नई दिल्ली. को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी में अगर आप लाखों -करोड़ रुपये निवेश कर रहे हैं तो थोड़ा सावधान हो जाइए, क्योंकि ये खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है. कई ऐसी को-ऑपरेटिव सोसाइटी है जो लोगों की जिंदगी की कमाई हुई पूंजी को लेकर आपको चूना लगा रही है. इसके लिए थोड़ी सतर्कता आपको उन फर्जीवाड़े से बचा सकती है. केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी (ED) के जयपुर जोन (Jaipur Zonal unit) के अधिकारियों द्वारा को-ऑपरेटिव सोसायटी के नाम पर करीब डेढ़ लाख निवेशकों का 400 करोड़ से ज्यादा की रकम का चूना लगाने वाले आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. ईडी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी (Navjeevan Credit Co-operative Society) के वाईस प्रेसिडेंट जे. एन. शर्मा और चेयरमैन निजामुद्दीन को शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है.
गिरफ्तारी के बाद उसे जयपुर स्थित स्थानीय ईडी की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा. इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद इन आरोपियों से संबंधित कई लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को ईडी की टीम ने अंजाम दिया, जिसके बाद 72 लाख रुपया से ज्यादा की नकदी सहित 20 किलोग्राम चांदी सहित अन्य ज्वेलरी और कई प्रोपर्टी के दस्तावेज, सबूतों को इकठ्ठा किया. जिसे अब विस्तार से जांच एजेंसी खंगालने वाली है. राजस्थान की अगर बात करें तो सिर्फ संजीवनी और नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी को जोड़कर अगर देखें तो ये महाघोटाला करीब 1300 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएगा, जिसके तहत करीब चार लाख निवेशकों को चूना लगाया गया था.
इसलिए इस मामले में राजस्थान की SOG द्वारा दर्ज मामले को आधार बनाते हुए ईडी ने इस नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी से जुड़े फर्जीवाड़ा मामले को टेकओवर किया और सोसायटी के दो वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है. ईडी की टीम जल्द ही कार्रवाई को अंजाम देते हुए कुछ अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करेगी इसके साथ ही अवैध तौर पर अर्जित करोड़ो रूपये की कई चल-अचल संपत्तियों को अटैच करने की प्रक्रिया को अंजाम देने वाली है.
ये भी पढ़ेंः- अभी भी मौत से जंग लड़ रहे हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह, पिता बोले- मेरा बेटा योद्धा है, जीतकर लौटेगा
कैसे होता था सोसायटी के नाम पर फर्जीवाड़ा?
सूत्रों के मुताबिक नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी द्वारा दो तरह से पैसे अर्जित किए जाते थे ,एक तरफ लोगों से ज्यादा से ज्यादा ब्याज देने का आश्वासन देकर और मात्र पांच साल में ही निवेश किए गए रुपये दोगुना कर देने का लालच दिया गया ,हालांकि कुछ लोगो का भरोसा जितने के लिए ब्याज सही समय पर भुकतान भी किया.
जिसके आधार पर अन्य लोग उस स्कीम में फंसते चले गए और अपने जिंदगी की गाढ़ी कमाई को उस सोसाइटी में निवेश करते चले गए. इसके साथ ही दूसरी तरफ राजस्थान और गुजरात में नवजीवन क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी द्वारा सोसायटी के अन्य शाखाओं ,एजेंट द्वारा व्यापारियों को कर्ज बांटा गया , लेकिन उसके बदले जरूरतमंद लोगों से 20 से 25 फीसदी का ब्याज भी वसूला गया था ,इसके साथ ही इस सोसाइटी द्वारा कई अलग अलग जिलों में स्थित बाजार में लगने वाले दुकानों , केबिन , लोगों को देकर उससे भी पैसे कमाए जाते थे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Directorate of Enforcement, Enforcement, Enforcement directorate