कि दंत चिकित्सक धना लक्ष्मी ने सरकारी अस्पताल में जब टीका लगवाया था तब उसके मूत्रमार्ग और यकृत में संक्रमण था. उन्होंने बताया कि टीका लगवाने के बाद दंत चिकित्सक ने बुखार होने की शिकायत की और उसके लिए कुछ दवाइयां भी लीं.
डीएमएचओ ने बताया कि मंगलवार को रक्तचाप गिरने और बुखार बढ़ने के बाद, उन्हें चेन्नई के ‘अपोलो अस्पताल’ में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि चेन्नई में भर्ती कराने से पहले एक स्थानीय अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था, जहां उनके गुर्दे और यकृत में संक्रमण होने की बात पता चली थी. ऐसे में उनके स्वास्थ्य को कोविड-19 का टीके लगने से नहीं जोड़ा जा सकता.