नई दिल्ली. प्रधानमंत्री द्वारा तीनों कृषि कानून वापस (agriculture laws) लेने की घोषणा के बाद गाजियाबाद, मेरठ से रोजाना दिल्ली आने जाने वाले 80000 से अधिक वाहन चालकों के चेहरे पर मुस्कान आई है. हालांकि इन लोगों का किसान आंदोलन (Kisan andolan) से दूर तक वास्ता नहीं है, लेकिन यूपी गेट (UP gate) पर किसानों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन से दिल्ली जाने वाला रास्ता पिछले एक साल से बंद है, इस वजह से लोगों को चक्कर लगाकर आफिस जाना पड़ रहा है, जिससे वाहन चालकों का समय और रुपया दोनों बर्बाद हो रहे हैं. इसके अलावा सबसे महत्वूपर्ण बात यह है कि किसानों के यूपी गेट से हटने के बाद प्रदूषण का स्तर बार्डर एरिया में कम हो जाएगा. इस वजह से लोग काफी खुश हैं.
भारतीय किसान यूनियन ने किसान कानूनों के विरोध में पिछले साल 26 नवंबर से यूपी गेट पर प्रदर्शन शुरू किया है. इस वजह से गाजियाबाद और मेरठ की ओर से रोजाना दिल्ली आने जाने वाले वाहन चालकों को आनंद विहार या नोएडा होकर जाना पड़ रहा है. इन सड़कों पर पहले से वाहन का दवाब अधिक होने से रोजाना जाम लगना भी आम हो गया है. किसानों के हटने के बाद वाहन चालकों का समय और रुपये दोनों की बचत होगी.
रोजाना एक घंटे का समय बचेगा
गाजियाबाद फेडरेशन ऑफ अपार्टमेंट ओवर्स एसोएिसशन के संस्थापक आलोक कुमार बताते हैं कि किसान आंदोलन की वजह से गाजियाबाद, मेरठ से दिल्ली जाने वाले वाहन चालकों के पास दो विकल्प हैं, मोहन नगर , आनंद विहार होकर जाएं या फिर नोएडा होकर जाएं. दोनों रास्ते से जाने पर करीब आधे घंटे का औसतन समय रोजाना अतिरिक्त लग रहा है. आने जाने दोनों मिलाकर करीब एक घंटे समय बर्बाद हो रहा था. किसानों के हटने के बाद एक घंटे का समय बचेगा. इस तरह रोजाना सभी वाहन चालकों का 40000 घंटा बचेगा.
10 किमी रोजाना कम वाहन चलाना पड़ेगा
दोनों वैकल्पिक सड़कों से 10 किमी अतिरिक्त वाहन चलाना पड़ रहा है. अधिक देर तक गाड़ी चलाने से स्वास्थ्य संबंधी समस्या भी आ रही हैं. किसानों के हटने के बाद कम वाहन चलाना पड़ रहा था.
8 करोड़ रुपये प्रति माह पेट्रोल की बचत होगी
अतिरिक्त वाहन चलाने और जाम में फंसने की वजह से वाहन चालकों को औसतन प्रति माह 2000 रुपये अतिरिक्त पेट्रोल में खर्च करने पड़ रहे हैं. किसान आंदोलन खत्म होने के बाद यूपी गेट से आने जाने से 2000 रुपये की प्रति माा की बचत होगी. इस तरह सभी वाहनों में प्रति माह 8 करोड़ रुपये की बचत होगी.
प्रदूषण से होगी राहत
एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा किसान कानून वापस लेने के बाद अब किसानों से बात की जाएगी. किसानों के हटने के बाद लोगों का समय और रुपये बचेगा, साथ ही सबसे बड़ा फायदा होगा कि बार्डर इलाकों में लगने वाले जाम से प्रदूषण बढ़ रहा था, अब प्रदूषण भी कम हो जाएगा.
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