अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष अंकिव बसोया को पद से इस्तीफा दे दिया है. एबीवीपी ने कहा था कि अंकित बसोया से सभी तरह के अधिकार छीन लिए गए हैं. इसी के साथ यह भी कहा गया था कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक वह पद पर बने नहीं रह सकते. गौरतलब है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के अध्यक्ष अंकिव बसोया की मार्क्सशीट को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है.
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष चुने गए
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के अंकिव बसोया की मार्क्सशीट को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है. फेसबुक और ट्विटर पर तिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी का एक दस्तावेज काफी वायरल हो रहा है. जिसका डूसू अध्यक्ष अंकिव बसोया ने खंडन किया है.
अंकिव बसोया ने बताया कि सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ गलत बातें फैलाई जा रही हैं. एनएसयूआई (NSUI) और अन्य पार्टियां डूसू चुनाव परिणाम के बाद से ही बौखलाई हुई हैं. इसी बौखलाहट में वे अफवाहें फैला रही हैं.
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हालांकि अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने
डूसू के अध्यक्ष अंकिव बसोया का इस्तीफा मांग लिया है. एबीवीपी ने कहा है कि अंकित बसोया से सभी तरह के अधिकार छीन लिए गए हैं और जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक वह पद पर बने नहीं रह सकते.
अंकिव का कहना है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के दौरान उन्होंने कोई फर्जी दस्तावेज या मार्क्सशीट नहीं लगाई है. सोशल मीडिया पर यूनिवर्सिटी के नाम वाला जो दस्तावेज शेयर किया जा रहा है वह भी फर्जी है. कोई भी यूनिवर्सिटी ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करती. यह दस्तावेज फोटोशॉप कर बनाया गया है.
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FIRST PUBLISHED : November 15, 2018, 15:57 IST