पश्चिम बंगाल में राजनीतिक दलों संग चुनाव आयोग ने की बैठक, BJP बोली- राज्य में गृह युद्ध जैसे हालात

दिलीप घोष ने दी जानकारी. (Pic- ANI)
West Bengal Assembly elections 2021: बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग से यह भी मांग की है कि मतदाता सूची को ऑडिट किया जाए.
- News18Hindi
- Last Updated: January 21, 2021, 2:31 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal Assembly elections 2021) में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही राजनीतिक दलों के बीच तनातनी शुरू हो गई है. राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) और बीजेपी (BJP) के कार्यकर्ताओं के बीच अक्सर झड़पों की घटनाएं सामने आ रही हैं. इस बीच मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में चुनाव आयोग (ECI) की टीम गुरुवार को पश्चिम बंगाल पहुंची. टीम राज्य में चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने पहुंची. इस दौरान चुनाव आयोग की टीम ने सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक की.
इस बैठक में बीजेपी ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि राज्य में गृह युद्ध जैसे हालात हैं. बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग से यह भी मांग की है कि मतदाता सूची को ऑडिट किया जाए. बीजेपी नेताओं की ओर से यह भी आरोप लगाए गए हैं कि राज्य के सीमा वाले इलाकों में मतदाता सूची में बांग्लादेशी नागरिकों को भी जगह दी गई है. बीजेपी की ओर से स्वपन दास गुप्ता, दिलीप घोष और सब्यासाची दत्त चुनाव आयोग की इस बैठक में मौजूद रहे.
इसके साथ ही तृणमुल कांग्रेस के नेता पार्थो चटर्जी ने भी बिना नाम लिए बीजेपी पर कई आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि सीमा से जुड़े इलाकों में सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ एक ही पार्टी के लिए काम कर रही है. इस दौरान उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया. लेकिन जानकारों का कहना है कि उनका इशारा बीजेपी की ओर था.
टीएमसी नेता चटर्जी ने आरोप लगाया है कि बीएसएफ जवान लोगों को डरा धमका रहे हैं. रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर भी चटर्जी ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि किसी भी मतदाता सूची में रोहिंग्या मुसलमानों का नाम नहीं है. ऐसे आरोप बेबुनियाद हैं.

टीएमसी नेता ने कहा कि चुनाव से पहले रोहिंग्या मुद्दा उठाकर बीजेपी चुनाव आयोग पर दवाब बनाने का प्रयास कर रही है. मीटिंग में माकपा नेताओं ने बीजेपी और टीएमसी को घेरा. नेताओं ने कहा कि दोनो ही दल ने रैली और रोड शो में 'गोली मारो' जैसे नारे लगा रहे हैं, ऐसे में चुनावी में हिंसा को कैसे रोका जाएगा.
इस बैठक में बीजेपी ने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि राज्य में गृह युद्ध जैसे हालात हैं. बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग से यह भी मांग की है कि मतदाता सूची को ऑडिट किया जाए. बीजेपी नेताओं की ओर से यह भी आरोप लगाए गए हैं कि राज्य के सीमा वाले इलाकों में मतदाता सूची में बांग्लादेशी नागरिकों को भी जगह दी गई है. बीजेपी की ओर से स्वपन दास गुप्ता, दिलीप घोष और सब्यासाची दत्त चुनाव आयोग की इस बैठक में मौजूद रहे.
इसके साथ ही तृणमुल कांग्रेस के नेता पार्थो चटर्जी ने भी बिना नाम लिए बीजेपी पर कई आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि सीमा से जुड़े इलाकों में सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ एक ही पार्टी के लिए काम कर रही है. इस दौरान उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया. लेकिन जानकारों का कहना है कि उनका इशारा बीजेपी की ओर था.

बीजेपी ने लगाए आरोप. (Pic- ANI)
टीएमसी नेता ने कहा कि चुनाव से पहले रोहिंग्या मुद्दा उठाकर बीजेपी चुनाव आयोग पर दवाब बनाने का प्रयास कर रही है. मीटिंग में माकपा नेताओं ने बीजेपी और टीएमसी को घेरा. नेताओं ने कहा कि दोनो ही दल ने रैली और रोड शो में 'गोली मारो' जैसे नारे लगा रहे हैं, ऐसे में चुनावी में हिंसा को कैसे रोका जाएगा.