जेटली ने कहा- UPA के मुकाबले NDA में अर्थव्यवस्था बेहतर, कांग्रेस ने गिनाई गलतियां

अरुण जेटली (फाइल)
यूपीए सरकार की आलोचना करते हुए जेटली ने कहा कि आईएमएफ रिपोर्ट ने 2014 में व्यापक आर्थिक अस्थिरता और संरचनात्मक कमजोरियों को उजागर किया, जिसकी वजह से देश में महंगाई, वित्तीय घाटा, चालू खाते के घाटे के साथ आधारभूत संरचना और ऊर्जा क्षेत्र के प्रोजेक्ट रुक गए.
- News18Hindi
- Last Updated: August 26, 2018, 10:46 PM IST
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अरुण जेटली ने आईएमएफ की ओर से जारी फरवरी 2014 और जुलाई-अगस्त 2018 के आंकड़ों की तुलना करते हुए लिखा ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा- 'हम पिछले चार सालों में काफी आगे बढ़े हैं, विधायिका और अन्य माध्यमों से सरकार ने कई सुधार किए हैं. जिससे देश की आर्थिक प्रणाली साफ-सुथरी और पारदर्शी हुई है.'
यूपीए सरकार की आलोचना करते हुए जेटली ने कहा कि आईएमएफ रिपोर्ट ने 2014 में व्यापक आर्थिक अस्थिरता और संरचनात्मक कमजोरियों को उजागर किया, जिसकी वजह से देश में महंगाई, वित्तीय घाटा, चालू खाते के घाटे के साथ आधारभूत संरचना और ऊर्जा क्षेत्र के प्रोजेक्ट रुक गए. लेकिन, पिछले चाल सालों में उठाए गए निर्णायक कदमों की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था कई देशों के आगे खड़ी है.
In last 4 years decisiveness has led to easier decision making and made the economy stand out amongst several other countries. I would urge all to read these two IMF reports, the copy of which are now publically available, any reasonable person will concur with what I have said.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) August 26, 2018
'मन की बात' में बोले पीएम मोदी- मुस्लिम महिलाओं को मिलेगा इंसाफWe have come a long way. The last four years have seen a series of reforms, both legislative and otherwise, which have been carried at by the Government. The system have been substantially cleaned up and made more transparent.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) August 26, 2018
जेटली ने लिखा, ' आईएमएफ की 2018 की रिपोर्ट के अनुसार, 2014 के मुकाबले आर्थिक स्थिरता आई है और संरचनात्मक सुधार करने का फल भी मिला है. नवंबर 2016 में नकदी को लेकर उठाए गए कदम और जुलाई 2017 में जीएसटी लागू करने की वजह से आर्थिक वृद्धि दर में कमी आई, लेकिन अब निवेश के बढ़ने से गति में तेजी आई है और इसकी भरपाई हो रही है.'An analysis of what the IMF had to say in 2014 as against 2018 is very clear - high inflation, high fiscal deficit, high current account deficit, a standstill infrastructure, power sector, & allocation of natural resources.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) August 26, 2018
What the IMF Had to Say About India in 2014 and Then in 2018 https://t.co/GuFXB7t8MH
— Arun Jaitley (@arunjaitley) August 26, 2018
वित्त मंत्री पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा, 'कांग्रेस नीत यूपीए-I और यूपीए-II सरकार ने आजादी के बाद देश की अर्थव्यवस्था को सबसे अच्छी दशकीय बढ़ोतरी दी. जबकि, मोदी सरकार के दौरान 2017-18 की जीडीपी वृद्धि दर 6.7 फीसदी है जो चार सालों में सबसे निचले स्तर पर है.'