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Exclusive: पाकिस्‍तान ने LOC के पास शिफ्ट किए सभी आतंकी शिविर, बड़ी घुसपैठ की तैयारी

भारतीय सेना एलओसी के करीब सतर्क है. (सांकेतिक तस्वीर)

भारतीय सेना एलओसी के करीब सतर्क है. (सांकेतिक तस्वीर)

पाकिस्‍तान (Pakistan) ने अपने सारे आतंकी शिविरों और लॉन्च पैड को नियंत्रण रेखा (LOC) के पास शिफ्ट कर दिया है. इन जगहों ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

एलओसी के पास आतंकी बड़ी घुसपैठ की तैयारी में
खुफिया सूत्रों ने दी जानकारी, भारतीय सेना हुई सतर्क
आत्‍मघाती आतंकियों को पाकिस्‍तान सेना कर रही मदद

नई दिल्ली. पाकिस्‍तान (Pakistan) ने अपने सारे आतंकी शिविरों और लॉन्च पैड को नियंत्रण रेखा (LOC) के पास शिफ्ट कर दिया है. इन जगहों को इस तरह चुना गया है कि हर लॉन्च पैड और आतंकी कैंप सीमा से चंद किलोमीटर की दूरी पर हो. खुफिया एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान ने घुसपैठ बढ़ाने के लिए ऐसा किया है. आतंकी शिविर लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और हिजबुल मुजाहिदीन (एचएम) जैसे जिहादी समूहों से संबंधित हैं. सूत्रों ने बताया कि ‘ जब हम नक्शे देखते हैं, तो हम पाते हैं कि उनके पास कई प्रवेश मार्ग हैं. ये कई प्रवेश मार्ग किसी भी गोलीबारी से बचने और भारतीय सुरक्षा बलों को व्यस्त रखने के लिए हैं.’

CNN-News18 को मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्‍तान के सभी लॉन्‍च पैड आतंकवादियों से भरे हुए हैं. इन आतंकी शिविरों और लॉन्च पैड को पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई संचालित कर रही है. ये आतंकवादी भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं. आईएसआई ने ड्रोन के जरिए करीब 300 छोटे हथियार भारत भेजे हैं. सूत्रों ने बताया कि ये हथियार ‘हाइब्रिड किलिंग’ के लिए श्रीनगर और उसके आसपास पहुंचा दिए गए हैं. वहीं एक अनुमान है कि आतंकी संगठन लश्कर और जैश के लगभग 50 विदेशी आतंकवादी पहले से ही श्रीनगर के मुख्य शहर में हैं. सूत्रों ने कहा कि इन आतंकियों को आराम से रखा गया है और जब भी उन्हें मौका मिलेगा, वे कार्रवाई करेंगे.

भारतीय सेना पर दबाव बनाने की कोशिश 

CNN-News18 ने हाल ही में बताया था कि पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने की संभावना है क्योंकि आतंकी संगठन, सेना पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का दबाव बना रहे हैं. सूत्रों ने कहा कि बड़ी संख्या में प्रशिक्षित कैडर पेशावर, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में हैं. उन्होंने कहा कि तालिबान द्वारा मजबूर किए जाने के बाद कैडर नंगरहार और अफगानिस्तान के अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों से वापस आ गया है. कैडर द्वारा घुसपैठ का मतलब है कि पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा (एलओसी) से उनका समर्थन करेगी. CNN-News18 ने बताया था कि कैसे, इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की मदद से, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) क्षेत्र के तीन समूहों में आतंकी शिविर चलाए जा रहे हैं. ये समूह मनशेरा, मुजफ्फराबाद और कोटली हैं.

लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल-बदर और हरकत-उल-मुजाहिदीन हैं सक्रिय 

सूत्रों ने कहा था कि सभी समूह, अर्थात् लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेएम), अल-बदर और हरकत-उल-मुजाहिदीन सक्रिय हैं. ये सभी वहां आतंकी कैंप चला रहे हैं. मनशेरा समूह के बोई, बालाकोट और गढ़ी हबीबुल्लाह में आतंकी शिविर हैं, तो मुजफ्फराबाद क्लस्टर में चेलाबंदी, शावैनाला, अब्दुल्ला बिन मसूद और दुलाई में आतंकी ट्रेनिंग कैंप हैं. पाकिस्तानी सेना की 3 PoK ब्रिगेड कोटली क्लस्टर के सेंसा, कोटली, गुलपुर, फागोश और दुग्गी कैंपों की गतिविधियों का समन्वय कर रही है. सूत्रों का कहना है कि शिविर मुख्य रूप से आगे के क्षेत्रों में लॉन्च पैड के लिए फीडर के रूप में काम करते हैं.

Tags: LOC, Pakistan

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