Nasal Vaccine: नेजल वैक्सीन हो सकती है गेमचेंजर, भारत बायोटेक ने मांगी क्लीनिकल ट्रायल की इजाजत

विशेषज्ञों ने भारत बायोटेक के नेजल टीके के पहल चरण के क्लीनिकल ट्रायल की सिफारिश की (प्रतीकात्मक तस्वीर-News18)
Nasal Vaccine: पहचान गुप्त रखने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया, 'क्लीनिकल ट्रायल के पहले चरण के सुरक्षा और प्रभाव से जुड़े डेटा के आधार पर कंपनी को दूसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दी जाएगी.'
- भाषा
- Last Updated: January 20, 2021, 7:27 PM IST
नई दिल्ली. भारत के औषधि नियामक सीडीएससीओ (CDSCO) के विशेषज्ञ पैनल ने भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोविड-19 के इंट्रानेजल टीके (Nasal Vaccine) के क्लीनिकल ट्रायल के पहले चरण को मंजूरी देने की मंगलवार को सिफारिश की है. सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि अगर नाक से दिया जाने वाला यह टीका कामयाब रहता है तो कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में यह बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. भारत बायोटेक ने भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को अर्जी देकर अपने इंट्रानेजल टीके के पहले और दूसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति मांगी है. सीडीएससीओ की विशेषज्ञ समिति ने मंगलवार को आवेदन पर विचार करने के बाद पहले चरण के परीक्षण की अनुमति देने की सिफारिश की है.
पहचान गुप्त रखने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया, 'क्लीनिकल ट्रायल के पहले चरण के सुरक्षा और प्रभाव से जुड़े डेटा के आधार पर कंपनी को दूसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दी जाएगी.' बीमारी के खिलाफ नेजल टीके के प्रभाव के संबंध में आज दिन में सवाल करने पर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी. के. पॉल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'नेजल टीके के लिए अभ्यर्थी की पहचान हो गई है. वह पहले और दूसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के लिए औषधि नियंत्रक के पास आयी है.'
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भारत बायोटेक के अध्यक्ष कृष्णा एला ने पूर्व में कहा था कि इन्ट्रानेजल टीका देने में आसान है. इसके लिए सीरिंज, सुई आदि की जरूरत नहीं होती और यह टीकाकरण अभियान में किफायती भी साबित होगा. उन्होंने कहा, 'टीके की एक बूंद नाक के दोनों छिद्र में डालना पर्याप्त है.'
पहचान गुप्त रखने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया, 'क्लीनिकल ट्रायल के पहले चरण के सुरक्षा और प्रभाव से जुड़े डेटा के आधार पर कंपनी को दूसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दी जाएगी.' बीमारी के खिलाफ नेजल टीके के प्रभाव के संबंध में आज दिन में सवाल करने पर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी. के. पॉल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'नेजल टीके के लिए अभ्यर्थी की पहचान हो गई है. वह पहले और दूसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के लिए औषधि नियंत्रक के पास आयी है.'
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