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भगवान के लिए सब एक समान, जाति-संप्रदाय सब पंडितों ने बनाया- जातिवाद पर बोले RSS चीफ मोहन भागवत

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (File Photo)

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (File Photo)

Mohan Bhagwat Statement on Caste System: संघ प्रमुख ने कहा, भगवान ने हमेशा कहा है कि उनके लिए हर कोई समान है और उनके लि ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) ने जातिवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. भागवत ने कहा कि जाति, संप्रदाय पंडित-पुजारियों द्वारा बनाया गया है जो कि गलत है. भागवत ने कहा कि हमारे समाज के बंटवारे का फायदा हमेशा से दूसरों ने ही उठाया है. इसी तरह फायदा उठाकर हमारे देश में आक्रमण हुए और बाहर से लोग आए जिन्होंने हमारा फायदा उठाया. भागवत ने कहा जब हम आजीविका कमाते हैं तो समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी होती है. जब हर काम समाज के लिए होता है तो कोई भी काम बड़ा-छोटा या अलग कैसे हो सकता है?

संघ प्रमुख ने कहा, भगवान ने हमेशा कहा है कि उनके लिए हर कोई समान है और उनके लिए कोई जाति, संप्रदाय नहीं है, यह पुजारियों द्वारा बनाया गया है जो कि गलत है. भागवत ने कहा देश में विवेक, चेतना सभी एक हैं उसमें कोई फर्क नहीं है सिर्फ मत अलग-अलग हैं. उन्होंने कहा- धर्म को हमने बदलने की कोशिश नहीं की, अगर बदलता है तो धर्म को छोड़ देना चाहिए.

नौकरी के पीछे भागना बंद करें लोग
मोहन भागवत ने कहा कि समाज में व्याप्त अस्पृश्यता का संतों और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जैसे जानेमान लोगों ने विरोध किया. आरएसएस प्रमुख ने कहा, ‘‘अस्पृश्यता से परेशान होकर, डॉ. आंबेडकर ने हिंदू धर्म छोड़ दिया लेकिन उन्होंने किसी अन्य धर्म को नहीं अपनाया और गौतम बुद्ध द्वारा दिखाए गए मार्ग को चुना. उनकी शिक्षाएं भारत की सोच में भी बहुत गहराई तक समाई हुई हैं.’’

भागवत ने लोगों से सभी तरह के काम का सम्मान करने का आग्रह करते हुए उनसे नौकरियों के पीछे भागना बंद करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई भी समाज 30 फीसदी से ज्यादा रोजगार सृजित नहीं कर सकता. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘लोग चाहें किसी भी तरह का काम करें, उसका सम्मान किया जाना चाहिए. श्रम के लिए सम्मान की कमी समाज में बेरोजगारी के प्रमुख कारणों में से एक है. काम के लिए चाहे शारीरिक श्रम की आवश्यकता हो या बुद्धि की, चाहे इसके लिए कड़ी मेहनत की आवश्यकता हो या ‘सॉफ्ट’ कौशल की – सभी का सम्मान किया जाना चाहिए.’’

Tags: Mohan bhagwat, RSS chief

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