Covid-19 Vaccine: कोरोना वैक्सीन पर हर्षवर्धन का विपक्ष पर पलटवार, बोले- इस मुद्दे का राजनीतिकरण न करें

डॉ हर्षवर्धन
Covid-19 Vaccine: कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके को सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दिये जाने पर रविवार को चिंता जतायी और कहा कि यह ‘‘अपरिपक्व’’ है और खतरनाक साबित हो सकता है.
- News18Hindi
- Last Updated: January 3, 2021, 9:10 PM IST
नई दिल्ली. विपक्ष (Congress) के कुछ नेताओं ने भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के 'कोवैक्सीन' टीके को सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दिये जाने पर सवाल उठाया. जिसपर जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Dr. Harshvardhan) ने कहा कि इस तरह के एक महत्वपूर्ण मुद्दे का राजनीतिकरण करना अपमानजनक है. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि शशि थरूर, अखिलेश यादव और जयराम रमेश कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी देने के लिए विज्ञान समर्थित प्रोटोकॉल का खंडन करने की कोशिश न करें.
बता दें, विपक्ष के कुछ नेताओं ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन टीके को सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दिये जाने पर रविवार को चिंता जतायी और कहा कि यह 'अपरिपक्व' है और खतरनाक साबित हो सकता है. हालांकि कांग्रेस में इसको लेकर अलग रुख भी सामने आये. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने स्वदेशी टीके के लिए वैज्ञानिकों और भारत बायोटेक के अनुसंधानकर्ताओं की प्रशंसा की.
कांग्रेस के नेताओं जैसे आनंद शर्मा, जयराम रमेश और शशि थरूर ने स्वास्थ्य मंत्री से यह समझाने के लिए कहा कि अनिवार्य प्रोटोकॉल तथा डेटा के सत्यापन का पालन क्यों नहीं किया गया. इसके बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने तीखी प्रतिक्रिया जतायी और कहा कि कांग्रेस नेता ‘‘वास्तव में उसी तरह से व्यवहार कर रहे हैं जिसकी उनसे उम्मीद की जाती है’’ तथा वे ‘‘स्थायी तौर पर राजनीतिक हाशिए पर जाने की राह पर हैं.’’
इस मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श करने वाली गृह मामलों की संसदीय समिति के प्रमुख शर्मा ने कहा कि टीके के उपयोग की मंजूरी के मुद्दे पर बेहद सावधानी बरतना आवश्यक है क्योंकि किसी भी देश ने अनिवार्य चरण तीन परीक्षणों और डेटा सत्यापन के साथ समझौता नहीं किया है.

भारत के औषधि नियामक डीसीजीआई ने रविवार को सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को रविवार को मंजूरी दे दी, जिससे व्यापक टीकाकरण अभियान का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
बता दें, विपक्ष के कुछ नेताओं ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन टीके को सीमित इस्तेमाल की मंजूरी दिये जाने पर रविवार को चिंता जतायी और कहा कि यह 'अपरिपक्व' है और खतरनाक साबित हो सकता है. हालांकि कांग्रेस में इसको लेकर अलग रुख भी सामने आये. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने स्वदेशी टीके के लिए वैज्ञानिकों और भारत बायोटेक के अनुसंधानकर्ताओं की प्रशंसा की.
Disgraceful for anyone to politicise such a critical issue. Shashi Tharoor, Akhilesh Yadav & Jairam Ramesh-don't try to discredit well laid out science-backed protocols followed for approving #COVID19 vaccines: Union Health Minister Dr Harsh Vardhan tweets pic.twitter.com/w1JykoHPEo
— ANI (@ANI) January 3, 2021
कांग्रेस के नेताओं जैसे आनंद शर्मा, जयराम रमेश और शशि थरूर ने स्वास्थ्य मंत्री से यह समझाने के लिए कहा कि अनिवार्य प्रोटोकॉल तथा डेटा के सत्यापन का पालन क्यों नहीं किया गया. इसके बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने तीखी प्रतिक्रिया जतायी और कहा कि कांग्रेस नेता ‘‘वास्तव में उसी तरह से व्यवहार कर रहे हैं जिसकी उनसे उम्मीद की जाती है’’ तथा वे ‘‘स्थायी तौर पर राजनीतिक हाशिए पर जाने की राह पर हैं.’’
इस मुद्दे पर गहन विचार-विमर्श करने वाली गृह मामलों की संसदीय समिति के प्रमुख शर्मा ने कहा कि टीके के उपयोग की मंजूरी के मुद्दे पर बेहद सावधानी बरतना आवश्यक है क्योंकि किसी भी देश ने अनिवार्य चरण तीन परीक्षणों और डेटा सत्यापन के साथ समझौता नहीं किया है.
भारत के औषधि नियामक डीसीजीआई ने रविवार को सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को रविवार को मंजूरी दे दी, जिससे व्यापक टीकाकरण अभियान का मार्ग प्रशस्त हो गया है.