किसानों के मुद्दे पर तोमर से मिले दुष्यंत चौटाला, बोले- अगले 48 घंटे निर्णायक, फिर होगी बातचीत

हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने उम्मीद जताई कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत के जरिए मुद्दे सुलझा लिए जाएंगे. ANI
हरियाणा के उपमुख्मंत्री ने बीते दिनों कहा था कि अगर किसानों की मांग पूरी नहीं हुई तो राज्य सरकार से अलग हो जाएंगे.
- News18Hindi
- Last Updated: December 12, 2020, 6:59 PM IST
नई दिल्ली. किसानों के मुद्दे पर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने शनिवार को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) से मुलाकात की. भेंट के बाद चौटाला ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि सरकार और किसानों के बीच आपसी सहमति से मुद्दे सुलझा लिए जाएंगे. उम्मीद है कि अगले 24 से 48 घंटों के भीतर किसानों और सरकार के बीच बातचीत होगी और मामले को सुलझा लिया जाएगा.'
ANI से बात करते हुए हरियाणा के नेता ने कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार बातचीत कर रही है, वो भी इस मुद्दे का समाधान चाहती है. मुझे उम्मीद है कि अगले 24 से 48 घंटों में निर्णायक स्तर की बातचीत केंद्र सरकार और किसानों के बीच होगी और मुद्दे का एक निर्णायक परिणाम सामने आएगा. चौटाला ने कहा, 'ये मेरी जिम्मेदारी है कि किसानों का प्रतिनिधि होने के नाते उनके अधिकारों को संरक्षित करूं. केंद्रीय मंत्रियों से इस बारे में मैंने विचार विमर्श किया है. उम्मीदवार है कि मामला सुलझा लिया जाएगा. केंद्र का रुख सकारात्मक है.'
किसान आंदोलन में कथित तौर पर खालिस्तान और शहरी नक्सल के जुड़ाव पर चौटाला ने कहा कि हरियाणा में पंजाब से आए लोगों का व्यवहार सकारात्मक है और उम्मीद है कि ऐसा ही रहेगा. उनके बीच ऐसा कोई तत्व नहीं मिला है, जो इस आंदोलन को अलग दिशा दे. हरियाणा और पंजाब में किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते मनोहर लाल खट्टर सरकार पर काफी दबाव है. दुष्यंत चौटाला ने हाल ही में कहा था कि अगर किसानों के मुद्दे नहीं सुलझे तो हरियाणा सरकार से अलग हो सकते हैं.पढ़ेंः सिंघु बॉर्डर पर 14 दिसंबर को साझा मंच पर बैठेंगे सभी किसान नेता- कमल प्रीत सिंह
पढ़ेंः किसानों का आंदोलन तेज करने के ऐलान के बाद दिल्ली के बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा

किसानों और सरकार के बीच पांच दौर की बातचीत के बावजूद किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई है. किसानों ने आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन तेज करने का ऐलान किया है.
ANI से बात करते हुए हरियाणा के नेता ने कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार बातचीत कर रही है, वो भी इस मुद्दे का समाधान चाहती है. मुझे उम्मीद है कि अगले 24 से 48 घंटों में निर्णायक स्तर की बातचीत केंद्र सरकार और किसानों के बीच होगी और मुद्दे का एक निर्णायक परिणाम सामने आएगा. चौटाला ने कहा, 'ये मेरी जिम्मेदारी है कि किसानों का प्रतिनिधि होने के नाते उनके अधिकारों को संरक्षित करूं. केंद्रीय मंत्रियों से इस बारे में मैंने विचार विमर्श किया है. उम्मीदवार है कि मामला सुलझा लिया जाएगा. केंद्र का रुख सकारात्मक है.'
किसान आंदोलन में कथित तौर पर खालिस्तान और शहरी नक्सल के जुड़ाव पर चौटाला ने कहा कि हरियाणा में पंजाब से आए लोगों का व्यवहार सकारात्मक है और उम्मीद है कि ऐसा ही रहेगा. उनके बीच ऐसा कोई तत्व नहीं मिला है, जो इस आंदोलन को अलग दिशा दे. हरियाणा और पंजाब में किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते मनोहर लाल खट्टर सरकार पर काफी दबाव है. दुष्यंत चौटाला ने हाल ही में कहा था कि अगर किसानों के मुद्दे नहीं सुलझे तो हरियाणा सरकार से अलग हो सकते हैं.पढ़ेंः सिंघु बॉर्डर पर 14 दिसंबर को साझा मंच पर बैठेंगे सभी किसान नेता- कमल प्रीत सिंह
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किसानों और सरकार के बीच पांच दौर की बातचीत के बावजूद किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बन पाई है. किसानों ने आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन तेज करने का ऐलान किया है.